विद्यापति स्मृति पर्व एवं मैथिल मिलन समारोह बुटवल मे संपन्न

बुटवल, अप्रैल २४, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

butwal vidyapati1मैथिल समाज नेपाल रुपन्देही (बुटवल) द्वारा विभिन्न चरण मे आयोजित वर्ष २०७३ केर विद्यापति स्मृति पर्व समारोहपूर्वक मनाओल गेल अछि। एहि मे काल्हि, शनि दिन ११ जेठ यानि अप्रैल २३ तारीख बुटवल स्थित लुम्बिनी बाणिज्य महाविद्यालयक सभागार मे भव्य विचार गोष्ठी, सम्मान समारोह, आजीवन सदस्यताक प्रमाणपत्र वितरणक संग रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमक संग विद्यापति स्मृति पर्व एवं मैथिल मिलन समारोह संपन्न भेल अछि।

butwal vidyapati2एहि अवसर पर संस्थाक अध्यक्ष प्रा. मुखीलाल चौधरीक अध्यक्षता एवं सचिव श्री एस. के. यादव द्वारा संचालन करैत उद्घाटन प्रमुख अतिथि माननीय प्रतिनिधि सभा सदस्य (सांसद) विरेन्द्र प्रसाद महतो द्वारा कैल गेल। संगहि विशिष्ट अतिथिक रूप मे आमंत्रित मोरंग (विराटनगर) सँ मैथिली-मिथिला अभियानी प्रवीण नारायण चौधरी तथा सप्तरी (राजविराज) सँ संचारकर्मी-साहित्यकार-अभियानी श्याम सुन्दर यादव ‘पथिक’ केँ अपन निरंतर सेवा सँ मैथिली भाषा-साहित्य एवं मिथिला संस्कृति केर संरक्षण-संवर्धन हेतु आयोजक संस्था द्वारा प्रशस्ति पत्रक संग पाग-माल-दोपटा सँ मुख्य अतिथि सांसद महोदय महतोजीक हाथ सँ सम्मानित कैल गेल छल।

pnc at butwal1विदित हो जे २०६३ मे स्थापित मैथिल समाज नेपाल रुपन्देही अपन स्थापनाकाल सँ लगातार बुद्ध केर भूमि बुटवल – पश्चिमी नेपाल मे गैर मैथिलीभाषाभाषी एवं गैर मिथिला संस्कृतिक जनमानसक मध्य रहैतो मैथिली-मिथिलाक भाषा-संस्कृति केँ संरक्षित-संवर्धित करैत आबि रहल अछि। एहि संस्था द्वारा हरेक वर्ष समर्पण संग योगदान देनिहार केँ सम्मान कैल जाएत अछि। तहिना मैथिल समाजक लोक केँ एकमात्र भाषा आ संस्कारक आधार पर एकजुट रखबाक लेल प्रत्येक मास मे छोट-छोट कार्यक्रम आ प्रत्येक वर्ष एक विशाल समारोह केर आयोजन करैत कैल जा रहल अछि। एहि संस्थाक अपन आर्थिक कोष सेहो सहकारिता समितिक मार्फत अत्यन्त सुदृढ अवस्था मे महिला तथा पुरुष सदस्य लोकनि द्वारा अथक प्रयास सँ बनाओल जेबाक एकटा अद्भुत अनुकरणीय उदाहरण सेहो बनाओल गेल अछि।

pnc at butwal3संस्थाक व्यवस्थापन मे प्रा. मुखीलाल चौधरी समान समर्पित नेतृत्वकर्ताक जतेक सराहना हो ओ कम्मे होयत, कहैत छथि मैथिल महिला समाज नेपाल रुपन्देहीक अध्यक्षा श्रीमती अनिता झा। संगहि, आर्थिक अवस्था सुदृढीकरण बिना कोनो संस्था उपलब्धिमूलक कार्य नहि कय सकैत छथि, जाहि लेल हम महिला मैथिल सब अपन घरक काज सब छोड़ियोकय अपन भाषिक-सांस्कृतिक पहिचान केँ सुरक्षित रखबाक लेल समग्र सरोकार लेल अथक प्रयास सँ आइ एहि मुकाम धरि पहुँचि पेलहुँ अछि, ओ कहलनि।

