३१ मई २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!
शपथ-ग्रहण समारोह संपन्न भेल
मोदी जी दोसर बेर भारतीय प्रधानमंत्री बनबाक शपथ लेलनि। शपथ-ग्रहण समारोह मे ८ हजार लोक केँ आमंत्रित कयल गेल छल। मीडिया मे जगह-जगह एहि बातक चर्चा जोर-शोर सँ भऽ रहल अछि। सोशल मीडिया सेहो एहि सँ अछूता नहि य। हमरो लोकनिक मैथिली भाषाक संग हिन्दी दिग्गज कवि-गीतकार आदरणीय बुद्धिनाथ मिश्र देहरादून सँ एहि शपथ-ग्रहण मे सहभागिता देबाक जानकारी अपन फेसबुक सँ देने छलाह। एम्हर राजनीतिक क्षेत्र मे कार्यरत कतेको लोक मिथिला सँ सेहो एहि मे भाग लेबे केलनि। भारतीय मीडिया द्वारा हाइलाइटेड सहभागिता मे पश्चिम बंगाल केर राजनीतिक हिंसा मे मारल गेल लोकक परिवार केँ सेहो सहभागी बनायल गेल छल।
मंत्रीमंडल केर नव स्वरूप
एम्हर मोदी जी सहित कुल ५८ गोटे मंत्रीमंडल ‘एक बार फिर मोदी सरकार’ मे भाग लेलनि अछि। मित्र शिवमोहन जी बड़ा रोचक जानकारी दैत लिखलनि अछि जे मोदी जी केर मंत्रीमंडल मे वैह नाम अछि जाहि मे ‘र’ अक्षर समाहित अछि। ई एकटा सुखद संयोग थिकैक आ कि आन बात जेकाँ अहू पाछाँ कोनो चमत्कारिक रहस्य छुपल छैक – ई सब चर्चाक विषय नरेन्द्र मोदी जी केर विभिन्न रूप आ बात-विचार जे लोकक मोन-मस्तिष्क पर हावी छैक ताहि कारण भेनाय स्वाभाविके छैक। बिहार केर लगभग सब दिग्गज राजनीतिज्ञ केँ मंत्रीमंडल मे शामिल कयल गेलनि बुझाइत अछि। रामविलास पासवान, रविशंकर प्रसाद आ गिरिराज सिंह केँ केन्द्रीय मंत्री तथा आर के सिंह, अश्विनी चौबे एवं नित्यानन्द राय केँ राज्यमंत्री बनाओल गेलाह अछि।
आरो बहुत रास खास सूत्र सभक प्रयोग करैत मंत्रीमंडल केर गठन काल सँ मोदी सरकार – २ द्वारा ई संकेत कयल जा रहल अछि जे भारत केर भविष्य मे बहुत पैघ परिवर्तन अवश्यम्भावी अछि। भारतीय जनता पार्टीक राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह केँ सेहो मंत्रीमंडल मे वरीयताक क्रम मे ऊपर सँ प्रधानमंत्री मोदी आ पूर्व गृह मंत्री राजनाथ सिंह केर बाद तेसर स्थान पर राखल गेलनि अछि। ई किछु खास संकेत अछि व्यक्तिगत वर्चस्व केर छुपल सपना देखनिहार लेल – पार्टी प्रति वफादारी आ उत्कृष्ट कार्य केँ पुरस्कृत करबाक नीति हावी अछि नहि कि मुंह देखि दुलार करबाक नीति। तदोपरान्त उच्चाधिकारी रहि देशक सेवा कयनिहार प्रशासन, सेना, कूटनीति, रक्षा आदिक क्षेत्र सँ २०१४ सँ जेना काफी ओहदेदार व्यक्ति केँ मंत्रीमंडल मे समेटबाक नीति देखायल तेकरा आर २ डेग आगाँ बढैत देखि रहल छी। एहि बेर आर. के. सिंह, बी. के. सिंह, मनदीप सिंह पुरी, निर्मला सीतारमण संग एस. जयशंकर केर नाम एहि सूची मे जुड़ल देखि सकैत छी। एतबा