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रन फोर दहेज मुक्त मिथिला १७ जून केँ, सहयोग लेल आगू एला समाजसेवी आ शिक्षाविद्

दरभंगा, जून १, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!! 

दरभंगा मे दहेज मुक्त मिथिलाक जनचेतना प्रसार कार्यक्रम अन्तर्गत चारिम बेर १७ जून केँ कुर्सों सँ जिला मुख्यालय धरिक लगभग ६० किलोमीटर केर दूरी मे मैराथन दौड़ लगेबाक वास्ते आइ एकटा बैसार कयल गेल जाहि मे आरके दीपक, रूबी दीपक, तुषार राय, रन्जित सहित दर्जनों युवा शक्ति दरभंगा जिलाध्यक्ष किशोर कुमार झाक नेतृत्व मे आगामी दौड़ केर प्रारूप, समापन, सहभागिता, सहयोग आदिक विषय पर विचार-विमर्श कयलनि। संस्थाक जारी प्रेस विज्ञप्ति जे हिन्दी मे अछि ओ निम्न रूप मे सविस्तार सब समाचार सँ अवगत करबैत अछि।

बैसार उपरान्त समाजसेवी मुरारी मोहन झा दरभंगा मे होमयवला समापन सभा लेल आर्थिक सहयोग देबाक वचनबद्धता प्रकट कयलनि, ताहि लेल हुनका धन्यवाद ज्ञापन कयल गेल। ई खबरि दौड़क मार्गदर्शक आर के दीपक मैथिली जिन्दाबाद केँ करौलनि।

प्रेस विज्ञप्ति

१७ जून को होगा ६० किलोमीटर का मैराथन दौड़ः रन फोर दहेज मुक्त मिथिला

पिछले वर्ष की भाँति इस बार भी जे. एन. कालेज, बिरौल के लोकप्रिय कर्मचारी तथा समाजसेवी स्व. टी. पी. निराला के पुण्य तिथि १७ जून को दरभंगा के कुर्सों गाँव से जिला मुख्यालय तक की लगभग ६० किलोमीटर दूरी का मैराथन दौड़ रनर कौशल कुमार चौधरी के साथ दर्जनों युवाओं एवं युवतियों द्वारा पूरा किया जायेगा – यह जानकारी आयोजक संस्था दहेज मुक्त मिथिला के ब्रान्ड एम्बैसेडर तथा मैराथन रनर आर के दीपक ने दी।
 
इस सम्बन्ध में आज दहेज मुक्त मिथिला दरभंगा के जिलाध्यक्ष किशोर कुमार झा के नेतृत्व में एक बैठक की गई जिसमें मैराथन दौड़ के सम्बन्ध में और दरभंगा जिला मुख्यालय में समापन के अवसर पर की जानेवाली जनसभा पर चर्चा की गई। अध्यक्ष झा के अनुसार कुर्सों गाँव से पकड़ी चौक, हरसिंहपुर, दाथ, बेनीपुर, आशापुर, धरौड़ा, सोनकी होते हुए दोनार के रास्ते दरभंगा रेलवे स्टेशन, रेडियो स्टेशन, मिर्जापुर होते हुए शहर की परिक्रमा करके अन्त में जिलाधीश के कार्यालय लहेरियासराय तक दौड़ लगाया जायेगा।
 
