आइ अपने सभक सोझाँ एकटा नव जनतब राखय चाहब। दहेज मुक्त मिथिला फेसबुक पर पहिने खुलल समूह रहैक जे संयोग सँ एखन बन्द समूह छैक, सिर्फ सदस्य टा एहि समूह पर भऽ रहल गतिविधि सब देखि-पढि सकैत अछि। आइ-काल्हि एतय एडमिन वंदना चौधरी सहित कतेको मूल्यवान् सदस्य सब बहुत उच्च मूल्यक चर्चा करैत छथि आर काफी सक्रियता सँ सब कियो मूल विषय दहेज सँ लैत शिक्षा, संस्कार, नारी उत्थान, समग्र विकास आदि पर अपन-अपन विचार रखैत छथि। एहि सँ माहौल मे एकटा नयापन त छहिये, हमरो सब जखन कोनो थ्रेड पर अपन दृष्टि दैत छी त एक सँ बढिकय एक जनतब भेटैत अछि। एहि तरहक ऊर्जान्वित करयवला पोस्ट सँ मनोबल बढैत अछि, आत्मविश्वास जगैत अछि। आइ एकटा एहने पोस्ट केर सौंसे उतार सहित अपन सम्पादकीय विचार राखय चाहब। पढू –
वाह, सचमुच ई थ्रेड (लिंकः https://www.facebook.com/groups/dahejmuktmithila/permalink/2760833647260682/ ) पढिकय एतेक बल बढि गेल जे कि कहू। एक-एक कय केँ सभ गोटाक विचार पढलहुँ। एकटा पिताम्बरा देवीक विचार छोड़ि बाकी सभक विचार सँ हमरा खूब ऊर्जा भेटल। अहिना नहि कहैत छैक जे मिथिलाक माटि-पानि मे सरस्वती, लक्ष्मी, दुर्गा, काली, व शक्तिक विभिन्न रूप मिथिलापुत्री सीताक बहिन बनिकय “नदी” केर रूप मे अंगना पखाड़ि रहली अछि। एकटा एहि थ्रेड पर देखू जे कतेको गोटे कतेक उच्च-उच्च शिक्षा देबाक जनतब देलनि अछि। मिथिलाक कइएक बेटी आइ अमेरिका, फ्रान्स, आस्ट्रेलिया सँ लैत भारत आ नेपालक कतेको उच्च पद पर सुशोभित छथि।