butwal vidyapati4प्रा. मुखीलाल चौधरी संस्थाक १० वर्षक यात्रा पर प्रकाश दैत आजुक समारोह ५ वर्षक रिक्तताक बाद कोना संभव भेल ताहि पर विचार रखैत संस्थाक सक्रिय सदस्य आ सहयोगी व्यक्तित्व लोकनिक भरपूर सराहना कएलनि। संस्थाक आजीवन सदस्यता स्वीकार करबाक संग-संग अपन भाषा-संस्कृति लेल एहि तरहक समारोहक आयोजन वास्ते हृदय सँ सहयोग देबाक अनुकरणीय उदाहरण बनेबाक उदाहरण दैत ओ सब सहयोगी केँ समुचित प्रशंसा पत्र मुख्य अतिथि सांसद विरेन्द्र प्रसाद महतोक हाथ सँ प्रदान करौलनि। तहिना सब आजीवन सदस्य केँ, आयोजन समितिक सदस्य केँ आ सहयोगी केँ अपनहि हाथ सँ टीका लगाय बेर-बेर एहने सद्भावनाक संग आगू रहबाक वचन लैत आगामी समय मे सेहो एकजुट रहबाक संदेश देलनि।

butwal vidyapati5मैथिल समाज नेपाल रूपन्देहीक विद्वान् पदाधिकारी एवं अभियानी लोकनिक संग-संग विशिष्ट अतिथि लोकनि भाषिक पहिचान आ सांस्कृतिक मर्यादाक महत्व पर प्रकाश देलनि। बुटवल जे कि मिथिलाक्षेत्र सँ बाहर अछि, ओतहु एहेन नीक एकजुटताक संग आइ यैह भाषा-संस्कृतिक शक्ति सँ सब कियो एक छी, एहि चर्चाक संग आयोजनक महत्व पर सब कियो खुलिकय समर्थन दैत आगामी समय मे आरो मजबूतीक संग प्रस्तुत होयबाक संकल्प लेलनि।

सम्मानित स्रष्टा श्याम सुन्दर यादव एवं प्रवीण नारायण चौधरी संस्थाक सम्मान प्रति आभारक शब्द रखैत अपन-अपन कार्यक्षेत्र मे आरो बेसी लगन सँ कार्य करबाक प्रतिबद्धता रखलनि। महाकवि विद्यापतिक रचित ‘टुटली ए फाटली मरैया अधिक सोहाओन हे’ गाबिकय श्रोता सबहक समक्ष हुनक जीवन चरित्र सँ विद्याधन अर्जन केँ प्राथमिकता देब आर सदैव सृजनशील बनल रहब – ताहि सँ त्रेता, द्वापर, कलियुग धरि जीवित मिथिला आगुओ जीवित रहत – ई भाव प्रवीण नारायण चौधरी सभाक समक्ष रखलैन।

कार्यक्रमक मुख्य अतिथि माननीय सांसद विरेन्द्र प्रसाद महतो एहि आयोजन सँ सीख लेबाक लेल अपन क्षेत्रक जनमानस आर समस्त मिथिलाक्षेत्रक जनमानस केँ प्रेरित करबाक बात कहलैन। नेपालक वर्तमान संविधान सँ असन्तुष्ट आबादीक संघर्ष सेहो जल्दिये समाधान पाओत ताहि लेल शुभकामना देलनि। संगहि, भाषा आ संस्कार संग जन्मभूमि आ कर्मभूमि दुनू मे सक्रिय रहनिहार समाज केँ कोनो शक्ति पाछू नहि कय सकैत अछि, ई बात मोन राखि सदैव सकारात्मक कार्य करैत रहबाक लेल अपील केलनि। ओ मैथिल समाज नेपाल रुपन्देही केँ बुटवल एहेन जगह पर हजारों मैथिल परिवार केँ एक सूत्र मे बान्हिकय रखबाक बात एहि समारोह सँ देखेबाक बात सँ खूब प्रेरित भेलाह।

तहिना वर्तमान कार्यक्रमक संयोजिका सुनीता सिंह अपन धन्यवाद संबोधन मे नाम लैत संस्थाक पदाधिकारी आ विशिष्ट सहयोगी सब केँ भरपूर प्रशंसा केलनि। खासकय महिला मैथिल सब जेना मेहनत केली तेकरा कहियो बिसरल नहि जा सकैत अछि, ओ कहली। मंचासीन अतिथि आ विद्वत् लोकनि केँ सेहो धन्यवाद करैत आगामी समय मे आरो नीक आयोजन सब कियो मिलिकय करब आ अपन अधिकार लेल सेहो एक ठाम रहब, एहि संकल्पक संग उद्घाटन सत्र केर समापन भेल।

