भानु कला केन्द्र विराटनगर केर दिल्ली अनुभवः कलाकार केर सम्मान हो

भानु कला केन्द्र केर संस्थापिका श्रीमती माया पौड़ेल केँ प्रशंसा पत्र सँ सम्मानः अन्तर्राष्ट्रीय मैथिल सामाजिक अभियन्ता सम्मेलन २०१६

bhanu kala kendraभानु कला केन्द्र केर संस्थापक स्व. चतुर्भुज आशावादी केर पुण्य आत्मा तखन अत्यन्त प्रसन्न भेल हेतनि जखन दिल्ली मे वैदेही व गाँधी स्मृति एवं दर्शन समिति द्वारा आयोजित जानकी जन्मोत्सव समारोह मे आयोजक केर रूप मे सहभागिता दैत सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘हिमाल देखि तराइ सम्म’ प्रस्तुत कैल गेल। ई सौभाग्य दिल्लीवासी केँ सेहो भेल जे एकटा अत्यन्त प्रखर ओ समर्पित संस्कृतिकर्मी आशावादीजी केर धर्मपत्नी संस्थापिका श्रीमती माया पौड़ेल ओतय स्वयं उपस्थिति देली। स्व. आशावादी केर एक-एक सपना केँ अपन कर्मठ योगदान सँ साकार करैत आबि रहली श्रीमती पौड़ेल स्वयं एक प्रसिद्ध कवियित्री, गायिका, नर्तकी, निर्देशक, निर्माता आ सचमुच महान नेत्री – अभिनेत्री सब किछु छथि। एक्के महिला मे एतेक रास गुण होयब एहि पृथ्वी पर जिन्दारूप भगवतीक दर्शन समान अछि। संगहि स्व. आशावादीक जेठ सपुत ई. प्रचण्ड पौड़ेल ‘आशावादी’ केर दक्ष संयोजन मे २२ गोट कलाकार केर यात्रा विराटनगर सँ दिल्ली आ पुनः दिल्ली सँ विराटनगर अत्यन्त रोचक अछि।

यात्रा मे कष्ट – दिल्ली मे कष्ट – दर्शक व आयोजक सँ कष्ट – कतेक रास कष्ट – ई कष्ट तऽ कलाप्रेमीक आभूषणे थीक। मैथिली जिन्दाबाद केँ प्रतिक्रिया दैत श्रीमती पौड़ेल मैथिल केर स्थिति मे आइयो धरि सुधार नहि हेबाक बात कहि एक बेर तऽ हमरा चौंकेबो केली आ हिला सेहो देली। यात्राक कष्ट आ दिल्लीक दिलवाली भूमि पर कष्टपूर्ण जीवन नेपाल केर कलाकार लेल स्वाभाविके छल, कारण गर्मीक मास मे नेपालक लोक लेल दिल्ली नरक समान होएत अछि। एहेन प्रचण्ड गर्मी जेकर कष्ट नेपालक मोडरेट क्लाइमेट मे रहनिहार लेल हम अपने भोगने छी। दिन मे तऽ कतहु निकलय योग्य नहि रहैत अछि। एसी गाड़ी आ छाहैरवला स्थान प्राणक आधार रहैत अछि। एतय आयोजक सँ कष्ट केर बात कहली तखन एक बेर मोन झुझुआन भऽ गेल। ओना आयोजक हमरा नजरि मे एकमात्र अमर नाथ झा समान विशिष्ट संयोजनकर्ता छलाह…. चौंकि गेलहुँ आ पूछलियैन जे ‘अन्टी! ई कि कहि रहल छी? कि भेल?’ ताहिपर ओ कहली, “बौआ! एतेक विद्यावान् आ धनवान्-भाग्यवान् लोक होएतो मैथिल समुदाय मे संस्कार कला एवं कलाकार प्रति अनादरपूर्ण देखल, मंच देरी सँ देल गेल, मंच पर व्यवस्था लेल कियो सहयोग कएनिहार कार्यकर्तो नहि छल, कलाकार सब अपने सबटा साफ-सफाई करय मे लागिकय मंचीय प्रस्तुति प्रारम्भ करबे केलक कि आयोजक सब गोटा केँ भोजक आयोजन दिस हाँकि देला…. आब कलाकार केकरा कला देखबैत… छुब्ध भऽ गेलहुँ… तखन तोरे समान एकटा आरो बेटा असगर अमरनाथ टा देखलहुँ तऽ हुनका सँ कहलहुँ जे आब हम सब कलाक प्रदर्शन कि खाली कुर्सी केँ करब? ओ तखन एकटा दरबज्जा बन्द कएलनि आ फेर एक-चौथाई बचल दर्शक केर सोझाँ मे हम सब मात्र चारि आना प्रस्तुति दैत फारकति पेलहुँ।”

