एहि देशक ई अछि बीमारी :: गोपाल मोहन मिश्र
एहि देशक ई अछि बीमारी, ई भूखल भ्रष्टाचारी
जेहि थारी में भोजन करैथ, ई छेद ओही में करैथ
लात गरीब के पेट पर मारि, घर अपन ई भरैथ I
एहि देशक ई अछि बीमारी, ई धनवान भिखारी
लs हाथ में भीखक बाटी, घर-घर जाईथ चुनावी मौसम में
अल्लाह के नाम पर दs दियs वोट, गीत बस हिनका एक्के अबैछ I
एहि देशक ई अछि बीमारी , ई मूल्यक व्यापारी
नीलाम देश के कs देता ई , जौं हिनकर बस चलि जाय
भारत माँ के लज्जित कs , ई करैथ हुंनक कोख लजाय I
एहि देशक ई अछि बीमारी , ई दानव अत्याचारी
खून चूसि कs जनता के, ई अपन राज चलाबथि
जौं खाली रहि गेल हिनकर पेट,नरभक्षी सेहो बनि जाईथ I
एहि देशक ई अछि बीमारी, देखू हिनकर गद्दारी
गाय केर चारा खाईथ ई, कोईला के कारिख लगाबथि ई
धरती माँ केर सौदा कै, हुंनको नोचि कs खाईत ई I
एहि देशक ई अछि बीमारी, ई भूखल भ्रष्टाचारी !