पटना मे होयत चिन्तन शिविर – विषय-वस्तु भेल तयः मिरानिसे

दरभंगा, जुन ३, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

mrns letter chintan shivir2बहुत दिवस सँ सुसुप्त संस्था मिथिला राज्य निर्माण सेना मे सुरफुरी शुरु भऽ चुकल अछि। आन्तरिक विवाद सँ ग्रस्त मिरानिसे एक बेर फेर सँ अपन जनजागरण अभियान केँ सघन बनेबाक प्रतिबद्धता दोहरेलक अछि। मैथिली जिन्दाबाद सँ बातचीत मे महासचिव राजेश झा कहलनि जे मैथिल जनमानस मे पारिवारिक दायित्व सर्वप्रथम मानवीय धर्म होयबाक कारणे राजनीतिक सजगताक कमी अछि। यैह कारण सँ बाहरी राजनेताक जातिवादी नारा मे आइ मिथिलाक समरस समाज पूर्णरूपेण विखंडित भऽ गेल अछि। नेतागिरीक माने सरकारी खजाना पर मौज-मस्ती उडेबाक एकटा अजीब माहौल नंगटे नचैत देखाय लागल अछि। सच छैक जे मिरानिसे मे शिथिलता सेहो किछु एहने कारण सँ आयल। हम स्वयं अपन कैरियर मिथिलहि मे बनेबाक लेल दिल्लीक लाखों रुपया आमदनीक मोह त्यागि, मेट्रोपोलिटन सिटीक लक्जरियस लाइफस्टाइल सँ बाहर आबि दरभंगा मे अपना केँ स्थापित करय मे लागि गेल रही।

विदित हो जे राजेश झा – मिरानिसे केर राष्ट्रीय महासचिव छथि। दिल्ली प्रवासक दौड़ान रूटीन मे ई मिरानिसे केर प्रतिनिधि टोली बनबैत केन्द्रीय नेता सब संग भेंटघाँट करैत मिथिलाक समस्या सब सँ हुनका सब केँ आगाह करबैत रहैत छलाह। मिथिलावाद मे अपना केँ झोंकि देलाक बाद उच्च शिक्षा वास्ते मिथिलाक लोकक पूँजी कोटा-राजस्थान आ दिल्ली आदि मे बहैत देखि ई अपन सोच मे क्रान्ति अनैत ‘द इम्पल्स कोटा’ नाम सँ कोचिंग सेन्टर दरभंगा मे स्थापित कएलनि। आइ एहि संस्थानक योगदान सँ दरभंगा मे न्युन खर्चा सँ उत्कृष्ट गुणस्तरक शिक्षा जनमानस केँ भेटब शुरु भऽ चुकल अछि। निरंतर दुइ वर्ष मे ९०% सफलताक रिकार्ड ठाढ कएनिहार महासचिव राजेश आब अपना केँ सक्षम मानैत छथि जे फेर सँ मिथिलाक मूल धरातल पर मिरानिसे केर जनजागरण अभियान संचालन करब जरुरी अछि। हिनकहि पहल पर केन्द्रीय समिति एहि बात लेल सहमति दैत पटना मे यैह १२ जुन, २०१६ केँ चिन्तन शिविर रखबाक घोषणा कएलक अछि।

