दोहा-कतारमे साँझक चौपारि केर सातम मासक बैसार भेल सम्पन्न

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दोहा-कतारमे ‪#‎साँझक_चौपारि_पर‬ कें सातम मासक बैसार सम्पन्न !

“मातृभाषाक जगेर्णा हमरासबहक प्रेरणा” मूल नाराके संग बिगत ७ मास सँ निरन्तर रुपमे आयोजना होइत आबि रहल मैथिली काव्य-सन्ध्या अन्तर्गतके कार्यक्रम #साँझक_चौपारि_पर के सातम मासक बैसार २६ फेब्ररी २०१६ बितल शुक्र दिन दोहाक मुन्ताजा पार्कमे सम्पन्न भेल ।

एहिबेरक कार्यक्रम आन बैसारक तुलनामे सब सँ बेसी उत्कृष्ट रहल । बैसारमे नियमित सर्जक सब सँ बहुतो बेसी नव सर्जक आ श्रोतालोकनिके उपस्थिती रहल । एहि केर प्रमुख श्रेय हमरा सबहक प्रेरक कवि व साहित्यकार हमर आदरणीय गुरुजी श्री धीरेन्द्र प्रेमर्षि जीक छनि । कारण कतारमे आबि ओएह हिनका सबगोटेके अते बेसी प्रेरित केलनि । तें सत सत नमन हुनका ।

बैसारक मुख्य अतिथी सबमे – युवा व्यसायी तथा मधेशी नागरिक समाजक संस्थापक अध्यक्ष -श्री रुपेश यादव जी, चार्टर एकाउन्टेन्ट व मैथिल प्रेमी श्री गोबिन्द झा जी, इन्जिनियर तथा साहित्य प्रेमी श्री प्रभात महतो जी, मधेशी लोकतान्त्रिक पार्टीक वर्तमान अध्यक्ष श्री हुसैन खान जी, प्रवासी मिथिला समाज कल्याण दोहा-कतारक विशेष सल्लाहकर्ता श्री राम उदगार यादव जी, संगीतकार तथा गायक श्री प्रकाश दास मानस जी । तहिना भाषा-साहित्यप्रति सदैव सजग सचेत युवा कार्यकर्ता श्री मनिष राय जी लगायत एक सँ एक व्यक्तित्व सबहक उपस्थिती छल ।

कवि अब्दूर रज्जाक जीक संयोजकत्वमे शुरु भेल एहि कार्यक्रममे पहिल चरणमे सबगोटे अपन -अपन परिचय देलाह । तकराबाद दोसर चरणमे सम्पूर्ण स्रष्टासब द्वारा रचना वाचन कएल गेल । रचना वाचन केर क्रममे बेचन महतो,सोगारथ यादव,प्रणव कान्त झा,अब्दूर रज्जाक जी द्वारा कविता वाचन भेल । तहिना विन्देश्वर ठाकुर आ शत्रुधन मुखिया गजल प्रस्तुत कएलनि । रवीन्द्र उदासी तथा नव प्रतिभा भाइ श्याम कुमार राम जीक स्वरमे गाओल गीत सँ सबगोटे मन्त्रमुग्ध भऽ गेलाह । अजय जीक शायरीसब सेहो सबके झुमा देलक । एकर अतिरिक्त अँनलाइन सँ पठाओल रचनासबमे कवि प्रयास प्रेमी मैथिल, राजदेव राज, विद्यानन्द बेदर्दी,अशोक कुमार सहनी,विजय झा, कवियत्री आँसु झा लहागयतक सर्जक सबहक रचना सेहो वाचन भेल । कार्यक्रमके बीच-बीचमे फगुआक किछु जोगिरासब सेहो चलल ।

समग्रमे बैसार जय जय रहल । चौपारि-पर उपस्थित सबगोटे बड बेसी उत्साहित भेलाह । कार्यक्रमक अन्तमे प्रमुख अतिथिसब द्वारा प्रवासमे रहियोक अपन भाषा-साहित्य लेल भऽ रहल एहि प्रयासके बहुते बेसी सराहल गेल । संगे सदैव साथ-सहयोग रहत आ उत्तरोत्तर प्रगती होइत रहत से आश्वासन सेहो दियौलनि ।

‪#‎विन्देश्वर_ठाकुर‬

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