मिथिला साइकिल यात्री शुरू कयलनि वीरपुर सँ ‘सप्तरी बोलबम यात्रा’

राजविराज, सप्तरी। १९ जुलाई २०२०, मैथिली जिन्दाबाद!!

मिथिलाक लोकसंस्कृतिक जननायक अभियन्ता सुभाष विरपुरिया मैथिली जिन्दाबाद सँ बात करैत जानकारी करौलनि जे पूर्व मे कयल गेल साइकिल देवघर यात्रा केर तर्ज पर एहि वर्ष सेहो हुनका लोकनिक जत्था द्वारा कोसी बैरेज समीप पवित्र कोसी नदी मे स्नान कय ओतहि जल भरिकय मिथिलाक्षेत्रक महत्वपूर्ण शिव मन्दिर मे जलाभिषेक करैत गाँव-गाँव आ चौक-चौक पर मातृभाषा मैथिली आ मातृसंस्कृति मिथिला प्रति लोकजागरण कयल जायत।

कार्यक्रमक विधिवत जानकारी करबैत मिलाफ केर संस्थापक अध्यक्ष सह वरिष्ठ साहित्यकार एवं अभियानी देवेन्द्र मिश्र अपन फेसबुक अपडेटमे लिखलनि अछि जे मिथिला साहित्य-कला प्रतिष्ठान (MiLAF) नेपालक आयाेजन आ मैथिली साहित्य परिषद, राजविराजक समन्वयमे साओन मासक साेमवारीक दिन “सप्तरी बाेलबम यात्रा” केर आयाेजन कएल जा रहल अछि। आइ रविदिन छिन्नमस्ता १ (वीरपुर) स्थित बाबा भाेलेनाथ मन्दिरसँ यात्राक श्रीगणेश भ’ राजविराजमे मैथिली भवन आ राजदेवी मन्दिर प्राङ्गणसँ यात्रीलाेकनिक विदाइ कएल जेबाक नियार रहल यात्राक संयाेजन कएनिहार मिलाफ सहसचिव सुभाष विरपुरिया आ मैसाप अध्यक्ष सतीश दत्त जनतब देलनि। रविक रातिमे काेसी किनारमे काेसी-सेवन करैत साेमदिन भाेरमे जल भरि साइकिलसँ बलुआ-सीतापुर, शम्भूनाथ महादेव, भूतनाथ बाबा, राजविराजक हरिनन्देश्वर महादेव हाेइत वीरपुरक बाबा भाेलेनाथ मन्दिरमे जलाभिषेक कएल जायत तथा ओहिठाम यात्राकेँ विश्राम देल जायत। गत वर्ष एहि साइकिल यात्री समूहद्वारा “मिथिला-देवघर यात्रा” कएल गेल छल, जे एहि बेर काेराेना महामारीक कारणेँ तत्काल स्थगित अछि। यात्रीलाेकनिकेँ अग्रिम शुभकामना।

बुझले होयत जे सुभाष विरपुरिया स्वयं एक प्रसिद्ध लोकगायक छथि, संगहि वीरपुर ग्राम मे हिनका लोकनिक टोली द्वारा विद्यापति सहित अन्य पारम्परिक लोकशैलीक भक्ति-गीत गबैत छथि। पूर्व मे कतेको रास मैथिली कार्यक्रम मे सेहो मंचीय प्रस्तुति दैत आयल छथि। हालहि विराटनगर मे सम्पन्न १७म अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन-२०१९ मे सेहो हिनकर यात्रा-टोली सप्तरी सँ मोरंग (विराटनगर) धरि साइकिल सँ यात्रा करैत सहभागिता जनौने रहथि। हिनका लोकनिक मूल ध्येय यैह छन्हि जे मिथिलाक प्राचीन आ महत्वपूर्ण परम्परा केँ वर्तमान पीढी ओ आगामी पीढी लेल सुरक्षित-संरक्षित करी, संगहि मातृभाषा आ मातृसंस्कृति प्रति जन-जन मे चेतना जाग्रत करी। एहि उद्देश्यक पूर्ति लेल सदैव साइकिल सँ ई सब सामूहिक यात्रा करैत आबि रहल छथि जेकरा वर्तमान साओन मासक शिवभक्ति मे सेहो निरन्तरता देता।