आबि रहल अछि शीघ्र मैथिली गीतक नवका एल्बमः अरिपन

अरिपनः राम भरोस कापड़ि भ्रमरक मैथिली गीत एल्बम
(नओ गोट बिबिध गीतक भिडियो एल्बम)
 
aripanइतिहासक हेतु चर्या गीतमे मैथिलीक अस्तित्वपर जतेक गुमान करी, वास्तवमे मैथिली गीतक स्वरुप चौदह्म शताब्दीक वर्णरत्नाकरक रचयिता कविशेखर ज्योतिरीश्वर ठाकुरक नाट्य रचना धूर्त समागममे प्रयुक्त भेल गीत सँ देखार भेल जकरा विश्व स्तर पर चर्चित प्रसारित कयलनि महाकवि विद्यापति । एहि बीच बहुतो गीतकार अएलाह , स्थापित भेलाह । लोक गायनक संग आधुनिक गीत संगीतक जोड़ चलैत रहल । अझुका समयमे भोजपुरी गीतक चलती सँ प्रभावित भऽ किछु मैथिलीयोक गीतकार झमकौआ गीतपर भसिया रहल छथि । हँ, मैथिली गीतकेँ स्वच्छ आ प्रतिष्ठित रुपमे स्थापित करबाक काज रविन्द्र महेन्द्रक जोडी कयलनि जे एक दशक धरि तँ तहलको मचौने रहल । आब त रौक स्टारक युगमे मैथिलीक मधुर गीत कतेक केँ पचतनि । तथापि लिखनिहारक कलम एखनो संयमित आ मर्यादित रहैत मैथिली गीतक उँचाइकेँ स्थापित करबामे लागल अछि ।
 
लौले सही नेनामे (प्रायः १३-१४ वर्षमे) राम भरोस कापडि़ भ्रमर गीत लिखय लगलाह । जनकपुरक रेलवे स्टेशनपर काँखमे झोरा लटकौने, हाथमे अठपेजिया गीतक पर्ची लेने महिनाथपुर दिशक कोनो पंडितजीकेँ गीत गाबि गाबि ओ पर्चीनुमा किताब बेचैत देखि गीत लिखबाक मोन भेलैन आ तेहने सन गीत लिखि जनकपुरक तत्कालीन हिमाली छापाखानामे छपौलनि । गाममे एकटा दोकानमे बेचबाक हेतु देलखिन आ किछु ओहु रेलवे टिसनबला गबैयाकेँ । बस, गीत लिखबाक यात्राक शुरुआत भेल से आइधरि जारी अछि । समाजिक मर्यादाके भीतर लिखल गीतसभ पत्र पत्रिकामे छपैत रहैत छन्हि – संग्रहोमे आएल छन्हि । तखन मंचपर ततेक नहि जा सकल अछि । आ मंचक लेल चहटगर गीतक मांग प्रायः एकर बाधा रहल । से एक बेर भेलनि । ‘सीता’ नेपाली फिल्मक हेतु एकटा होरी गीत लिखबाक आग्रह कयलकनि अशोक शर्मा । लिखि पठौलनि । मुदा शम्भुजीत बाँसकोटाकेँ नहि अरघलैक ओकर साधु शब्दसभ । हारि कऽ दू अर्थि गीत लिखऽ पडलनि । ‘होरी है, होरी है, होरी है, आजु जनकपुरमे होरी है । कहबाक जरुरति नहि – ओहि वर्ष नेपाली फिल्मी गीतक समीक्षा प्रकाशित भेल तँ दश गोट श्रेष्ठ आ चर्चित गीतमे एकरा सामेल कएल गेल छलैक । ई छैक माया नगरीक माया आ रंग ताल ।
अरिपनमे की अछि !
 
कयक सालक उधेडबुनक बाद अन्ततः श्री राम भरोस कापडि़ भ्रमरक नओ गीत विविध विषयक गीतक भिडियो एल्बम आएल अछि – अरिपन । फेर एहि ठाम गीतकारक साधु प्रवृति हावी भऽ गेल अछि – नामाकरणमे । आजुक बजार ओहुना कम छैक सीडी , भीसीडी आदिकेँ । ताहि पर पूर्णतः साँस्कृतिक‍- मांगलिक नाम अरिपन – पता नहि कतेककेँ आकर्षित करतैक । मुदा एहिमे सामेल नओ गीत विविध सामाजिक जीवन तत्वकेँ प्रतिनिधित्व करैत संस्कारी भाषा आ भावक संग आएल अछि । पूर्णतः परिवारिक सरगम । अहाँ कम्प्युटर हो, टी भी हो अथवा प्रोजेक्टरसं देख चाही तँ सीनेमाक पर्दाधरि , एकाग्र चीते एकर आनन्द उठा सकै छी ।
 
