विज्ञ प्रश्न: चुनाव आ मिथिला

ramanath jha1आलेख

– रमानाथ झा

आबयवला बिहार विधानसभा चुनाव मिथिला के राजनीति के लेल कतेक महत्वपूर्ण?

जेना पिछला लोकसभा चुनाव और दिल्ली के चुनाव भारतीय राजनीति के लेल एकटा नवीन प्रयोग छल, एकटा नव अध्याय के शुरुआत छल और एक तरह स कही त जनता में जबरदस्त राजनैतिक नवचेतना के संचार बुझना जैत ऐछ तहिना की बिहार के चुनाव में खासकर मिथिला में किछु नव प्रयोग होमय के संभावना ऐछ?

एहि बेर के चुनाव में मिथिला के महत्वपूर्ण मुद्दा की रहत?

की प्रमुख संस्था जे वास्तविकता में मिथिला मैथिलि के विकास चाहैत छैथ से आंदोलनी जमीनी स्तर पर चुनाव स पहिने पूरा मिथिलांचल में अपन उपस्थिति देखौता, जनता के सुझाव और भविष्य के चिंता स अवगत करता वा बस फेसबुक तक सीमित रहता?

की मिथिला-मैथिलि के विकास के लेल संघर्षरत और आंदोलन करय वला विभिन्न मंच, संस्था सब एहि चुनाव में उपलब्ध रहता और अपन भूमिका स्पष्ट करता संगहि अहम् भूमिका के परिचय देता?

की मतदाता मिथिला-मैथिलि के विकास नाम पर मतदान करता वा जाही तरह स धर्म, जाति , संबंधी, और विभिन्न तरह स आई ६५ साल स ठकैत रहला अछि तहिना अहू बेर बस अपन कर्तव्य के निर्वहन करता वा सत्ते में किछु परिवर्तन के लेल जागरूक छैथ?

की जनता के एखनो धरी विश्वास छैन्ह जे एहि बेर पुरनके पार्टी सबके मौका देल जाय और एहिबेर जीतला के बाद वो सब किछु करताह आ की फेर पांच साल तक मुंह बाईब इंतज़ार करैत रहब?

की अहि बेर जनता पुरनके दाव पेंच और समीकरण में उलैझ जैत वा किछु नवीन चेहरा जे इमानदारी स अपन बलबूता पर चुनाव लडै के के तैयारी क रहल छैथ और मिथिला-मैथिलि के लेल अपन समर्पण देखा रहल छैथ, जनता हुनकर सबहक स्वागत करतेन और चुनाव में सहयोग क विधानसभा भेजै के सोच विचार करताह?

बहुत तरहक पूर्ण प्रश्न लेकिन उत्तर एखन धरि अपूर्ण?

लोकतांत्रिक व्यवस्था में सब मतदाता के अपन सुझाव और समर्थन के स्वतंत्र अधिकार छैक, आहां सबहक की विचार ??????