आम निर्वाचनक परिप्रेक्ष्य, खोखला नारा नहि काज जे करत तेकरे टा जिन्दाबाद!!

भेल एना जे झारखंड केर सिमडेगा मे काल्हि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी केर चुनावी जनसभा मे जखन मंच सँ ‘चौकीदार चोर है’ वला नारा लगायल जा रहल छल त ओतहि आगाँक पंक्ति मे बैसल किछु स्थानीय आदिवासी महिला लोकनि ‘मोदी जिंदाबाद’ केर नारा लगबय लगलीह। मंच सँ जे व्यक्ति एहि नारा केर अगुवाई कय रहल छल ओ घबरा गेल, राहुल गांधी व हुनका संग मौजूद अन्य बड़का-बड़का नेतागण सभ केँ ई दृश्य देखिकय मोन क्षुब्ध भ’ गेलनि। लेकिन ओ महिला लोकनि जे पत्रकार दीर्घाक ठीक पाछाँ बैसल रहथि ओ सब अपनहि सुर-ताल मे ‘मोदी जिन्दाबाद, मोदी जिन्दाबाद’ केर नारा लगबैत रहलीह।
एहि घटनाक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीक समर्थन मे ‘मोदी जिंदाबाद’ केर नारा लगेनिहाइर महिला सब सँ जखन पत्रकार लोकनि एकर कारण पुछलथि तँ ओ लोकनि खुलेआम समर्थन करैत कहलखिन जे वास्तविक जयकारा काज केनिहारक लगैत छैक। भाड़ा वला साउन्ड बौक्स जेकाँ लगायल गेल कैसेट केर गीत गाबय वला जमाना आब नहि रहल। मोदी जी देशक महिला प्रति जेहेन सम्मान आ आम तवकाक महिला सेहो जाहि तरहें चिन्तन करैत काज केलनि अछि से बात ई आम आदिवासी महिला तक केँ बुझय मे आबि गेल छैक। ओ सब खुलेआम बजलीह, “हम सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संग छी, कियैक तऽ ओ हमरा सभक लेल शौचालय, गैस कनेक्शन, मकान और बिजली देलनि अछि।”
कोनो नेताक लोकप्रियता ओकरा द्वारा कयल गेल देशक जनता प्रति सेवा होइत छैक, खोखला नारा आ ख्याली पुकाव पकेबाक सपना बाँटिकय देशक गद्दी लूटयवला दिन आब लदि गेल। एहि बेरुक चुनाव मे मोदीक लहरि टा नहि बल्कि सुनामी देखेबाक यैह प्रमाण थिक। पिछड़ल आ गरीब जनताक मुंह पर सेहो मोदी-मोदी बैसि गेल अछि। जाति, धर्म केर नाम पर ओकर वोट लूटनिहार केँ स्पष्ट सन्देश थिक ई। भारतक जनता आब एहि सब तरहक भुलकाबा मे नहि आओत।
ई कोनो पहिल बेर नहि छल जे राहुल गांधी केर चुनावी रैली मे नरेंद्र मोदी जीक समर्थन मे नारा लागल। पहिने सेहो कतेको बेर राहुल गांधीक सामने मे मोदी जिन्दाबाद केर नारा लागि चुकल अछि। मार्च मे बेंगलुरू मे राहुल गांधी केर एक सभाक बाहर ‘मोदी मोदी’ केर नारा लागल रहय आर ओकरा सब केँ जबरदस्ती हँटायल गेल छल। एहि सँ पहिने २८ फरवरी केँ कर्नाटक केर बेलगावी जिला मे राहुल गांधी केर एक रैली मे ‘नरेंद्र मोदी की जय’ कहबाक आरोप मे दुइ व्यक्ति पर मोकदमा से दर्ज करा देल गेल छल।
नेता लेल सीखः
अहाँ अपन भाषण सँ नहि, अपन काज सँ जनताक हृदय जीति सकैत छी। एहि लेल जमीन सँ जुड़ल काज करू, जमीन पर रहल लोक केर जीवन मे बेहतरी लेल मस्तिष्क लगाउ।
हरिः हरः!!