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छठम् मिथिला महोत्सव पर कुशु मिश्रा छात्रवृत्ति आ कवि गोष्ठीक आयोजन कानपुर मे

कानपुर, उत्तरप्रदेश। दिसम्बर ११, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!

पूर्व वर्ष जेकाँ एहु वर्ष मिथिलांचल महासभा उत्तरप्रदेश केर वार्षिक आयोजन ‘मिथिला महोत्सव’ यथार्थपरक समाजोपयोगी कार्यक्रम सब केँ समेटैत कयल गेल अछि। स्थानीय होटल रिलेशंश केर सभागार मे महासभाक संस्थापक अध्यक्ष रविनाथ मिश्र केर अध्यक्षता तथा प्रवक्ता अनिल झा केर संयोजन मे एहि वर्षक आयोजन वगैर कोनो ताम-झाम या रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम केर मनायल जेबाक जनतब भेटल अछि। मिथिला सँ आमंत्रित पँच-कवि द्वारा भव्य कवि गोष्ठी एहि बेरुक महोत्सवक मुख्य आकर्षण रहल।

संस्थापक अध्यक्ष रविनाथ मिश्र जिनका मिथिला विकास केर प्रखर चिन्तक आ समर्पित अभियंता मानल जाएत अछि, हुनकहि परिवार मे पुत्रशोक केर कारण एहि वर्ष कोनो तरहक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम नहि आयोजित कयल जेबाक व्यवहारिक जनतब स्रोत सँ भेटल। परञ्च कानपुर मैथिल समाज केर हितचिन्तन मे सदिखन – सालों भैर किछु न किछु आयोजन करैत आबि रहल मिथिलांचल महासभा एहि वर्ष हुनकहि दिवंगत पुत्र केर चिर स्मृति मे एकटा छात्रवृत्ति देबाक महत्वपूर्ण कार्य कयलक अछि।

कार्यक्रमक विशिष्ट अतिथि स्थानीय विधायक अजय कपूर केर हाथ सँ कुशु मिश्रा छात्रवृत्ति – २०१७ समीर कुमार, पलक ठाकुर, पलक झा, अभिषेक प्रतिहस्त एवम् अभिषेक चौधरी केँ प्रदान कयल गेल। एहि आयोजन मे संस्थाक अध्यक्ष रविनाथ मिश्रक संग संयोजक अनिल झा, वरिष्ठ पदाधिकारी लोकनि मे राजकुमार मिश्र, अमित झा, भोला झा आदि सक्रिय रहलाह।

मिथिला सँ अजित आजाद केर नेतृत्व मे आमन्त्रित पंच-कवि लोकनि अपन-अपन कविता, गीत आ गजल सँ उपस्थित दर्शक केँ मैथिली काव्य रसक असीम आनन्द अनुभूति दैत रहलाह। एहि समस्त प्रस्तुतिक लाइव शो फेसबुक माध्यम सँ सेहो कयल गेल। सहभागी कवि लोकनि मे मैथिलीक सुप्रसिद्ध गीतकार डा. चन्द्रमणि झा, अशोक मेहता, सतीश साजन तथा हास्य-व्यंग्य कवि-सम्राट वंशीधर मिश्र तथा समकालीन कविक रूप मे सुपरिचित चेहरा स्वयं अजित आजाद भाग लेलनि।

कानपुर केर मैथिल समाज लेल समस्त कवि-विभूतिक दर्शन आ श्रवण एकटा अलौकिक अवसर छल। डा. चन्द्रमणिक नाम मात्र सुननिहार लेल हुनकर प्रस्तुति साक्षात हुनकहि आवाज मे सुनबाक अवसर सेहो पहिल छल। डा. चन्द्रमणि सब रसक कविता परोसिकय दर्शक केँ मंत्रमुग्ध कय देने छलाह। तहिना अशोक मेहता सहित आन सब कवि शिरोमणि अपन प्रस्तुति सँ दर्शक केँ नव वर्ष लेल नव उर्जा प्रदान करबाक कार्य कयलक, श्रोता लोकनि प्रतिक्रिया दैत बजलाह। हास्य कवि वंशीधर मिश्रक ‘पैसा कौड़ी कम्मो चलतय, काज करैत हो कनियाँ चाही’ दहजे प्रथा पर व्यंग्य करैत परोसल गेल जाहि पर श्रोता लोकनिक थोपड़ी आ हँसीक संगीत कार्यक्रम केर सफलताक गबाही दैत देखायल।

संयोजक अनिल झा द्वारा शुरुआती संचालन आ अजित आजाद द्वारा कवि गोष्ठीक संचालन कयल गेल। विशिष्ट अतिथि अजय कपूर अपन संछिप्त शुभकामना संदेश मे मिथिलाक लोकक बौद्धिकता आ एकजुटता आर-आर समाज केँ प्रभावित करबाक बात कहलनि। संगहि ओ कहलनि जे अपन संस्कृति आ भाषा प्रति मिथिलांचल महासभाक निरन्तर प्रयास एहि एकजुटता मे नया उर्जा प्रदान करैत अछि। संस्थापक अध्यक्ष रविनाथ मिश्र पूर्वहि जेकाँ अहु बेर महासभाक प्रतिबद्धता आ मिथिला समाज केर हर वर्गक लोक केर सेवा मे समर्पित रहबाक वचनबद्धता प्रकट कयलनि।

आगन्तुक अतिथि कवि एवं विशिष्ट अतिथि सहित समाजक श्रेष्ठ सर्जक लोकनिक स्वागत ओ सम्मान पाग-दोपटाक संग स्मृति चिह्न प्रदान करैत कयल गेल। मिथिलांचल महासभा उत्तरप्रदेश – कानपुर केर एक स्थापित परम्परा रहल अछि जे हरेक आयोजनक संग समाजक सेवा ओ एकजुटता लेल सब कियो नव संकल्प लैत छथि, तेकर सफलतापूर्वक निष्पादन काल्हि कार्यक्रम सेहो केलक, अपन प्रतिक्रिया दैत संयोजक अनिल झा मैथिली जिन्दाबाद केँ जनतब देलनि।

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