मधुबनी, जुन ४, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
नवारम्भ प्रकाशन – पटना सँ मैथिली जिन्दाबाद केर संपादक प्रवीण नारायण चौधरी केर पहिल मैथिली कविता संग्रह ‘प्राण हमर मिथिला’ केर प्रकाशन यैह जुन मे होयत। प्रकाशक-संपादक अजित आजाद जानकारी दैत कहलनि अछि जे युवा मैथिल रचनाकार सबहक रचना केँ प्राथमिकताक संग प्रकाशन करबाक कार्य केँ निरंतरता दैत नवारम्भ प्रकाशन सोसल मिडिया सँ धरातल पर उतरल कवि-कथाकार-अभियानी प्रवीण नारायण चौधरी केर ई पहिल रचना प्रकाशित करय जा रहल अछि।
लेखक प्रवीण नारायण चौधरी अपन पोथीक सफलता पाठक पर निर्भर रहबाक बात कहैत जानकारी करौलनि अछि जे एहि मे युवा मैथिल लेल विशेष संदेश देबाक कार्य कैल गेल अछि। अपन हेराइत सनातन पहिचान – मिथिलाक जनमानस जे जनक-जानकीक समय सँ एखन धरि अपन अस्तित्व भावना मे बचौने अछि, मुदा भूगोल मे एकर नगण्यता कतहु न कतहु हमरा सब केँ खिन्नता दैत अछि, ताहि सब सन्दर्भक संग अपन समाजक अनेको आडंबरी व्यवहार आ सब सँ बड़का बात जे गप्प देबाक प्रवृत्ति खूब देखल जाएत अछि मुदा काजक बेर मे नुकेबाक कुचेष्टा सेहो मैथिल समाजक कमजोरी मे पड़ैत अछि, एहि सब पर विशेष प्रहारक शैली मे लगभग सौ रचनाक संकलन थीक ई पोथी।
सोसल मिडिया पर देल गेल जानकारी अनुरूप लेखक प्रवीण नारायण चौधरी एहि पोथीक मादे एना भावना रखलैन अछि। “हमर पहिल पोथी अहाँ सबहक हाथ एहि जुन-२०१६ मे आबि जायत। विश्वास अछि जे अपन युवा मैथिल वास्ते जे संदेश अपन किछु कविता मार्फत हम देबाक प्रयत्न केने छी ओ सफलता जरुर पायत। अपन मातृभूमि मिथिला तथा मातृभाषा मैथिलीक संग स्वजन्य मैथिल जनमानस लेल जे हमर समर्पण आ विचार अछि, ताहि मे कर्मठ कार्यक्रमक संग क्रियान्वयन पर जोर देल जाएत अछि। अगबे गोलैसी देला सँ मिथिला पाछू भेल अछि। विशेष, जखन पोथी अपने लोकनि पढब, तऽ स्वयं कहब जे हमर प्रयास कतेक सफल या असफल भेल अछि। जय मिथिला – जय जय मिथिला! हरिः हरः!!”
मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ लेखक केँ हार्दिक शुभकामना!! संगहि आगामी मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल पटनाक आयोजन समय धरि १०० गोट पोथीक प्रकाशन हो आर एहि मे बेसी सँ बेसी युवा कवि लोकनि सहभागी बनैथ, मैथिली जिन्दाबाद द्वारा एहि अभियान लेल सेहो आवश्यक प्रचार-प्रसार मे भरपूर सहयोग देल जाएत रहत। प्रकाशनक कोनो समस्या मे लेखक सब अपन जिज्ञासा राखि सकैत छथि।