‘दहेज भगाउ – बेटी बचाउ’ नारा के साथ आम लोगों में दहेज के खिलाफ जनचेतनाकी प्रसार के साथ इस बार संस्था की महिला विंग ‘जानकी वाहिनी’ के सदस्य युवतियाँ व किशोरियों एवं विभिन्न विद्यालयों की छात्र-छात्राएं भी भाग लेने की संभावना है। दौड़ में मुख्य धावक कौशल किशोर चौधरी के अतिरिक्त पूरे दूरी की दौड़ लगाने के लिये अन्य युवा धावक भी भाग लेंगे। दहेज मुक्त मिथिला के अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक प्रवीण नारायण चौधरी नेपाल से तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश राय मुम्बई से विशेष तौर पर इस दौड़ में सहभागी बनने के लिये आएंगे। चेन्नई से दरभंगा संयोजक मनोज शर्मा इस दौड़ के मार्ग-संयोजक के रूप में हिस्सा लेंगे। दहेज मुक्त मिथिला नेपाल की संस्थापक अध्यक्ष करुणा झा, संस्था के सहयोगी वरिष्ठ साहित्यकार मणिकान्त झा, अजित आजाद, डा. चन्द्रमणि झा आदि वरेण्य सर्जकों को विशेष रूप से आमन्त्रित किया जायेगा। समाजसेवी रामसिंहासन मंडल, मुरारी मोहन झा, रंगनाथ ठाकुर, राजेश झा, अनिल झा, माधव आजाद, गोपाल चौधरी, प्रवीण नायक, आदि अनेकों गणमान्य इस दौड़ में भाग लेकर समाज को दहेज प्रथा अन्त करने की अपील करेंगे। समाज को दहेज कूप्रथा के जहर से बचने तथा बाल-विवाह रोकने के साथ बेटियों को शिक्षित करने का विशेष अभियान चलानेवाले ‘भोर’ (नेपाल) के संस्थापन तथा फिल्म मेकर राजकुमार महतो तथा मैथिली फिल्म अभिनेता जय राम यादव यदुवंशी भी इस दौड़ में भाग लेने नेपाल से पहुँचेंगे। मैथिली फ़िल्म निर्देशक तथा संस्था के सलाहकार किसलय कृष्ण, बिहार अध्यक्ष मुन्ना चमन सहरसा से इस दौड़ में भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त अन्य गणमान्य लोग भी इस दौड़ में सहभागिता देने आयेंगे इसकी संभावना प्रबल है।
 
आज के बैठक में मैराथन की रूट तय करने के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूरे बिहार को दहेज मुक्त करने का संकल्प के लिये धन्यवाद ज्ञापन करने का तौर-तरीका एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा दिया गया लोकप्रिय नारा ‘बेटी बचाओ – बेटी पढाओ’ को भी दौड़ के रूट पर होनेवाली नुक्कड़ सभाओं के द्वारा लोगों में प्रचार-प्रसार करने का महत्वपूर्ण कार्य पूरा करने का संकल्प लिया गया है। आज के बैठक में जिले भरका संचारकर्मी तक यह सन्देश पहुँचाने तथा आयोजित ऐतिहासिक मैराथन दौड़ को उचित रूप से कवर करने तथा दौड़ के उद्देश्यों को जन-जनतक पहुँचाने में मदद करने की अपील भी किया गया है।
 
जाहिर है कि संविधान में दहेज प्रथा के विरुद्ध प्रावधान और अपराधियों को दण्डित करने के लिये कड़ा कानून रहते हुए भी समाज के लोगों में इस प्रथा के विरुद्ध जिस तरहका विरोध भावना फैलना चाहिये वैसा नहीं देखा जा रहा है, गये दिन दहेज के कारण कितने बेटियों व परिवारों को बलि पर चढाया जा रहा है, यहां तक कि इस कूप्रथा पर बने कानून का दुरुपयोग करके कुछ निर्दोष लोगों को भी अनाहक फँसाया जाता रहा है, अतः स्वेच्छाचारिता का धर्म पालन कर बेटी या बेटे के विवाह पर मांगरूपी दहेज न लेने, न देने या ऐसी शादियों में भाग तक नहीं लेने का संकल्प लेने से समाज मे तेजी से परिवर्तन आएगा यह तय है, और इसी प्रसास को जमीन पर मौजूद लोगों के बीच गाँव-पंचायत स्तर पर निगरानी समिति का गठन करके पूरा किये जाने के लिये दहेज मुक्त मिथिला निरन्तर जनचेतना जगाने के लिये कुछ न कुछ करते आ रही है। पिछले समय बिरौल से कुशेश्वरस्थान, बिरौल से दरभंगा, उच्चैठ भगवतीस्थान से मधुबनी, तथा नेपाल के मिथिला क्षेत्रों में भी अपना विभिन्न अभियान चलाते हुए जनचेतना जागृति का प्रयास की है। सभी के सहयोग मिलते रहने से यह अभियान पूरे मिथिला क्षेत्रों में जनचेतना प्रसार करके दहेज कूप्रथा से लोगों को मुक्ति दिलायेगी। यह सन्देश अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक प्रवीण नारायण चौधरी ने दिया।
 
दहेज मुक्त मिथिला
दरभंगा युनिट

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