युवा सहभागिता सँ समाजक प्रगति शीघ्र संभव

मैथिलीभाषी युवा शक्ति लेल शिक्षा आ प्रशिक्षणक पैघ आवश्यकता

युवा शक्ति भविष्य थिकैक। शिक्षा आ प्रशिक्षण सँ ई सब मूल-मौलिकता प्रति सजग होइत छैक। चूँकि प्राथमिक विद्यालय सँ उच्च शिक्षा प्राप्ति धरि मैथिलीभाषाभाषी छात्र सभ केँ स्वाभिमान आ आत्मबल बढाबयवला कोनो सामग्री पाठ्यक्रम मे शामिल नहि कयल गेल छैक, स्थानीय विशेषता केँ झलकेबाक लेल आधारभूत शिक्षा प्रणाली मे हरेक गाउंपालिका वा नगरपालिका केँ स्थानीय पाठ्यक्रम विकास करैत सम्बन्धित विद्यालय मे छात्र सब केँ पढाई करेबाक नीति रहितो हाल धरि बहुत प्रभावी ढंग सँ ई नीति अमल नहि कयल जेबाक कारण स्थिति जस के तस छैक। अतः समय-समय पर सामाजिक संजाल मार्फत युवजन लोकनि केँ उचित शिक्षा आ प्रशिक्षण देबाक बहुत पैघ आवश्यकता अछि।

मैथिलीक युवा सर्जक विद्यानन्द बेदर्दी पुर्वाञ्चल इंजीनियरिंक कैम्पस धरान पहुँचैत छथि, ओतय नेपाल तराई विद्यार्थी नवजागरण संघ मे सक्रिय होइत छथि, आर विगत २-३ वर्ष मे मातृभाषा प्रति तराई मूल केर विद्यार्थी मे एक नव जागरण केर माहौल बनैत अछि। भाषा-संस्कृति प्रति समर्पणक एक आदर्श अग्रज मानि ओ अतिथिक तौर पर हमरा अवसर दैत छथि, एनटीवीएनएस केर ओहि कार्यक्रम मे हम अपन संबोधन करैत ई अनुभव करैत छी जे नेपालक तराई क्षेत्र केर मैथिली, भोजपुरी व अवधी भाषाभाषीक छात्र लोकनि मे अपन मौलिक इतिहास जनबाक बड पैघ उत्कंठा छैक, आर, एहि तरहक किछु बात सुनला उपरान्त ओकरा सब मे नव ऊर्जाक विलक्षण संचरण होइत छैक। एखन धरि म.मो.आ.ब. केन्द्रीय कैम्पस (विराटनगर) व पु.ई.कै. (धरान) केर गोटेक कार्यक्रम मे हमरा समान अनुभव भेल। एहि तरहक सभा-समारोह सँ अपन मूल-मौलिकता प्रति साकांक्ष भेल कतेको युवा शक्ति केँ अभूतपूर्व सक्रियता संग भाषा-संस्कृति लेल कार्य करैत देखलहुँ। तेँ हमर मान्यता ई अछि जे समय-समय पर युवा केन्द्रित शिक्षा-प्रशिक्षणक कार्यक्रम पर जोर देल जाय। एकर सकारात्मक प्रभाव समाज केँ काफी आगू बढायत।

हरिः हरः!!