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मिथिला रंग महोत्सव मधुबनी भेल संपन्न

किसलय कृष्ण, मधुबनी। मई ४, २०१५.

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पिछला १ मई सँ मधुबनी मे मैलोरंग – नव दिल्लीक आयोजन मे शुरु मिथिला रंग महोत्सव काल्हि ३ मई, २०१५ केँ संपन्न भेल। पहिल दिन बाढिक विकराल समस्या पर मंचन कैल गेल नाटक ‘जल डमरू बाजय’ उपरान्त दोसर दिन प्रसिद्ध नाटककार महेन्द्र मलंगिया केर लिखल नाटक ‘देह पर कोठी खसा दियऽ’ मुकेश झा केर निर्देशन मे देखाओल गेल जे मानवीय संवेदनाकेँ गहिंर तक डोलाकय राखि देलक। एहि नाटक मे सत्ता प्रतिष्ठान आ न्याय प्रणाली पर कारगर प्रहार तऽ अछिये, संगहि संपूर्ण महोत्सव मे ई प्रस्तुतिकेँ श्रेष्ठतम् बनबाक चर्चा जोर पर रहल। अभिनय पक्ष मे केन्द्रिय चरित्रक अमर जी राय, सत्य मिश्रा सहित वकीलक भूमिका मे प्रवीण कश्यपक संग मनोज पाण्डेय केर अभिनयकेँ खूब प्रशंसा कैल गेल। स्वयं निर्देशक मुकेश झा द्वारा पेशकार केर चरित्र बखूबी निर्वाह कैल गेल। न्यायाधीशक रूप मे प्रकाश झा केर उपस्थिति नाटक लेल सार्थक रहल। रमण आ संतोष झा केर अभिनय सेहो कम नहि छल। श्याम सहनी केर प्रकाश आ राजीव मिश्रा केर ध्वनि संयोजन पूर्ववत् बढियां रहल। पार्श्व संगीत मे आरो मेहनतिक आवश्यकताक बात समीक्षक लोकनि कय रहल छलाह।

mailorang4दोसर दिनक अन्य प्रस्तुति छल राजकमल चौधरी लिखित चारि मैथिली कथाक कोलाज – नाटक मैथिल नारी चारि रंग, जेकर निर्देशन अन्तर्राष्ट्रीय निर्देशक देवेन्द्र राह अंकुर केलनि। ई प्रस्तुति रंग-प्रयोगक विविधता सँ ओत-प्रोत छल। कथा केर मूल रूप मे रंगमंचीय प्रस्तुति हलाँकि आम दर्शक केँ माथा पर भारीपन दऽ गेल, मुदा सुच्चा रंग प्रेक्षक लेल उक्त प्रस्तुति अद्भुत क्षण साबित भेल। एहि मे प्रयोग कैल गेल संगीतक सुनरताई सबहक मोन केँ लोभेलक। वस्त्र-विन्यास आ कथा संवाद केर सार्थक मिश्रण देखि सब अभिभूत छल। वरिष्ठ कथाकार विभूति आनन्द, अशोक मेहता, डा. कमल मोहन चुन्नू सहित सहरसाक करीब एक दर्जन रंगकर्मी आजुक दुनु प्रस्तुति देखि आह्लादित छलाह।

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