जनकपुर, ९ मार्च २०२०। मैथिली जिन्दाबाद!!
प्रत्येक वर्ष होलीक अवसर पर आयोजित कार्यक्रम ‘होरी महोत्सव – महामूर्ख सम्मेलन’ अहु वर्ष जनकपुर मे काल्हि ८ मार्च शनि दिन बड़ी धूमधाम सँ मनायल गेल । आयोजक मिथिला नाट्कला परिषद् जनकपुर यानि मिनाप द्वारा आइ कतेको वर्ष सँ होली पाबनिक सुअवसर पर एहि तरहक आयोजन करैत एहि मे मिथिलाक मौलिक होरी आ जोगीरा गीत केर गायनक संग किछु विशिष्ट व्यक्ति केँ अति-विशिष्ट व्यंग्यात्मक सम्मान सँ सम्मानित कयल जाइत छैक।
एहि सन्दर्भ मे मैथिली साहित्यकार महासभाक सभापाल प्रेम विदेह ‘ललन’ द्वारा देल गेल अपडेट एहि तरहक अछिः
होरी महोत्सव सम्पन्न
मिथिला नाट्य कला परिषदक आयोजनामे जानकी मन्दिर, जनकपुरधाममे आइ होरी महोत्सव सम्पन्न भेल अछि। होरैया प्रतियोगितामे धनुषा जिलासँ ४ गोट होरैया समूह- गिद्धा बेलापट्टी, जमुनीवास, लोहना, बेला आ महोत्तरी जिलासँ एक मात्र विश्वम्भरपुरक होरैया समूह सहभागी छल। सभक प्रस्तुति मौलिक रहल । होरी गीत आ जोगिराक गुंजन। सांत्वना स्वरूप सब समूहके एक-एकटा शिल्ड देल गेल। पहिल जमुनीवास, दोसर बेला आ तेसर स्थान विश्वम्भरपुर समूह प्राप्त कएलक अछि । स्थान अनुसार पुनः शिल्ड प्रदान कएल गेल। विजेता, सहभागी, आयोजक सबके हार्दिक बधाई! अपन गाम विश्वम्भरपुरक होरैया समूहके अपना तरफसँ बहुत बहुत बधाई!!
महामूर्ख सम्मेलनक तैयारी पूरा
जनकपुरधाम फागुन २५ गते ।
होलीक अवसरपर जनकपुरमे आयोजना होबएबला दु दिवसीय होली महोत्सवके तैयारी पूरा भेल अछि । होलीक अवसरपर आयोजना होबएबला होरी महोत्सव आ महामूर्ख सम्मेलनक सम्पूर्ण तैयारी पूरा भेल छैक ।
मिथिला नाट्यकला परिषद् (मिनाप) होलीमे हरेक वर्ष दु दिवसीय कार्यक्रमअन्तर्गत होरी गायन प्रतियोगिता आ महामूर्ख सम्मेलनक आयोजना करैत आबि रहल अछि । होली महोत्सवक तैयारीके विषयमे शनिदिन पत्रकार सम्मेलनके आयोजना कऽ होरी गायन प्रतियोगिता आ महामूर्ख सम्मेलनक सम्पूर्ण तैयारी पूरा भऽ चुकल जानकारी देलक अछि ।
पत्रकार सम्मेलनमे मिनापक अध्यक्ष प्रमेश झा दु दिवसीय होली महोत्सवके सम्पूर्ण तैयारी पूरा भऽ चुकल बतओलन्हि अछि । पूर्वनिर्धारित कार्यक्रमअनुसार रविदिन होरी गायन प्रतियोगिता आ सोमदिन महामूर्ख सम्मेलनक आयोजना होबए जा रहल झा जानकारी देलन्हि ।
कोरोना भाइरसके कारण कार्यक्रम प्रभावित तऽ नहि होएत पत्रकारसभक जिज्ञासा पर अध्यक्ष झा ‘हमसभ होली महोत्सवके कार्यक्रमसँ अधिक पर्वके रुपमे लेने छी आ ई कोनो तरिकासँ प्रभावित नहि होएत’ बतओलन्हि । ‘कोरोनाके कारण मिथिला मध्यमा परिक्रमापर कोनो प्रभाव नहि परल अछि,’ झा कहलन्हि, ‘होली महोत्सवमे सेहो ओहाय परिक्रमाक श्रद्धालुसभ सहभागी होइत छथि, कोनो कारणसँ होली महोत्सव प्रभावित हएबाक सवाल नहि अछि ।’
कोरोनाक सवालपर ओसभ सेहो सचेत रहल बतबैत झा रङ अबिरक प्रयोग नहि कऽ कोरोनाक प्रभावके देखैत मास्क प्रयोग कऽ होली महोत्सव मनएबाक तैयारी रहल बतओलन्हि । पूर्वनिर्धारित कार्यतालिकाअनुसार जानकी मन्दिरक प्राङ्गणमे दुनु दिन कार्यक्रम होएत ओ जानकारी देलन्हि ।