तुरन्ते दोसर एक भद्र महिला कलाकार नेपाली मे बाजिकय कहय लगलीह, “एना लागल जेना हमरा सबहक संग दोसर दर्जाक व्यवहार कैल जा रहल अछि…. आयोजन मे कलाकार केर मानू कोनो सम्मान नहि हो… हम सब नेपाल सँ गेल रही शायद तही लेल ओतुका आयोजनकर्ता सब हमरा सबहक प्रति एहेन नजरिया रखैत बुझेला…. गर्मी सँ तबाह रहबे करी, कलाकार वास्ते देल गेल एकटा मेकप रूम मे लेडिज-जेन्ट्स वास्ते अलग चेन्जिंग रूम पर्दोक पार्टीशन सँ नहि बनायल गेल छल। आ एतेक कष्ट सहैत जखन हमरा सबहक प्रस्तुतिक बेर भेल तऽ दर्शक केँ भोज खुएबाक दिशा मे हाँकि देल गेल… बहुत कष्ट अछि जे हम सब अपन कतेक रास महत्वपूर्ण प्रस्तुति मे कटौती करबाक लेल बाध्य भेलहुँ।”

प्रचण्ड तऽ एकटा गीते गाबिकय सुनबय लागल, “भोजक आगू – भोजक पाछू… मिथिला गामक गाम…. यौ देखू मैथिल ठामक ठाम”….। ओ कहलक जे ‘भैया! असगर अमर बाबु कतेक काज करितैथ। ओ तऽ एतेक पैघ आयोजन कोन धरानिये पूरा कएलनि सय्ह बड पैघ बात। आश्चर्य ई लगैत अछि जे जतेक गोटा केँ मंच पर बजेला, कम सँ कम ओतबो लोक पूरा कार्यक्रम देखबाक समय दितय। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा एकटा राष्ट्रीय स्तरक नेता छलाह से हुनका समयक अभाव रहल हेतनि, मुदा आर लोक सब अपन भाषण समाप्त केलनि आ पोन झाड़िकय चलैत बनलाह ई बड दुःख देलक। हम सब एतेक रास तैयारी कय केँ गेल रही… मुदा मैथिल समाज केर लोक बस भोज खेबा दिस आइयो आगू रहैत अछि से स्थिति बदलल नहि देखायल।”

सच मे – अमर नाथ बाबु ई आयोजन नितान्त असगरे करबाक लेल अन्तिम समय मे बाध्य भेला जेना हमरो लगैत अछि। पहिने योजना किछु आर छल। लेकिन ओहि योजना मे अचानक परिवर्तन भेलो पर अमर नाथ बाबु अपन दमखम सँ एहि आयोजन केँ वचनबद्धता अनुसार पूरा कएलनि। नेपाल सँ गेल कलाकार सब मंच पर हांइ-हुंइ कएनिहार सब केँ आयोजक मानिकय आरो नीक व्यवस्थाक अपेक्षा करब सेहो कतहु सँ गलत नहि लागल। जखन फरिछाकय कहलियैक जे ओ आकर्षक व्यक्तित्व तथा मीठ स्वर ओ अभिव्यक्ति करऽवला अमर नाथ जी अहाँ सबहक कार्यक्रम अपन वचन केँ निभेबाक लेल बदलल परिस्थिति मे केलनि, कमी-कमजोरी केँ नहि गानय जाउ कारण कार्यकर्ताक कमी सब तैर छैक… तऽ ओ सब अमर नाथ बाबु केँ चिन्हैत कहलनि जे ओ बेचारे तऽ जान-प्राण एक केने छलाह… मुदा कार्यक्रमक प्रारूप मे कतहु न कतहु त्रुटि रहलैन…. जेना उद्घाटन सत्र मे जानकीक नैहर सँ गेल स्वयं एकटा जानकी स्वरूपा आ मैथिली-मिथिला लेल एतेक पैघ योगदान देनिहाएर माया अन्टी केँ मंच पर सहभागिता तक नहि करौलनि…. प्रमुख अतिथि सँ परिचय धरि नहि भऽ सकल आ कलाकार सबहक समूह केँ कोनो सम्मान केर बात पहिल सत्र मे नहि भेल ई कोना बिसरायत। खैर! एहि बेर जे-जेना कमी-बेसी भेल तेकरा आगू हम सब सुधारब आ एनाही दुनू देशक कलाकार सब केँ एक-दोसराक स्थान पर आमंत्रित कय नीक कार्यक्रम सब करैत रहब। मैथिली जिन्दाबाद होएत रहतैक। सब कियो दिल्लीक प्रस्तुति मे कटौती सँ कनेक उदास छलाह तेकरा भरपाई करबाक प्रयास कएलहुँ।

