अपील
– प्रवीण नारायण चौधरी

दरभंगा जिलाक नदियामी (बड़कीगाछी टोल) निवासी श्री शिव झा – सम्प्रति रायपुर (छत्तीसगढ़) मे नौकरी करैत छथि, हुनक एकमात्र पुत्र श्री भवेश कुमार झा फरवरी २०२३ सँ सम्पर्कविहीन छन्हि । पुलिस इन्वेस्टिगेशन मे भवेशक मोबाइल भुवनेश्वर (उड़ीसा) सँ भेटलैक, दुकानदारक कहब भेलैक जे कियो रेलवे हौकर आबिकय ई मोबाइल बेचि गेल रहैक । एहि सँ बेसी भवेशक खोज मे कतहु सँ कोनो बात पता नहि लागि सकल छैक । बेसहारा माता-पिता अपन पुत्रक खोज-तलाश मे अपना भरि पूरा लागल रहितो आब २ वर्ष बितयवला छैक, मुदा पुत्रक कोनो अता-पता नहि भेटलैक ।

हमरा बेसी उम्मीद लगैत अछि जे ई बच्चा बहुत कम उमेर मे परिवारक जिम्मेदारी सम्हारबाक काज करैत रहल, भ’ सकैत छैक जे भीतर सँ महात्वाकांक्षी बनि चुपचाप कतहु आन रोजगार मे लागि गेल । फेर शंका होइत अछि जे कतहु काज करैत रहितय त माता-पिता सँ निश्चय सम्पर्क करबाक कोशिश करितय । आब दुविधा ई होइत अछि जे कहीं केकरो सँ कोनो तरहक दुश्मनी वगैरह त नहि मोल लय लेने छल…. !
फेर अपना केँ बुझबैत वृद्ध-बेसहारा माय-पिता केँ सान्त्वना दैत कहलियनि जे एक बेर बच्चाक कुण्डली देखाउ । हमरा सभक ज्योतिषशास्त्र मे ई विद्या बड़ा जोरदार अछि, केहनो हेरायल वस्तु – मनुष्य – पोसा जानवर आदिक खोज कयल जा सकैत अछि । त एकटा जानल-मानल ज्योतिषीजीक नम्बर उपलब्ध करा देलियनि हँ, आशा अछि किछु सार्थक जानकारी भेटतनि आ हेरायल बच्चा भेट जेतनि ।
ई पोस्ट सेहो एहि लेल लिखि रहल छी जे मानव-सँ-मानव धरिक शृंखला बड पैघ कारगर होइत छैक, यदि अपने सब एहि पोस्ट केँ पढ़िकय दयाभाव प्राप्त करब त निश्चय कोनो न कोनो युक्ति लगाकय एहि माता-पिताक बेचैनी केँ चैन प्रदान कय सकब । अस्तु ! कोशिश करनिहारक हारि नहि होइत छैक, चलू कोशिश करी ।
जँ, हमर बात स्वयं ‘भवेश’ तक पहुँचि पाबय तँ हर हाल मे ओ अपन माँ-पिता सँ सम्पर्क करबाक कोशिश करय ।
दया करू भगवान् – सब पर दया करू
दाता दयानिधान – सब पर दया करू
हरिः हरः!!