मिरानिसे केर रणनीतिकार एवं कोषाध्यक्ष संजीव सिन्हा पर चिन्तन शिविर केर विषय-वस्तु तय करबाक भार देल गेल छल, ओहो ई कार्य पूरा करैत मूल रूप सँ चारि गो महत्वपूर्ण विषय शिविर मे विमर्श लेल रखलैन अछि – जानकारी करौलनि केन्द्र दिल्ली मे कार्यरत महासचिव हेमन्त झा। मिथिला राज्य आन्दोलनक इतिहास-विकास, कतय कि चूक भेल, मजगुती लेल कि करबाक चाही आ एहि आन्दोलन मे अहाँक सक्रिय योगदान कोन तरहक संभव अछि – यैह चारि टा महत्वपूर्ण पक्ष पर ३० गोट मानद सदस्य व कार्यकारिणी सदस्य लोकनि बीच विमर्श कैल जायत। मानद सदस्यक रूप मे विभिन्न जिला सँ वरिष्ठ विद्वत् एवं दृष्टिकोणसंपन्न व्यक्तित्व लोकनिक सहभागिता सुनिश्चित कैल जा रहल अछि। विचारक वर्ग एवं नेतृत्व वर्ग केर बीच सामंजस्य सँ ई शिविर केर आयोजन कैल जा रहल अछि।

कार्यक्रमक आयोजन बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ केर सभागार – जमाल रोड मे १२ जुनक दिन १२ बजे सँ ५ बजे निर्धारित कैल गेल अछि। कार्यक्रम मे दिल्ली, कानपुर, पटना, दरभंगा, सहरसा, मधुबनी, विराटनगर व अन्य स्थान सँ प्रतिनिधि सहभागी लोकनि आबि रहला अछि। स्थानीय संयोजनक भार सम्हारनिहार गुंजन श्री जानकारी करबैत कहलैन जे यथासंभव स्वागत करब अपन स्वजन्य मैथिल बंधुगण केँ आर अन्त मे घोषणापत्र जारी करैत विनम्र मांग राखब वर्तमान राज्य व केन्द्र सरकार सँ जे भारतीय गणतंत्र मे छोट राज्यक मांग पूरा कैल जाय आर मिथिला राज्यक स्थापना आर कोनो नव राज्य निर्माण सँ पहिनहि कैल जाय। राज्य रूप मे मिथिलाक उपेक्षित आर्थिक व्यवस्था मे शीघ्र सुधार संभव होयत। लोक अपन सरोकार आ सरकार सँ बिहारक उपेक्षा सँ मुक्ति पाओत।

सीतामढी सँ विद्वान् अभियानी व राजनीतिकर्मी डा. देवेश कुमार एहि चिन्तन शिविर केर समर्थन दैत सब केँ एकजुट बनि भारतक संविधान मे सीताक सम्मानित स्थान लेल – सीताक भूमि मिथिला व एहि पवित्र भूमि व इतिहास केँ भूगोल मे स्थापित करबाक लेल मान्यता दियायब जरुरी रहबाक बात कहलैन। ओ कहलैन जे मिथिलाक भूमि मे सेहो भाषिक, धार्मिक, सांस्कृतिक विविधता निहित अछि। मिथिला राज्य भेला सँ मैथिली जेकाँ आरो-आरो भाषा आ बोली केर सम्मान दियेबाक कार्य होयत। सबहक विकास लेल स्वराज्यक परिकल्पना कारगर होयत। व्यक्तिगत स्वार्थ सँ दूर अपन मातृभूमि लेल ई संघर्ष मे संग बनल रहबाक प्रतिबद्धता प्रकट करैत आरो युवा अभियानी केँ जोड़बाक संकल्प ओ दोहरौलैन।

कानपुर सँ अनिल झा अपन विचार दैत कहलैन जे वर्तमान राज्य व केन्द्र सरकार आबो सावधान भऽ जाय आर मिथिलाक सम्मान संविधान मे स्थापित करय। उपेक्षाक विरुद्ध क्रान्तिक बिगुल बाजि गेल अछि। आब उपेक्षा वर्दाश्त नहि। सहरसा सँ सुभाषचन्द्र झा, विजय महापात्रा आ मुजफ्फरपुर सँ संजय मैथिल सहित दरभंगा सँ वैद्य ओ पी महतो, मधुबनी सँ अजित आजाद आदि एहि शिविर मे सहभागी बनि अपन मातृभूमि लेल हर समय समर्पित रहबाक वचनबद्धता प्रकट केलनि अछि।