अन्तर्राष्ट्रीय मैथिल सामाजिक अभियन्ता सम्मेलन २०१६ केर विभिन्न सत्र मे सेहो एहि तरहक सांस्कृतिक कार्यक्रमक आदान-प्रदान सँ मैथिलीक बाजार क्षेत्र बढेबाक आ कलाजीवी सब केँ प्रोत्साहन देबाक विमर्श सब होएत रहल छल। स्वयं धीरेन्द्र प्रेमर्षि विराटनगर केर विषय मे आ भानु कला केन्द्र केर योगदान जे लगभग ४ दसक सँ निरंतर चलैत आबि रहल अछि ताहि पर प्रकाश देलनि। निर्णय पहिने सँ कैल गेल छल जे किछु महिला केँ ‘जानकी सम्मान’ सँ सम्मानित कैल जाय। समयाभाव मे जानकी सम्मान केर रूप मे तऽ नहि मुदा प्रशंसा पत्र केर रूप मे एहि सम्मेलन द्वारा विराटनगरक भानु कला केन्द्र केर संस्थापिका श्रीमती माया पौड़ेल केँ प्रशंसा पत्र देबाक निर्णय लेल गेल। ई सम्मान पत्र देबाक पृष्ठभूमि मे विराटनगर सँ दिल्ली धरि कलाकार सबकेँ लऽ जेबाक आ भारतक राजधानी मे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करबाक आ संगहि ओहिमे मैथिली भाषा केँ प्राथमिकता मे रखबाक महान सोच केर भूमिका छल। काल्हि ई सम्मान पत्र हम श्रीमती माया पौड़ेल केँ भानु कला केन्द्र केर कार्यालय परिसर मे दोसल्ला आ फूलक गुलदस्ताक संग हस्तान्तरण करैत अपूर्व परमानन्द केर अनुभूति केलहुँ। कलाकारक समूह संग विस्तार मे वार्ता कएलहुँ। दिल्लीक गर्मी सँ आहत कतेक कलाकारमन केँ शीतलता प्रदान करबाक बस एकटा छोट प्रयास कएलहुँ।

विदित अछि जे मैथिलीक झंडा केँ फहरेबाक लेल यैह कलाकार सब जी-जान सँ कार्य करैत एकरा बचौने छथि। कलाकार केँ हम सब विशिष्ट अतिथिक दर्जा दैत सम्मान करी। आर्थिक पक्ष कमजोरो रहय मुदा स्वागत-सम्मान मे कतहु कोनो तरहक त्रुटि नहि एबाक चाही। अमर बाबुक शालीनता सँ के नहि प्रभावित होएत अछि, अन्टी सेहो खूब प्रभावित भेलीह आ घोषणा कएलीह जे प्रवीण समान एकटा आरो बेटा दिल्ली मे कमेलहुँ आ से अमर नाथ थीक। परन्तु कलाकार प्रति – चतुर्भुज आशावादीक योगदान प्रति उदासीनता जे उदासी दैत अछि ताहि पर सबहक ध्यान जेबाक चाही। योगदान केँ सम्मान हो! मात्र पद आ पीठासीन घरवैयाक सम्मान दिल्लीक यात्रा पर एकटा प्रश्न ठाढ केलक से आगाँ जरुर सुधरय। आपस मे फूलक गुलदस्ता, दोसल्ला, पाग आ मोमेन्टो लेन-देन सब दिन होएते अछि, अतिथि प्रति कोनो भाव नहि देखायब कतहु सँ प्रशंसा योग्य नहि भेल। ई कमी भेल, एकर समाधान निकलत। ई हमर वादा अछि। कलाकार सब सँ हम क्षमाप्रार्थी छी।

