विशेष सन्दर्भः मिथिला आवाज ‘मैथिली दैनिक समाचारपत्र’ केर पुनर्संचालन
साभार मिथिमिडिया संपादक रूपेश त्योथ सामाजिक संजाल पर एकटा विशेष चर्चा प्रकाश मे आयल अछि। डा. चन्द्र मोहन झा – संस्थापक आ संरक्षक – मिथिला आवाज – मैथिली दैनिक समाचारपत्र केर नाम सँ एकटा सम्पादकीय स्तम्भ मे ‘अमित द्विवेदी’ नामक मिडिया विशेषज्ञ केर लेख छपल अछि। मार्च ४, २०१६ केर ई लेख मिथिला आवाज डट नेट पर प्रकाशित अछि। एकर शीर्षक आ संवाद मे डा. चन्द्र मोहन झा केर नाम केँ मुख्य मोहरा बनायल गेल स्पष्ट देखाएत अछि। कहल गेल अछि, क्षेत्र से बढकर देश केर भाषा होएछः डा. सीएम झा। विवरणी मे उल्लेख कैल गेल बात जहिनाक तहिना हिन्दी मे एतय राखि रहल छीः
“मैथिली मे पत्रकारिताक प्रखर आवाज आदरणीय डा. चन्द्र मोहन झा आइ अचानक एहेन स्टैन्ड बना लेलनि ताहि मे बहुत रास बात मननीय बुझाएत अछि।
एक, ई विचार हुनकर नहि भऽ सकैत अछि, कारण कोनो द्विवेदी नाम्ना व्यक्ति जे पक्का मैनेजमेन्ट आ कम्युनिकेशन फिल्डक कियो प्रोफेसनल रहल होयत तेकर मस्तिष्क सँ उपजल भावना थीक, पोस्ट केर प्रकृति सँ स्पष्ट अछि।
दोसर, डा. सीएमजे मैथिली लेल लगानी करबाक अदम्य साहस देखौलनि, मुदा व्यवस्थापन पक्ष मे जिनकर भरोसे नाव पार उतारबाक प्रयास कएलनि ओतय धोखा होएत हम अपन आँखि सँ देखलहुँ….. मिथिला आवाज मे मौलिकता सँ भरल समाचार केर अकाल छल, जनसरोकारक मुद्दा आ जनजुड़ाव केर घोर अकाल छल, ताहि पर सँ हरमुठाइ केर कइएक शिकायत होएत रहैत छल, अन्तर्द्वन्द्व सँ विज्ञ सज्जन संपादक, व्यवस्थापक सब केँ किनारा लगा देल गेल छल… बहुत तरहक कमजोरी रहल जेकरा सीएमजे शायद व्यक्तिगत कानूनी उलझन मे फँसल रहबाक कारणे नहि सम्हारि सकल छलाह। आर मिथिला आवाज बन्द करबाक बाध्यता भेल छल।
तखन तऽ आब पूँजीवादी विचारधाराक शासित मुलुक मे पूँजी कोना बचत ताहि लेल कोनो तिकड़म अपना सकैत छी।
मैथिली मे पाठक कोना बढत, ताहि पर सेहो मंथन हो। एकला सीएमजे पर आक्रमणकारी टिप्पणी ओतेक नहि सोहा रहल अछि।”