विचार काजक लेलः खाली फूकास्टिंग नहि चलत!
– प्रवीण नारायण चौधरी
सच छैक जे मिथिला हरेक मैथिल केर हृदय मे जीवित अछि। एतुका भाषा, संस्कृति आ साहित्य सेहो एकरा ओतबे जीवन्त रखैत अछि। माटि-पानि केर शक्ति आ प्रकृति केर विलक्षण स्वरूप एहि ठामक प्रखरता केँ विश्व केर हरेक समुदाय सँ भिन्न आ बेहतर छैक। कतहु संदेह नहि जे एतुका धरतीपुत्र विश्व परिवार लेल सदैव आदरणीय रहल, अछि आ रहबो करत। तखन अपनहि घरक वर्चस्व हेतु जे डिजाइन डिवलपमेन्ट केर कार्य छैक ताहि मे उपराउपरी करब ओहिना सही छैक जेना सिंहक बच्चा सब केँ अपने-अपने मे मुंह-कान नोचयवला आ उठा-पटक करयवला छैक। ई मैथिल केर प्रकृति छैक, एकरा कमजोरी मानि बहरिया आइ मैथिल पर शासन – धौंस जमेने अछि। हमरहि समाज केँ जाति-पाति मे खंडित कय केँ ओ सब सत्तासुख भोगि रहल अछि। लेकिन ई सब बात – भेद – नीति स्पष्ट छैक हरेक समर्पित मिथिलाक सपुत मे, ओ सेना बनिकय एहि कमजोरी केँ शक्ति मे परिणति देबाक लेल ‘मिथिला राज्य’ केर निर्माण हेतु आतुर अछि। मुदा राज्य बनत जखन सब पुत्र केर नजरि मे एकर अर्थ स्पष्ट हेतैक। अर्थ स्पष्ट करबाक लेल २०१३ मे मिथिला राज्य निर्माण सेनाक गठन भेलैक। २०१३-१४ मे कतेको रास जिला मे काज भेलैक। काज होएत गेलैक आ मिथिला राज्य केर अर्थ वृहत् स्तर पर स्थापित होएत गेलैक। लेकिन फुसियांही के महंथइ करनिहार आ छूच्छे आलोचना कएनिहार केँ ई वर्चस्व नीक नहि लगलैक आ ओ सब आलोचना-प्रति-आलोचना मे मुहिम केँ गलेबाक प्रयास केलक। स्वयं सेना मे एहेन-एहेन बूरिराज-अधिराज सब कमान्ड हाथ मे लय लेलक जे अपन स्वार्थ पर पानि फिरिते फेर ओ सब साइड भऽ गेल आ मिथिला राज्य केर मुद्दा सँ इतर अपन स्वार्थ स्थापित करबाक लेल विभिन्न डारि-पात पकड़ि भूत-बैताल जेकाँ नाच देखाबय लागल आ अपन पीठ अपनहि सँ ठोकय लागल जे ‘हे देखो! यों मारा आ त्यों गिराया!’ परन्तु मिरानिसे – यानि मिथिलाक समर्पित सेना फेर जागि गेल अछि। १२ जून पटनाक चिन्तन शिविर मे ओ सोचि लेलक जे आगू कि करबाक अछि। आब फेर अपाटक हरासंख सबहक पोनाठ मे खोरनाठ भेल अछि। ओ सब नाचय लागल अछि। जोंक केर संख्या जेना मटमैला-मैलछोन पानि मे बढि जाएत छैक, बिल्कुल काजक बेर तहिना मिथिला मे होएत रहल छैक। बाढि सेहो आबि जाएत छैक, मुदा आयल पानि गेल पानि बाटहि बिलायल पानि…. काज कएनिहार सदैव विदेह समान अपन कार्य मे लागल रहैत अछि। काजक लोक केँ लिखल औझका चिट्ठी अपने सब तक पहुँचा रहल छी। काजक लोक ताकय जाउ आ सेना संग जुड़य जाउ। राजनीति लेल बहुतो दल छैक, जतय जेना करक हो से करू, धरि मिथिला मातृभूमि लेल राजनीति करब आ सेहो छूच्छे स्वार्थ लेल तऽ पोनाठी मे खोरनाठी होयब तय अछि, उदाहरण कतेको छैक, देख सकैत छी। तऽ आउ काजक लोक, जुड़ि जाउ अभियान मे!
समस्त समर्पित अभियानी लोकनि!