मिनापक पूर्वअध्यक्ष सुनिल मल्लिक महामूर्खक उपाधि ककरा देल जाए एहि विषयमे करिब करिब निर्णय भऽ चुकल जानकारी देलन्हि । यद्यपि एहि विषयमे एखने सार्वजनिक करब उचित नहि रहल ओ बतओलन्हि । ‘शीर्ष राजनीतिकर्मीसँ अभियन्ता आ समाजसेवीसभक सूची तैयार कएलगेल अछि, एहिसभमेसँ किनको महामूर्खक उपाधि देल जाएत,’ मल्लिक बतओलन्हि ।
महामूर्खक संगहि अन्य विधामे योगदान पहुँचबैत आबि रहल व्यक्तिसभकेँ सेहो एहि वर्षसँ विभिन्न व्यङ्ग्यात्मक उपाधिसँ सम्मानित करबाक योजना रहल मल्लिकक कहब छलन्हि । तहिना रविदिन होबए जा रहल होरी गायन प्रतियोगितामे ९÷१० टा टोली सहभागी भऽ रहल मल्लिक जानकारी देलन्हि ।
होरी गायन प्रतियोगिताक विजेतासभक संगहि अन्य सहभागी टोलीसभक लेल सेहो प्रोत्साहनस्वरुप एहिबेरसँ पुरस्कारक व्यवस्था कएलगेल मिनाप जनओलक अछि ।मिथिला नाट्यकला परिषद् विगत २६ वर्षसँ महामूर्ख सम्मेलन आ ११ वर्षसँ होरी गायन प्रतियोगिताके आयोजना करैत आबि रहल अछि । सामान्य अवस्थामे ककरो महामूर्ख कहिदेल जाए तऽ ओ व्यक्ति अपनाके अपमानित कएलगेल बुझैत अछि मुदा होलीके अवसर पर प्रदान कएल जाएबला महामूर्खक उपाधि लेबएलेल कडा प्रतिस्पर्धा चलैत अछि ।
महामुर्खक उपाधि सभसँ पहिने मैथिली कवि नरेश ठाकुरकेँ देलगेल अछि । ओहिके बाद २०६२ मे तत्कालीन एमाले नेता शीतल झा, २०६३ मे जनकपुर नगरपालिकाक तत्कालीन मेयर हरिबहादुर बिसी, २०६४ मे तत्कालीन सदभावना पार्टीका नेता ओमकुमार झा, २०६५ मे वरिष्ठ साहित्यकार डा.राजेन्द्र विमल, २०६६ मा पूर्वमन्त्री एवं नेकपाक नेता रामचन्द्र झाकेँ महामुर्खक उपाधि देलगेल छल ।
तहिना २०६७ मे राजनीतिक विश्लेषक सिके लाल, २०६८ मे साहित्यकार रामभरोस कापडि, २०६९ मा नेपाली कांग्रेस प्रदेश २ का संसदीय दलका नेता तथा तत्कालीन जिल्ला सभापति रामसरोज यादव, २०७० मे तत्कालीन तमलोपाक पूर्वसांसद डा.विजयकुमार सिंह, २०७१ मे तत्कालीन एमाले नेता शत्रुध्न महतो र २०७२ मे समाजसेवी पवन सिंहानीयाकेँ महामुर्खको उपाधि भेटल छल । २०७३ मा मधेश आन्दोलनक कारण कार्यक्रमके आयोजना नहि भऽ सकल छल ।
आइ होरी महोत्सव
मिथिला नाट्यकला परिषद (मिनाप) आने वर्ष जँका एहु वर्ष होरी महोत्सवके आयोजना करए जा रहल अछि । एहि अवसर पर मिनाप हरेक वर्ष होरी गायन प्रतियोगिताके आयोजना कएल करैत अछि । मिथिलाक पौराणिक होरी आ लोक संस्कृतिके जीवंत रखबाक उद्देश्यसँ मिनाप होरी महोत्सव तथा होरी गायन प्रतियोगिताके आयोजना करैत आएल अछि । मिनाप आई दुपहर १ बजेसँ जानकी मन्दिरके प्राङ्गणमे आयोजना कएने होरी गायन प्रतियोगितामे सप्तरीसँ सर्लाही धरिके होरी गायन टोली सहभागी भऽ रहल जनाओलगेल अछि । गायन प्रतियोगितामे उत्कृष्ट स्थान लाबएबला टोलीके मिनाप पुरस्कृत सेहो करैत आबि रहल अछि । तहिना मिनाप अन्य वर्ष जँका एहुबेर महामुर्ख सम्मेलनक आयोजना कएने अछि । सोमदिन दुपहरमे जानकी मन्दिर प्राङ्गणमे महामुर्ख सम्मेलनक आयोजना कएलगेल मिनाप जनओने अछि । एहि अवसर पर महामुर्ख सहित विभिन्न उपाधिसँ सम्मानित करबाक परम्परा रहल अछि ।