मिथिलावादी राजनीति कछुआ चाइल सँ बढि रहल अछि

mithila vote1२०१५ केर बिहार विधानसभा चुनाव मे अखिल भारतीय मिथिला पार्टी आर आदर्श मिथिला पार्टी ठाम-ठाम सँ उम्मीदवार ठाढ केलक। जीत पेबाक सपना एखनहु सपने समान अछि। जानि कहिया ओ दिन आयत।

लेकिन विश्लेषक एहि पर प्रसन्नता व्यक्त कय रहला अछि जे २०१० सँ २०१५ केर तीन टा चुनाव मे मिथिलावादी दल द्वारा चुनाव लड़बाक तथ्यांक केर अध्ययन ई देखा रहल अछि जे मिथिला लेल राजनीतिक दल कछुआ चाइल सँ बढि रहल अछि।

mithila vote‘वोट फर मिथिला’ नामक फेसबुक पेज द्वारा दुइ टा फोटो जारी कैल गेल अछि। एकटा मे ई देखायल गेल अछि जे २०१० केर बिहार चुनाव मे कतेक गोटा चुनाव लड़ला, फेर २०१४ केर संसदीय चुनाव मे कतेक गोटा लड़ला आ हालहि संपन्न विधानसभा चुनाव २०़़१५ मे कतेक गोटा लड़ला। तस्वीर साफ अछि। २०१० सँ २०१४ मे संख्या बढल आ एहि बेर कुल १९ उम्मीदवार चुनाव लड़ला। ई हालत तऽ तखन अछि जखन जमीनी राजनीति मे एहि दल सबहक कोनो नामोनिशान नहि अछि, केवल चुनावक समय मे कोनो तरहें किछु उम्मीदवार केँ ठाढ करैत लोकतांत्रिक प्रक्रियाक अभ्यास कैल जाएछ। जँ जमीन पर पार्टी कार्य करत, संगठन बनत, जन-सरोकार पर संघर्ष करत, कैडर निर्माण करत तऽ निश्चिते धरातलीय स्वरूप मे उल्लेख्य परिवर्तन एतैक आ ई कछुआ गति सँ सफलता भेटबाक सपना केँ सेहो साकार कय सकैत छैक। जाहि तरहें दोसर तस्वीर द्वारा २०१० केर तूलना मे २०१५ मे वोटक संख्या बढल देखायल जा रहलैक अछि तऽ ई निश्चित छैक जे सफलताक दिन दूर नहि छैक। किछु दल द्वारा एहि दिशा मे गंभीरतापूर्वक कार्य कैल जा रहलैक अछि। बस आपसी एकता आ मुद्दा पर रणनीतिक संग कार्य करब सपना केँ साकार करबा मे सहयोगी होयत ई निश्चित अछि।

मिथिलाक आम मतदाता केँ स्वराज्य सँ परिचय तक नहि छैक। मिथिलाक नाम लैत देरी मानू जेना मुह पर माछी आबि गेल होइक, होंकनाय शुरु करैत अछि। उच्चवर्गीय लोक तऽ उनटा बसात बहायब शुरु कय दैत अछि आ चुनाव मे समर्थनक बात तऽ दूरे छोड़ू। अपन मत केर मूल्य बुझैत अछि आ सीधे पटनाक गद्दी पर केकरा बैसायब ताहि लेल विकल्प गैर-मिथिलावादी आर परंपरा सँ लूटनीति चलेनिहार टा केँ अपन मतदान करैत अछि। वास्तव मे मिथिलावाद केर कोनो स्वरूप जाबत जमीन पर बनबे नहि करतैक तऽ भले लोक मे विश्वास बनतैक कोना, बढबाक बात तऽ बनलाक बादे हेतैक। आवश्यकता धरातल पर उतरैत पंचायत स्तर पर संगठन बनेबा सँ लैत जनसरोकारक मुद्दा पर संघर्ष सँ छैक। देखबाक अछि जे चुनाव सँ इतर संगठन आ संघर्ष लेल मिथिलावादी दल कहिया सँ कार्य शुरु करैत अछि।