भारतवर्ष मे अत्यन्त पौराणिक व ऐतिहासिक पहिचान सँ सम्पन्न मिथिला केँ पृथक् राज्य केर रूप मे दुइ देश मे स्थापित होयबाक लेल प्रयास चलि रहल अछि। भारत मे जतय बिहार सँ पृथक् मिथिला राज्य केर निर्माण लेल मांग कैल जाएछ तहिना नेपाल मे संघीय प्रदेशक अवधारणा मे प्रदेश २ केँ मिथिला नाम देबाक मांग कैल जाएछ।
भारत मे मिथिला राज्य केर मांग लेल जे युवा संस्था ‘मिथिला राज्य निर्माण सेना’ सक्रिय अछि ताहि पर हमर अपन व्यक्तिगत अनुभव निम्न तरहक अछिः
मैथिली आ मिथिला लेल कार्यरत लगभग समस्त सक्रिय संस्था आ व्यक्ति केँ जोडिकय आगू बढ़बाक सोच, सामर्थ्य ओ सद्भावना एकमात्र सर्वस्वीकृत अभियान ‘मिथिला राज्य निर्माण सेना’ में देखल आ ताहि अनुरुपे कार्य कैल।
बीच में किछु अत्यंत होशियार आ महत्वाकांक्षी नेतृत्वकारी भूमिका केर कारण वैह मिरानिसे अपन निजी ब्राण्ड केर पोषण देबाक चक्कर में सर्वस्वीकार्यता केर धर्मक परित्याग केलक। परिणामस्वरूप स्वयं बालक रहितो ई कय टा शिशु केँ जन्माबय लागल। ई सब कथा कतेको बेर कहनहिये छी, बेर बेर कहितो आब कोनादैन लगैत अछि।
परञ्च पुनः मिरानिसे केर संस्थापक लोकनि एहि लेल सहमत भेलाह जे मूल आत्मानुरूप धर्मनिष्ठ मिरानिसे जागय। से जागल आ फेर 12 जून चिंतन शिविर आ 10 जुलाई संगठन विस्तार बैसार करैत आब 31 जुलाई केर समय सीमा में मूल मिथिला भूमि में कार्य कएनिहार केँ जोड़बाक कार्य कय रहला अछि।
मुदा बीच-बीच में डॉ बतचोथारीलाल आ इंजीनियर चूंग सब दहोंदिसिया केर भूमिका निर्वाह करैत मिरानिसे केँ फेर स जाग्रत बनि काज करब आरम्भ करय सँ पूर्वहि नींद केर गोली खुआबय लेल अगुतायल छथि। किछु लोक एहनो सन्हियायल छथि जे आर समर्पित लोक द्वारा जोड़ल नव लोक केँ कनफुसकी करैत अपन दल आ अभियान में भजा लेता। लेकिन मिथिला प्रथम हर रूप में रहत आ कार्य पूरा होएत रहत ताहि लेल एहि बेर मिरानिसे एक रक्षा कवच पहिरबाक तैयारी में अछि जे आगामी 8-9 नवम्बर दरभंगा केर राष्ट्रीय अधिवेशन सँ घोषणा कैल जायत, ई सुनिश्चित अछि।
तखन आब जे मिरानिसे केँ आगू बढ़ेबाक अछि ताहि में फेर सँ सब कियो अपन माता-पिता-गुरु केँ मन वचन आ कर्म सँ ध्यान करैत मातृभूमि लेल स्वेच्छा सँ आगू बढ़ब। अपन योगदान जाहि कोनो रूप में हो ओ जरूर करब। आब बहन्ना नहि, बहुत देरी भ चुकल अछि। आब नहि त कहियो नहि!!
हरिः हरः!!