छींटखोपड़ी केर कोनो गारंटी नहि, ओकर बात मे उलझनाय समय खराब केनाय भेल। माटि दय केँ ओकरा कोनो सरेआम ठाम पर बजाउ आ देखाउ जे अहाँक समर्थन मे कतेक लोक अछि, ओकर सड़ल-गन्हायल विचारधाराक कारण ओकरा पूछनिहार कय गोटा छैक।
कर्नल साहेब व सब गोटा ई बुझू जे जन-जन केँ जगेबाक लेल ‘मिरानिसे’ केर अभियान छैक। एहि मे राजनीतिक मान आ समर्थन लेल सब पार्टीक अंक बराबर छैक। खुशी होउ जे भाजपा या सपा केर लोक अहाँक संग दय रहल अछि खुलिकय। आरो तागत बढाउ जे आरो-आरो दल संग दियय खुलिकय। मुदा अहाँ स्पष्ट भऽ जाउ जे आर दल सब दिन अहाँक कमजोरी देखबैत मनोबल डाउन करत आ अहाँ कहियो जीत पेबा योग्य हौसला नहि राखि सकब।
सेनाक प्रयास मनोबल बढाकय काज करबाक छैक। ८-९ नवंबर तेकरे एकटा नमूना थिकैक, ताहि दिशा मे डेग बढाउ। मार्च फोरवार्ड सर!!
काज आगू बढेबाक लेलः
१. १० केर १००० प्रति मास केर सूची मे १ गोट गणेश मैथिल बढि गेला। आरो नाम जोड़ल जाय। इतिहास नाम सुमिरत एहि आर्थिक योगदानक।
२. डा. देवेश केर नेतृत्व मे विजन डक्युमेन्ट बनायल जेबाक अछि। डा. देवेश एहि लेल किनका सँ केहेन मदैत चाहैत छथि से देखैथ।
३. राजेश झा संयोजक रंगनाथ ठाकुर व अन्य सहयोगीक संग दरभंगा मे कार्यालय आ बैंक एकाउन्ट खुलेबाक कार्य मे दिन-राति लागल छथि। ओहि पर प्रगतिक समीक्षा करैत समाधान मे सहयोग करय जाउ।
४. संजय मिश्र केर नेतृत्व मे संगठन विस्तार योजना धरातल पर मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर, चम्पारण, आदि मे कोना चलत – ताहि लेल एकटा योजना आ मुजफ्फरपुर मे केन्द्र स्थापित हो।
५. सुभाषचन्द्र झा व सुमन समाज केर नेतृत्व मे सहरसाक लछमिनियां सँ काज करबाक आगाज कैल जा चुकल अछि। ओ सब सक्षम छथि जे हर तरहें आधारभूत कार्य पूरा कैल जाय। एम्हुरका केन्द्र सहरसा मे होयत आ एक दिन हम सब एहि लेल बैसार के योजना बना रहल छी।
६. संजय रिक्थ काल-सेन्टर केर महात्वाकांक्षी योजना पर काज शुरु कय देने छथि। बेनीपुर केन्द्र सँ ई संचालित करबाक हुनकर योजना मे सब कियो अपन-अपन गाँव केर लोक केँ जोड़बाक लेल टेलिफोन नंबर उपलब्ध कराउ।
७. डा. धनाकर ठाकुर एवं रत्नेश्वर झा सहित जतेक विभिन्न राजनीतिक दल मिथिलावादी छी, तिनका सबहक विजन डक्युमेन्ट लैत बेर पर केना धरातल पर काज करता से प्रतिबद्धता लैत हिनका लोकनिक प्रचार सेहो सेना करय।
८. ५ गो जिला जाहि पर ध्यान केन्द्रित करबाक अछि, ताहि ठाम अनिल भाइ केर कहला अनुसार वाल पोस्टरिंग, प्रचार पम्पलेट, आदिक काज शीघ्र कैल जाय।
९. दिल्ली मे हेमन्त झा आ संजीब सिन्हा, मुम्बई मे पंकज झा आ राजेश राय, गुआहाटी मे गणेश मैथिल – एना-एना सब प्रवासक नगर मे सेहो संयोजक चुनैत वृहत् आर्थिक समितिक निर्माण करू।
१०. वैचारिक क्रान्ति लेल के सब विचारक छी तेकर एकटा समिति निर्धारित करैत हुनकर कि काज हेबाक चाही से तय करू। आ बेकार बात मे समय खराब नहि करय जाउ।
हरिः हरः!!