एटलांटा, जॉर्जिया, अमेरिका। जुन ६, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
अमेरिकाक एटलांटा शहरमे मिथिलाक विवाहिता मैथिलानी सबहक आजुक दिन बिशेष रहल। अप्पन पतिक दीर्घायु लेल मिथिलाक बेटी सब इश्वर सं कामना करैत वट सावित्री अर्थात बरसाइतक पर्व हर्षोल्लासपूर्वक मनौलनि।
“श्री मंदिर“ स्थित बरकऽ गाछमे एटलांटा आर आसपासक क्षेत्रकें सम्पूर्ण महिला लाल-पीयर डोरा बान्हि कऽ अप्पन अप्पन पतिक दिर्घायु हेवाककें कामना कयलनि। पूजा मे बट सावित्रीक कथा सेहो सुनाएल गेलनि। कार्यक्रम में बट साबित्री पाबनि गीत आर भगबती गीत से हो सुनाओल गेलनि। आर अंतमे प्रीति भोजक आयोजन सेहो कैल गेल छल।
करीब ४५-५० कें संख्यामे मिथिला कऽ महिला आ ओहिकें संग-संग हुनकालोकनिक पति आ धीया-पुता सब सेहो अहि पावनिमे उपस्थित भेलाह। एहन मानल जाइत अछि जे बरसाइत केला सं मोनक सब मनोरथ पूर्ति होइत अछि। आ अहिकें संग-संग पति सेहो दीर्घायु होइत छथि।
किछ साल स अमेकिक एटलांटामे ई पावनि मनवैत आबि रहल जानकारी मिथिला ग्रुपकें संयोजक सुनिल कुमार झा देलाह। झा कहला जे “बरक गाछ में ब्रह्मा, बिष्णु आर महेश कें बास होइत अछि ताई स बरक गाछकऽ पूजा होइत आबि रहल अछि”।
पौराणिक मान्यताक अनुसार ऋषिपुत्री सावित्री अप्पन पति सत्यवानक प्राण यमराजसँ वापस वरदानक रूप मे अपन पातिव्रत्य सँ माँगि कऽ लऽ अनने रहैथ आ ओहि दिनक स्मरण करैत विवाहित महिला सब जेठ अमावस्याक दिन ई पावनि मनवैत आबि रहल छथि।
किछ साल पहिने तक ब्राह्मण, कायस्थ आ सोनार जातिक विवाहिता स्त्री ई पावनि मनबैत छलथि मुदा अखन दोसरो जातिक स्त्रीगण सब सेहो आब अहि पावनिमे अपन सहभागिता देखा रहलीह अछि।
नव कनिया सबहक सासुर स अहि पावनिक लेल भार पठाओल जाइत अछि आ ओहि भार स पूजा कैल जाइत अछि। भार मे साड़ी, ब्लाउज, बूट (चना), आम, चूड़ी, दही, बियन (बाँस क पंखा) आ लाल पियर डोराक संग-संग कनिया-पुतरा सहित आओर बहुत रास अन्य उपहार आदि सब सेहो पठाओल जाइत अछि।