अन्टी द्वारा विशेष स्मृति मे राखल गेल डा. पंकज मिश्र केर उद्घोषणक शैली ओ मिठासक संग अमर नाथ बाबु केर शालीनता समान आगाँ आरो विशेष आयोजन मे दुइ राष्ट्र केर मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध मे मैथिली केर योगदान महत्वपूर्ण होयत, ई आकांक्षा अछि।

एहि सम्बन्ध मे अमर नाथ जी संग वार्ता भेला पर पता चलैत अछि जे अतिथि कलाकार केर समूह केर संयोजन पक्ष, यानि प्रचण्ड पौड़ेल आशावादी केर कमजोर कम्युनिकेशन सब समस्याक जैड़ बनल। बेर-बेर मंगलो पर कलाकार केर सूची, कार्यक्रम केर प्रारूप, सभागार केर तकनीकी पक्ष पर राय-विचार, सम्मानित कलाकार केर सूची, श्रीमती माया पौड़ेल समान दिग्गज स्रष्टाक सहभागिताक पूर्व सूचना तथा हुनकर सहभागिताक प्रकृति पर राय, आदि किछुओ बातक जानकारी आयोजन पक्ष केँ ससमय उपलब्ध नहि कराओल गेल। एहि सबहक अभाव मे आयोजन पक्ष ई निस्तुकी मानि लेलक जे सहभागी कलाकार समूह भानु कला केन्द्र द्वारा मात्र गीत-संगीत-नृत्य केर कार्यक्रम प्रस्तुत कैल जायत आर ओहि सत्र केर स्वयं आयोजक होयबाक कारणे कलाकार व वरिष्ठजन केर स्वागत-सम्मान केर प्रारूप सेहो अपनहि पास सुरक्षित राखि रहल अछि। ओहि सत्र मे नेपाल केर कार्यवाहक राजदूत व अन्य विशिष्ट अतिथिक सहभागिता पर सेहो बहुत रास बात पूर्वहि सँ सूचना मूल आयोजन पक्ष केँ नहि देल जा सकल। तहिना महेन्द्र मलंगिया समान दिग्गज स्रष्टा केँ सेहो भानु कला केन्द्र द्वारा आमंत्रित कैल जेबाक पूर्व चर्चा मुताबिक मूल समितिक तरफ सँ हुनका समय पर आमंत्रण पत्र तक नहि पहुँचेबाक कारणे ओ सहभागी नहि भऽ सकलाह आ एकर नकारात्मक असैर सँ ओ छुब्ध सेहो भेला जे आन सब कार्यक्रम मे हुनका आमंत्रित कैल जाएत छल, परन्तु एहि मे कियैक नहि कैल गेल। ई सब आमंत्रित कलाकार समूह भानु कला केन्द्र केर संयोजन पक्ष केर कमजोरीक कारण भेल जेकरा भविष्य मे सशक्त रूप सँ सुधार कैल जायत आ कमी-कमजोरी केँ दूर करैत लक्ष्य केर दिशा मे डेग बढाओल जायत। संयोजक अमर नाथ झा एहि लेल अफसोस प्रकट केलनि जे सब बात लेल आपस मे समीक्षा भेलाक बाद आगामी समय मे नीक करबाक वचनबद्धता प्रकट केलो पर जँ कलाकार समूह व श्रीमती पौड़ेल ओहि त्रुटि सबकेँ गानि रहली अछि तऽ एना मे आयोजनकर्ता केँ प्रोत्साहनक जगह हतोत्साह होयत, एहेन अवस्था सँ कलाकार पक्ष व संयोजनकर्ता सब गोटा केँ बचबाक चाही। आपसी सहयोग सँ आरो नीक करबाक सोच रखैत हम सब आगाँ बढी, मैथिली जिन्दाबाद अवश्य होयत।

हरिः हरः!!