नहि, कुल १९ गोट नव चेहरा सहितक वर्तमान मंत्रीमंडल मे विभिन्न राज्यक संगठन केर जिम्मेवारी निभेनिहार आ पार्टीक नीति केँ जमीन पर उतारनिहार अध्यक्षीय व्यक्तित्व संग अपन जीवन मे सादगी केँ धारण कयनिहार उड़ीसाक मोदी उपनाम सँ परिचित प्रताप चंद्र सारंगी केँ सेहो मंत्रीमंडल मे लेल गेल अछि। युवा चेहरा अनुराग ठाकुर – गायक-कलाकार सँ मंत्रीमंडल आ बंगाल मे भाजपा लेल उपलब्धिमूलक कार्य कयनिहार बाबुल सुप्रीयो संग नव चेहरा मे देबोश्री चौधरी केँ सेहो मंत्रीमंडल मे शामिल कयल गेल अछि। अत्यन्त वैज्ञानिक आ सन्तुलित टीम बनबैत महिलाक सहभागिता सेहो समुचित राखि मोदी सरकार २ केर शपथ-ग्रहण समारोह दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन मे काल्हि संध्याकाल ७ बजे सँ ९ बजे बीच सम्पन्न भेल।
शपथ समारोह मे किनका-किनका आमंत्रणः कि कहैत अछि अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया
२४ कैबिनेट, २४ राज्य आ ९ स्वतंत्र प्रभार केर संग १ स्वयं नरेन्द्र मोदी केर शपथ ग्रहण समारोह मे विदेश सँ बिम्सटेक राष्ट्राध्यक्ष केँ मात्र आमंत्रित कयल गेल। एकर अलावे शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइज़ेशन केर प्रमुख किर्गीज़स्तान केर राष्ट्रपति केँ आमंत्रित कयल गेल, तहिना मॉरीशस के प्रधानमंत्री केँ सेहो आमंत्रित कयल गेल छल। आइ राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया मे एहि विन्दु पर सेहो गहन मंथन करैत समीक्षा सब पढय लेल भेटि रहल अछि। बिबिसी हिन्दी द्वारा ‘मोदी के शपथ समारोह में इमरान को न बुलाने पर पाकिस्तान में बहस’ शीर्षक सँ अभिमन्यु कुमार साहा केर लेख अछि, जाहि मे समस्त संसारक मीडिया द्वारा एहि शपथ समारोह मे आमंत्रण केकरा आ कियैक, कोन ध्येय सँ कयल गेल तेकर जिकिर भेटैत अछि। बिम्सटेक राष्ट्राध्यक्ष केँ बजेनाय माने भारत द्वारा सार्क केर विकल्पक रूप मे निर्मित एकटा क्षेत्रीय सहयोग संगठन केँ महत्व देनाय, पाकिस्तान केर आतंकवादी विरुद्ध मजबूत डेग नहि उठेबाक कारण ओकरा किनार रखबाक नीति केँ पृष्ठपोषण करैत देखाइत अछि।
तहिना शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइज़ेशन जाहि मे किर्गीज़स्तान केर अगुवाई मे रूस, उज़्बेकिस्तान, कज़ाकिस्तान, ताजिकिस्तान, चीन और पाकिस्तान सहित २०१७ सँ भारत सेहो सदस्य बनल छल – ताहि मे अपन उपस्थिति केँ मजबूत करबाक लेल किर्गीस्तान प्रमुख केँ आमंत्रित कयल जेबाक समीक्षा पढि सकैत छी। तहिना मॉरीशस मे भारतीय भाषा-संस्कृति आ समाज केर इतिहास स्थापित रहबाक आर ओहि देश सँ भारतक सांस्कृतिक समीपता केँ आरो प्रगाढ बनेबाक राष्ट्रवादिता केँ मजबूत करबाक दिशा मे बढायल डेग मानल जाइछ। श्रीलंकाक राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना, बांग्लादेश केर राष्ट्रपति अब्दुल हमीद, भूटान केर प्रधानमंत्री लोते त्शेरिंग, नेपाल केर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, म्यांमार केर राष्ट्रपति विन मिन्त, थाईलैंड केर प्रधानमंत्री केर विशेष दूत, मॉरीशस केर प्रधानमंत्री प्रविन्द जगन्नाथ, किर्गिज़स्तान के राष्ट्रपति सूरनबे जीनबेकोव उपस्थित भेलाह। शपथ-समारोह केर समय तऽ मात्र औपचारिक सहभागिता भेल, परञ्च बाकी आन्तरिक भेंटघांट मे आगामी ५ वर्ष भारत सरकार द्वारा एहि अन्तर्राष्ट्रीय मित्र सब सँ केहेन उम्मीदक संग कार्य आगू बढत ताहि पर जरूर चर्चा भेल होयत, ई अन्दाज लगा सकैत छी। एक पंक्ति मे एकर समीक्षा करब तँ संकेत स्पष्ट अछि जे क्षेत्रीय सहयोग आर्थिक विकास दर बढेबाक दिशा मे, कनेक्टिविटी आ परस्पर लगानी बढेबाक विन्दु पर केन्द्रित रहबाक संकेत देल गेल अछि। संगहि राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता मे रहबाक आ आतंकवाद केर हर स्वरूप केर कड़ा विरोध-प्रतिरोध करबाक लेल आपसी सहयोग, सूचना आदान-प्रदान आदिक विषय पर सेहो भारत अपन नीति स्पष्ट रखैत अछि।
मोदी सरकार केर कठोर प्रतिबद्धता – मजबूती लेल गम्भीर परिवर्तनक संकेत
एखन धरिक सब प्रस्तुति आगामी ५ साल भारत केँ विश्व शक्ति बनेबाक दिशा मे बढबाक संकेत दय रहल अछि, संगहि कतहु कोनो बात लेल ठेहुनिया रोपि देबाक नियत वर्तमान सरकारक नहि रहत, प्रचंड बहुमत केर जनादेश प्राप्त मोदी सरकार २ ताहि लेल कठोर प्रतिबद्ध अछि, सेहो संकेत नरेन्द्र मोदी अपन प्रचंड आह्वान मे कय देने छथि। एहि बीच किछु अप्रत्याशित घटनाक्रम सेहो घटल, जेना बिहार मे ५०% केर साझेदार राजनीतिक दल जदयू सत्ता मे सहभागी नहि भऽ बाहरे सँ समर्थन देबाक नीति अपनौलक। तहिना उत्तर प्रदेश केर ‘अपना दल’ सेहो बाहरे सँ समर्थन देबाक नीति अपनौलक। एकर समीक्षा सेहो विभिन्न मीडिया मे भिन्न-भिन्न अछि, परञ्च समग्र मे सहयोगी दल लेल १ टा कैबिनेट सीट मात्र देबाक रणनीति अपनेबाक आ ताहि सँ जदयू प्रतिनिधिमंडल मे सन्तोषजनक बँटवारा संभव नहि रहि जेबाक कारण नीतीश कुमार सरकार सँ बाहर रहबाक निर्णय दय कोनो अन्तर्द्वंद्व सँ मुक्त रहबाक लेल संभवतः ई निर्णय कयलनि तेना बुझाइत अछि। आगामी २०२० मे प्रदेशक सरकार लेल चुनाव अछि, आर ताहि समय जदयू लेल नैतिक सवाल उठितय ताहि सँ नीक जे सरकार सँ बाहर रहि अपन समर्थन सँ काज आगू बढाबी। अस्तु! राजनीतिक विषय केर समीक्षा मे दृष्टिकोण फराक भेनाय संभव छैक, लेकिन समग्रता मे आजुक स्थिति एतबे अछि।
हरिः हरः!!