मिथिला राज्य निर्माण सेना जागि गेल अछि। पटना मे चिन्तन शिविर सँ एक बेर फेर मिथिला राज्य निर्माण यात्राक रुकल श्रृंखला आगू बढत ई आशा लागि गेल अछि सब मिथिलाप्रेमी केँ। जहिना पूर्व मे पुनौराधाम (सीतामढी) सँ शुरु रथयात्रा कुल दस जिला मे जनजागरण लेल अभियान चलौलक, पुनः दशहराक बेर पर गाम-घर मे आयल लोक सबहक बीच अपन ग्रामीण यात्रा कार्यक्रम, सुल्तानगंज सँ देवघरक मिथिला राज्य निर्माणक बैनर व कामर सहित जनजागरण कार्यक्रम आ दिल्ली-दरभंगाक सरजमीं पर मिथिलाक अनेको सरोकार व मुद्दा पर कैल गेल अभियान आदि सँ जेना आन्दोलन करैत मिथिला राज्य वास्ते एकटा आशा जगौने छल, तेकरा फेर सँ पूरा करबाक लेल आवश्यक चिन्तन शिविर पटना मे आयोजित करय जा रहल अछि।
चिन्तन शिविर मे विषय छैकः मिथिला राज्य आन्दोलनक इतिहास-विकास। चर्चा मे खूब बाजल जाएत छैक जे सत्तैर वर्ष सँ लागल छी, नहि भेटल… बात सीधा छैक – जनभावना मे मिथिला राज्य बनबाक जाहि तरहक वृहत् स्तर पर जनजागरण हेबाक चाही से कहियो नहि भेलैक, जाबत ई सब होएतैक, भारतक लोकतंत्र मे जाति-पाति मे समाज केँ तोडिताडि वोट लूटबाक नीति पर भारतीय राजनीति दल समरस समाज केँ विखंडित कय देलकैक।
आब, अहाँ पर भार अछि। अपन ओकादि चिन्हू आ जँ सामर्थ्य अछि तऽ राज्य पेबाक हुंकार भरू। नहि तऽ भने खाउ, हगू, सुतू – उठू – हँसू – बाजू – मैर जाउ। सारा पर तुलसी नहि गरायत। सन्तान सबटा बक्र जन्म लेत। मूल्यवान् परंपरा सब नाश भऽ जायत।
दोसर विन्दु अछि…. चूक कतय भेल…. चूक भेल जे समर्पण मे कमी अछि, अनुशासन मे कमी अछि, मनमौजी बेसी अछि, नेतृत्व केँ मानिते नहि छी
कोनो एकटा टार्गेट पर सब लागिकय पूरा करब से नहि कय छिटखोपड़ी सब जेकाँ छिट-छिट मानसिकता सँ मिथिला राज्य बना लेब सोचैत छी….
तही बीच कनी पोपुलरिटी भेटिते अपन माय-बहिन केँ बेचय जेकाँ अपन जमीर केँ बेचि फुट सिना दोसर पार्टी ज्वाइन कय लैत छी आ फेर सिखबय लगैत छियैक मिथिला आन्दोलनी सब केँ… ई करू… ओ करू… ई कमी… अहाँ अपना केँ एहि मुद्दा पर समर्पित आ स्थिरता सँ टिकलो नहि रहि पेलहुँ आ दोसर केँ शिक्षा देबैक… चूक यैह होएत रहल अछि। समर्पण मे घोर बयमानी!
ई बात तऽ समग्र आन्दोलन आ मिथिला राज्य प्रति समर्पण सँ जुडल अछि – सब अपन-अपन योगदान आ १-१-१ यानि १ आदमी, १ सप्ताह, १ काज केर सूत्र पर चलब तऽ देख न लियौक….
तेसर विषय अछि, आन्दोलन मजबूत करबाक लेल कि करबाक चाही… एहि पर सब समर्पित लोक केर विचार आबि रहल अछि। सबहक विचार केँ संकलन करैत छोट-छोट कार्यक्रम केर योजना बनबैत समुचित कोष निर्माण करैत जमीनी कार्यकर्ताक माध्यम सँ आम मैथिल जनमानस बीच मे अभियान संचालन करबाक चाही।
जेना, सडक नाटक केर माध्यम सँ ‘स्वराज्यक महत्व’, ‘बिहारक अराजक राजनीति सँ टूटैत मिथिला समाज’, ‘मिथिलाक प्राचीन संपन्न सभ्यता – ताहि मे शिक्षा ओ संस्कारक संग सामाजिक समरसता केर परिचायक प्रस्तुति’, आदि।
हरेक गाम-पंचायत स्तर पर वर्तमान पंचायती राज मे भेट रहल कोष – तेकर वितरण प्रणाली – सरकारी भ्रष्टाचार – आपसी लूटपाट मे विकासक कार्य अवरुद्ध करबाक कूकार्य आदि पर वृहत् स्तर पर समीक्षात्मक बैसार – महापंचायतक आयोजन करब जरुरी अछि।
हरेक सरकारी विद्यालय मे शिक्षाक अवस्था मे तत्काल प्रभाव सँ सुधार अनबाक लेल स्वयंसेवी गठन करैत शिक्षक सँ ईमानदार सेवा प्रदान करबाक अनुरोध करबाक अछि। आर्थिक समिति, शिक्षा समिति आदि मे व्याप्त घोटाला पर जनकार्रबाही करैत सरकारी संयंत्र केँ सजग करैत दोषी पर कानूनी कार्रबाही सेहो करेबाक अछि।
हर गाम-पंचायत मे जनताक असुविधा पर तुरन्त संज्ञान लैत ओकर समाधान वास्ते राज्य व केन्द्र तक आवाज बुलन्द करबाक एक्सन कमिटी बनेबाक अछि।
स्वास्थ्य, सड़क, सिंचाई, कृषि, बीमा व सरकारी योजनाक अधूरा जानकारी ग्रामीण धरि पूरा पहुँचेबाक अछि। प्रखंड व जिला स्तर पर सब अधिकारी सँ पत्राचार आ सरकारी योजनाक लाभ समुचित ढंग सँ जनमानस धरि पहुँचेबाक संघर्ष करबाक अछि।
ई सब कार्य करैत अपन सरोकार – अपन सरकार – मिथिला राज्य मिथिला राज्य केर नारा बुलंद करैत चलबाक अछि।
ई हमर विचार थीक। एहि मे आरो बहुत रास योजना जोडैत काज आगू बढेबाक अछि। मात्र नेतागिरी नहि, जमीन पर जाहि सँ प्रेजेन्स बढत, कन्सर्न्स बढत, से सब काज करेबाक अछि।
चारिम विषय अछि, अहाँक सहभागिता कोना होयत… हम एक विचारक केर रूप मे, छोट-छोट अभियान सहित अपन समर्पण सँ मातृभूमिक सेवा करैत रहब।
हमर जतय-जतय संगठन-कार्यसमूह-आम जनमानस केँ काज पड़त, हम आवश्यकतानुसार हाजिर रहब।
कोनो संगठन केर संविधान व अनुशासन केँ सर्वोपरि मानब।
अपन मातृभूमि प्रति सदैव नव-नव योजना अपन दमखम पर विकसित करैत रहब आ त्यागपूर्ण कीर्ति निर्माण मे सदैव लागल रहब।