दिल्ली विश्वविद्यालय मे मैथिलीक पढाई लेल संघर्षक आह्वान

दिल्ली, जुन २, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
msm e4मैथिली साहित्य महासभा दिल्ली विश्वविद्यालय मे मैथिलीक पढाइ वास्ते अभियान चलाओत, ई जानकारी महासचिव संजीब सिन्हा मैथिली जिन्दाबाद केँ करौलनि अछि। साहित्य अकादमी मे मैथिली, संविधान मे मैथिली, युपीएससी मे मैथिली, बीपीएससी मे मैथिली, त्रिभुवन विश्वविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय, बिहार विश्वविद्यालय, भागलपुर आ मिथिला विश्वविद्यालय सब तैर मैथिली स्थापित अछि आर एकर पढाइ सेहो उपलब्ध छैक। कहियो कोलकाता आ बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय मे सेहो मैथिलीक पढाइ होएत छल। तमिल, बंगाली, पंजाबी सहित ११ भारतीय भाषा केर पढाई भऽ रहल छैक दिल्ली विश्वविद्यालय मे। मुदा जाहि दिल्ली मे लाखोंक जनसंख्या मे मैथिल जनमानस रहि रहल अछि, अपन धिया-पुताक शिक्षा दिक्षा एतहि सँ पूरा करा रहल अछि, ताहि ठामक दिल्ली विश्वविद्यालय मे मैथिलीक पढाई सँ वंचित रहब संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकार सँ वंचित होयबाक समान अछि। अतः मैसाम निर्णय कएलक अछि जे एहि वास्ते विश्वविद्यालयक वाइस चांसलर (उप कुलपति) सँ भेंट कय अपन बात राखल जायत, हुनका ज्ञापन पत्र सेहो सौंपल जायत। एहि लेल आवश्यक हस्ताक्षर अभियान सेहो छात्र सबहक बीच मे चलेबाक अभियान चलाओत मैसाम।
 
विदित अछि जे गृह-राज्य बिहार मे रोजी-रोटीक अवसर मे कोनो उल्लेखणीय सुधार नहि होएत देखि वर्तमान समयक विकसित उद्योग, कृषि व रोजगारक अन्य साधन हेतु देशक राजधानी क्षेत्र मैथिल जनमानस लेल प्रवासक स्थल मे स्वर्ग समान स्थापित भऽ चुकल अछि। एहि ठामक मैथिल समाजक बसोवासक इतिहास कहैत अछि जे हाल समय धरि लोक अपना केँ रोजगारक संग घर-परिवार बसेबाक वास्ते संघर्ष करैत रहल अछि। मुदा जेना-जेना स्थिरता आबि रहलैक अछि तेना-तेना आम मैथिल जनमानस अपन भाषा व संस्कृति प्रति जागरुकता बढेने जा रहल अछि। अखिल भारतीय मिथिला संघ द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय मे मैथिली पढेबाक मांग बहुत पहिनहि सँ करैत आबि रहल अछि। एहि अभियान केँ बल पहुँचेबाक लेल संगठित रूप सँ मैसाम विभिन्न कार्यक्रमक आयोजन करत।