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दरभंगा मैराथन – रन फोर दहेज मुक्त मिथिला के लिये रजिस्ट्रेशन सिर्फ कल तक

७ दिन ही बचे हैं अब, कल तक रजिस्ट्रेशन जरूर करा लें!!
 
सहयोगी हाथों के प्रति बारंबार आभार, अभी-अभी दरभंगा से खुशखबरी मिला है।
 
रन फोर दहेज मुक्त मिथिला, जून १७, २०१८ दरभंगा पोलो मैदान में रखी जानेवाली समापन सभा के सम्पूर्ण प्रायोजन खर्च समाजसेवी एवं उद्योगी मुरारी मोहन झा ने अपनी ओर से उपलब्ध कराने का वचन दिये हैं। विदित हो कि पिछले साल इस मैराथन दौड़ में धावक आर के दीपक के साथ खुद भी दौड़कर समाज से दहेज कूरीति दूर करने का आह्वान किये थे। समापन सभा में विशिष्ट अतिथि के तौर पर भाग लेने आये समाजसेवी-उद्योगी झा अपन पुत्र एवं परिजनों के साथ दौड़ लगाकर हमारे मुहिम में साथ रहने तथा इसे परिणाममुखी बनाने का संकल्प लिये थे। इस बार के दौड़ में इन्होंने पोलो मैदान में मंच निर्माण, साउन्ड सिस्टम तथा अपेक्षित तकरीबन १०० धावकों एवं अतिथियों के लिये भोजन का इन्तजाम दरभंगा में करबाकर हमलोगों के मुहिम के लिये बहुत बड़ा उपकार किये।
 
जैसा कि पहले से कहते आ रहे हैं, जब कभी भी समाजोपकारी कार्य साफ हृदय से किया जाता है तो श्री मोहन मुरारी बाबू की तरह अनेकानेक सहयोगी हाथों का साथ हमलोगों को मिलने लगता है। दहेज मुक्त मिथिला की स्थापना २०११ में हुआ और सबसे पहला कार्य मिथिला की मशहूर धरोहर सौराठ सभागाछी को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से सभाकाल के १० दिनों तक वहाँ पर कैम्प लगाकर ऐतिहासिक सौराठ सभा विकास समिति के साथ सहकार्य करते हुए देश भर के मैथिल युवाओं को सभा में सहभागिता के लिये प्रयास की गई थी। कुछ ही दिनों बाद सौराठ सभागाछी में ही जानकी नवमी पर्व का महा-आयोजन किया गया था। माधवेश्वरनाथ महादेव मन्दिर के जीर्णोद्धार के लिये भी उचित प्रयास किया गया था। सौराठ सभा को पुनर्जीवित करने के प्रयास अन्तर्गत ही ७ मई, २०१४ में दहेज मुक्त विवाह के लिये संकल्पित परिवारों का परिचय सहित का स्मारिका मिथिला के जानेमाने अभियानी डा. बैद्यनाथ चौधरी बैजू के हाथों विमोचित किया गया। हम जब भी कार्य किये, पारदर्शिता और सर्वकल्याणकारिता ही मुख्य आधार रहा। जगज्जननी जानकी की कृपा हम सबों पर बनी रही है। हमारे सहयोगीजनों को भी भगवती सदा प्रसन्न रखती रहीं हैं। आपके सहयोग के प्रति हम शब्दों में जैसा भी आभार प्रकट करें, परन्तु ईश्वर की कृपा आपपर बनी रहेगी यह गारंटी है।
 
पुनः आपलोगों का आभार – अब गिनकर १ सप्ताह का समय बाकी है। कृपया दौड़ लगाने के लिये कम से कम अपनी गाँव की सीमा तक तो आप सबों का साथ जरूर मिलेगा। इस बार हमारे मुख्य धावक कौशल किशोर चौधरी हाथ में बैटन या झंडा लेकर दौड़ेंगे, आप भी उनके हाथों का भार कुछ दूर भी कम देंगे यह बहुत बड़ा उपकार होगा। युवाओं से, छात्र-छात्राओं से विशेष अनुरोध है, आप सभी बढ-चढकर हिस्सा लें इन मैराथन दौड़ में। आपकी सहभागिता के लिये पूर्व सूचना जरूर दें। रजिस्ट्रेशन करा लेने से इन्तजाम में कहीं कोई कमी नहीं रहेगी। अग्रिम आभार है सभी का!! पोस्टर में सम्पर्क सूत्र दिया गया है। कृपया सम्पर्क करें।
 
हरिः हरः!!
 

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