एकता मे बलः ललन चौधरी ‘दरभंगावाला’ केर बीमारी एवम् इलाज
– प्रकाश कमती, मुम्बई

मनुष्य शरीर लेल किडनी कतेक आवश्यक छैक ई सर्वविदिते अछि। जीवन रक्षा लेल दुनू किडनी सही काज करब जरुरी छैक। जँ कोनो कारणवश एकटा किडनी नहियो काज करत, तऽ लोक एकोटा किडनी पर प्राणरक्षा कय सकैछ।
कियैक होएत अछि किडनीक रोग?

जौं गुर्दा स्वस्थ नहि रहत या ठीक सँ काज नहि करत त निश्चित रूपसँ अहाँक खून शुद्ध नहि रहि पाओत आ अहाँ अनेकानेक रोग सँ ग्रसित भए जायब, संभवतः एहि कारण मृत्यु सेहो भए जाएत अछि। जखन गुर्दा खराब भए जाएत अछि तs रोगी केँ डायलेसिस मशीन पर राखल जाएत अछि। ई डायलेसिस एकटा मशीनी प्रक्रिया होएत छैक आ यैह मशीन अहाँक रक्त केँ साफ करैत अछि। तत्पश्चात चिकित्सकीय स्थायी ईलाजक द्वारा किडनी बदलबाक सुझाव दैएत अछि मुदा गुर्दा बदलबेनाय कुनो आसान काज नहि। पहिने तs गुर्दा आसानी सँ भेटब मुश्किल होएत अछि आ जौं भेटबो करैत छैक तs अहाँक गुर्दा केर मेल दोसराक गुर्दा सँ होयब मुश्किले बुझु, ऊपर सँ लाखों केर खर्च अलगे।
विशेषज्ञक मुताबिक किडनीक बीमारी केर शुरुआती अवस्था मे बुझबा मे नहि आबैत छैक आ ताहि कारण अहि रोगसँ विशेष मौत भए जाएत छैक। किडनीक लेल मधुमेह, पथरी आ हाईपरटेंशन रोग अत्यंत जोखिम भरल होएत अछि। अहि कारण सँ किडनीक रोग केर मामला हाईपरटेंशन आ मधुमेहक लक्षण केर रूप में सोझा नहि आबि पाबैत अछि। जखन किडनी खराब भए जाएत अछि तखन बुझबा में आबैत छैक आ ताबत बड्ड देर भए जाएत छैक। संगहि अहि अवस्था में सामान्य ईलाज कुनो कारगर नहि रहि पाबैत अछि। डायलेसिस पर किछु समय लेल रोगी केर जिन्दा तs राखल जा सकैय मुदा खर्च आ परेशानीक कुनो सीमा नहि।
विशेषज्ञक अनुसार किडनी रोगीक एक चौथाई में किडनीक गड़बड़ी केर कुनो कारणक पता नहि चलि पाबैत छैक। अहि गड़बड़ी केर कारण एंटीबायोटिक्स आ दर्द निवारक दवाई केर अत्यधिक सेवन सेहो भए सकैय। मधुमेहक शिकार 30 टका रोगी किडनी रोगसँ ग्रसित भए जाएत अछि संगहि किडनीक रोगसँ ग्रसित रोगी मधुमेहक शिकार सेहो भए जाएत अछि।
प्रीवेन्सन इज बेटर देन क्योरः परहेज जरुरी अछि

अधिकांश लोक बेरोजगारी, निर्धनता, पारिवारिक परेशानी केर कारण बाहरी होटल, ढाबा अथवा फुटपाथ पर दूषित खाद्य पदार्थक उपयोग करैत छथि जाहि सँ अहि तरहक विभिन्न रोगक शिकार भए रहलाह हन। किछु लोक एहनो छथि जे गाड़ी घोड़ा सँ अधिकतर बाहरे बाहर प्रवास में रहैत छथि आ एहन स्थिति में ओ बाहरी खाद्य पदार्थ उपयोग करैक लेल बाध्य रहैत छथि जे चिंताक विषय थीक।
वर्तमान प्रयोजन – ललनजी केर इलाज मे तत्पर मैथिल समाज