कार्यक्रमक दोसर सत्र मे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमक आयोजन कैल गेल। जनकपुर एवं राजविराज सँ आमन्त्रित कलाकार लोकनि द्वारा भव्य गीत-संगीत-नृत्य आ हास्य सबहक प्रस्तुति सँ दर्शक लोकनि भरपूर आनन्द उठौलनि आ बेर-बेर मैथिल होयबा पर, मिथिलाक पावन भूमिक पूर्ण संस्कृति ओ सभ्यता पर गर्व करैत रहला। जनकपुर केर हेल्लो मिथिला सांस्कृतिक समूह नविन मिश्रा केर संयोजन मे दर्जनों कलाकारक संग एहि कार्यक्रम मे भाग लेलक। कनक भूधर शिखर वासिनी ताहि ऊपर भगबती – एहि विद्यापति रचना पर सुन्दर नृत्य सपना, खुश्बु व अन्य कलाकार सब द्वारा प्रस्तुति अत्यन्त मनमोहक लागल। नृत्यक शुरुआत आजु जनकपुर मंगल हे सँ भेल छल जे पहिनहि संकेत कय देलक जे कोन उच्चस्तरक सांस्कृतिक कार्यक्रम बुटवल केर प्रवासी मैथिल केँ भेटतनि।

एहि सत्रक संचालनकर्ता मिथिला नाट्यकला परिषद् जनकपुर केर सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार – उद्घोषक राम नारायण ठाकुर कएलनि। वास्तव मे राम नारायण ठाकुर केर हास्यक शैली आ सीमा कोनो सभ्य मंच लेल प्रशंसित कहल जा सकैत अछि। ओ अपन उद्घोषण शैली सँ मात्र कहबे टा नहि केलनि जे मिथिलाक लोकसंस्कृति अत्यन्त सौम्य आ सुन्दर अछि, बल्कि गोटेक अंग्रेजी, गोटेक हिन्दी आ गोटेक भोजपुरीक गीत आदि अपन विशेष नृत्यक संग संगीत टोलीक धून पर गाबिकय देखौलनि जे फूहरता सँ कोना ई सब भाषा अपन गरिमा केर हानि कय लेलक अछि। हुनकर उद्घोषण मे ज्ञान भरल छल जे आम मैथिल जनभावना लेल एकटा संदेश दैत रहल – अपन मूल संस्कार केँ हम सब कथमपि नहि छोड़ी। राम नारायण ठाकुर अपन मैथिल संस्कार जेना बियाह आदि मे बरियाती, बर आ परिछनक संग स्वयंवर प्रथाक नव प्रयोग सब पर सेहो हास्य प्रस्तुत करैत एकटा सकारात्मक संदेश देलनि जे पहिनहि सँ आबि रहल मूल्यवान् परंपरा सँ दूर नहि जाय, अन्यथा वर्णसंकरक उत्पत्ति मिथिलाक संस्कार लेल जानलेवा सिद्ध होयत।

ललित कापरि, नवीन मिश्र आ अंजू यादव द्वारा अलग-अलग रस केर गीत गायन श्रोता लोकनि केँ झूमाकय राखि देने छल। गणेश वन्दना आ भैरवि वन्दनाक संग गोटेक रास विद्यापति गीतक गान जतय ललित कापरि केलनि ओत्तहि सावन मास मे विदेश रोजगार मे रहल पतिक प्रति कोना विरह घर पर असगर दिन काटि रहल पत्नीक होएत छैक तेकर प्रस्तुति नवीन मिश्र द्वारा कैल गेल। अंजू यादव पहिल सत्र मे स्वागत गीत मंगलमय दिन आजु हे पाहुन छथि आयल कएने छलीह, एहि दोसर सत्र मे ओ शारदा सिन्हाक गायल किछु अति लोकप्रिय मैथिली लोकगीत गेलनि आ अपन सुमधुर आवाज आगामी समय मे आरो बेसी नीक करत से संकेत देलनि। हर तरहें बुटवल मे आयोजित विद्यापति स्मृति पर्व एवं मैथिल मिलन समारोह एकटा सफल आर अविस्मरणीय कार्यक्रम सिद्ध भेल।