नओ गीतमे तीन दाम्पत्य जीवनक नोक झोक, प्रेम विछोडकेँ देखबैत अछि । एकटा गीत युवासभकेँ ध्यानमे राखि लिखल गेल अछि से उत्तेजनामुलक नहि , सन्देश मुलक अछि । अपनो हँसु आ दोसरोकेँ हँसाउ सन उत्प्रेरणामूलक भाव सँ युवा पीढीक मानसीकताकेँ उद्वोधित करबाक प्रयास कएल गेल अछि । तहिना एक गीत शांत रसमे राखल गेल छैक – मनकेँ भीतर अन्दर दर्द भरल अछि ..। साँसारिक व्यामोहक प्रपंचनाक सुन्दर उपस्थापन एहि गीतमे भेल अछि । एकटा गीत नेनासभक हेतु आएल अछि – रुनझुन रुनझुन बाजे पैजनिया… । एहु गीतमे भाव भंगिमा आ स्वर सभक संगम सँ नेनाक बालपनक मनो विज्ञानकेँ प्रस्तुत करबाक प्रयास कएल गेल अछि । गायक गुरुदेब कामतक स्वरमे एकर स्वरुप आरो निखरल अछि । एकटा गजल अछि । भ्रमरक पूर्वमे प्रकाशित चर्चित गजल छैक । पाबी ने हम इजोरिया तँ अन्हारी छिनत के हम्मर .. । हरिशंकर चौधरीक मधुर स्वर आ उपस्थिति गीतकेँ मार्मिक आ दर्शनीय बनबैत छैक । एहि एलबममे एकटा होरी गीत सेहो छैक जे सामान्यतः होरी गीतक चलताउ परिपाटी सँ भिन्न स्वरुपमे लिखल आ प्रस्तुत कएल गेल छैक । आभास लाभ एकरा स्वर देने छथि ।सभ सँ महत्वपूर्ण आ सम्भवतः पहिल बेर मैथिलीमे राखी गीतक प्रस्तुतीकरण भेल अछि जे काफी रोचक ढंग सँ मिथिलाञ्चलक कुआमे फिल्माओल गेल छैक । रामा मंडल आ रश्मी रानी ई गीत गौने छथि ।
 
नव की अछि ?
 
एहि भिडियो एलबममे नवताक बात करी तँ बहुृतरास अछि जाहिमे एकर फिल्मांकनक हेतु लोकेशनक चयनक बात छैक । अधिकांश नेपाली भाषी भिडियो कलाकार सभक संग काठमाण्डूक पहाडी क्षेत्रमे एकर फिल्मांकन भेल छैक । पहाडी आ मैथिली संस्कृतिकेँ समन्वित स्वरुप एहि मैथिली भिडियो एलबममे अद्भूत छटा प्रदर्शित करैत अछि । एकर फिल्मांकनमे एम पाँच कैमराक प्रयोग भेल अछि जे बढका पर्दाक हेतु कएल जाइछ । एकर नृत्य निर्देशक आ सम्पादक नेपाली भाषी क्रान्ती केसी अछि मुदा ओ मैथिली संस्कृतिकेँ विविध पक्षकेँ बुझबाक प्रयास कर्रैत एहि भिडियोकेँ पूर्ण कएलक अछि ।
ई भिडियो कोना उपलब्ध हएत !
 
एहि भिडियोकेँ बाजारमे उतारबाक हेतु दूगोट माध्यम राखल गेल छैक । एकटा अनलाइन बिक्रीक व्यवस्था । दोसर खुल्ला बिक्री । अनलाइनमे अर्डर दऽ कऽ घर बैसले मंगा सकैत छथि ग्राहक तँ खुल्ला बिक्रीक हेतु सेहो दू गोट प्रविधान राखल गेल छैक । एक एकर राँयल रुपमे विक्री जे बौक्समे राखि सुरक्षित आ संग्रहणीय बनाओल गेल छैक । एक मूल्य रु २५०/– टका छैक जे ग्राहककेँ २००/– टकामे भेटतैक । दोसर सस्ता संस्करण छैक जे पचास टकामे उपलब्ध हएतैक । दुनू संस्करणमे डिभिडी मौलिक आ टिकाउ राखल गेल छैक आ नक्कल करबा सँ रोकबाक हेतु ५०/– टकाबला संस्करणक प्रत्येक प्रतिपर गीतकारक हस्ताक्षर कएल गेल छैक । एकर कभरक डिजाइनकेँ नक्कल करबो सहज नहि छैक । सभ तरहे सुरक्षित , विश्वसनीय आ पारिवारिक मनोरंजनक उत्तम साधनक रुपमे अरिपनक पदार्पण भेल अछि । एहि एलबमक संगीतकार छथि दशरथ चौधरी जे मैथिली क्षेत्रक हेतु नव होएतो उत्तम काज कएने छथि । आशा अछि गीत संगीतक मर्मकेँ बुझनिहार श्रोता, दर्शक अवश्य एहि एलबमकेँ हृदय सँ स्वागत करत ।