मोहन मुरारी झा, हैदराबाद। दिसम्बर ३१, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
मैथिली भाषा-साहित्य संग मिथिलाक सांस्कृति पहिचान केँ संरक्षण-संवर्धन मे सदा समर्पित हैदराबाद प्रवासी मैथिल स्रष्टा श्री चन्द्र मोहन कर्ण केँ हुनकर मैथिली भाषा एवं साहित्य मे देल गेल उत्कृष्ट योगदान केँ कद्र करैत सुलभ इन्टरनेशनल समाज सेवा पुरस्कार – २०१५ सँ सम्मानित करबाक निर्णय चेतना समिति – पटना द्वारा कैल गेल अछि।
करीब दुइ दसक सँ बेसी समय सँ मैथिली भाषा ओ साहित्य केर उत्थान लेल श्री कर्ण द्वारा योगदान होइत रहल अछि। हुनका द्वारा पैछला कतेको वर्ष सँ ‘प्रवासी’ नाम सँ प्रकाशित भऽ रहल स्मारिका केर संपादन कार्य कैल गेल अछि। संगहि ओ मिथिला सांस्कृतिक परिषद् नाम्ना मैथिली-मिथिला संस्थाक अध्यक्ष बनिकय हैदराबाद मे सामाजिक योगदान सेहो दैत आबि रहल छथि। संगहि पैछला पाँच वर्ष सँ ‘देसिल बयना’ वार्षिक स्मारिका जे हैदराबाद सँ प्रकाशित कैल जाएछ तेकरो संपादनक संग एहि नाम सँ चलि रहल संस्थाक अध्यक्षता सेहो करैत आबि रहल छथि। हिनकहि सक्षम नेतृत्व मे ‘देसिल बयना’ स्मारिका अपन वृहत् वर्गीकृत विषय अन्तर्निहित बस्तुक हिसाबे शीर्षविन्दु पर पहुँचि सकल अछि।
हैदराबाद मे सक्रिय समस्त मैथिली साहित्य जगत् हुनका एहि पुरस्कार सँ सम्मानित होयबाक समाचार सुनि गद्गद् अछि आर सब केओ सम्मानित स्रष्टा श्री चन्द्र मोहन कर्ण केँ बधाई ज्ञापन करबाक संग-संग हिनकर उज्जवल भविष्य व सुस्वास्थय संग दीर्घायू रहबाक शुभकामना दय रहला अछि।
मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ सेहो हुनका कोटि-कोटि बधाई!!