ललन जी जीवन में कहियो शराब, गुटखा सन वस्तु केर उपयोग नहि केलाह संगहि सुच्चा शाकाहारी सेहो छथि, किछु दिन पहिने अचानक बीमार पड़लाह तखन छिटपुट ईलाज शुरू केलनि। बाद में विभिन्न रिपोर्ट एलाक बाद हिनका खबैर लगलनि जे हमरा शरीर में एकटा किडनी जन्महि सँ नहि अछि आ दोसर जे अछि ओहो खड़ाब भए चुकल।
व्यथित मोन सँ मुम्बई महानगरपालिका केर ‘केम हॉस्पिटल’ गेलाह जतहि हिनक ईलाज शुरू भेल। एखन धरि दू टा डायलेसिस भए चुकलनि अछि। वसई-विरार महानगरपालिका केर अपन मैथिल नगरसेविका श्रीमती पुतुल रविन्द्र झा जी संगहि बहुत रास मैथिल अभियानी में श्री कुणाल जी, श्री राजेश ठाकुर जी, श्री महेश जी, श्री कृष्णकुमार जी, श्री राजेश राय जी, श्री पंकज झा जी सन लोक आगाँ आबि हिनक सहयोग लेल दिन-रात्रि एक कए देलनि।
फिलहाल ललन जी केँ हॉस्पिटल सँ डिस्चार्ज कए देल गेल अछि। आगाँक डायलेसिस आ अहि सँ जुड़ल सहयोग वास्ते श्री रविन्द्र झा जी हरसंभव सहयोग केर आश्वासन देलनि अछि। डॉ कहलनि अछि जे एखन एक साल धरि हुनका डायलेसिस प्रक्रिया सँ गुजरैक पड़तैन तत्पश्चात किडनी ट्रांसप्लेंट कएल जेतनि।
ललन जी कहलनि जे किडनी ट्रांसप्लेंट समय हम संपूर्ण मैथिल समाज सँ सहयोगक अपेक्षा राखब आ जरूरत पड़ला पर अपन बैंक खाता सेहो सार्वजनिक करब, एखन हमरा आर्थिक रूपे कुनो दिक्कत नहि अछि।
हम आस्वस्त करा दी जे श्री ललन चौधरी जी प्रसिद्ध मैथिल अभियानी ‘श्री बैजू’ जीक ग्रामीण छथि। बैजू बाबू सेहो ललन जी सँ हॉस्पिटल में भेंट चुकल छथि।
ललनजी केर केस मे नव प्रगति

मैथिल समाजक एकजुटता रंग आनि रहल अछि
‘एकता में दम’ होएत छैक – ई उक्ति केँ सत्यापित केलनि मुम्बई मैथिल समाज
किडनी रोगसँ लड़ि रहल मैथिल अभियानी श्री ललन चौधरी ‘दरभंगावाला’ एखन डायलिसिस प्रक्रिया सँ गुजैर रहलाह अछि। श्री ललन जीक सप्ताह में दू बेर डायलिसिस होएत छन्हि आ प्रति डायलिसिस केर समय दू यूनिट रक्तक (खून) दरकार सेहो पड़ैत छन्हि संगहि इ डायलिसिस प्रक्रिया एक साल धरि चलतनि जाहि में संभवतः 144 यूनिट रक्तक व्यवस्था करब आवश्यक अछि।

अहि सब बिंदु के ध्यान में राखैत श्री कुणाल जी केर जतेक प्रशंसा करब ओतेक ओछे बुझायत। श्री कुणाल जी अपन कार्यक्षेत्र सँ जुड़ल सिनेकर्मी आ मुम्बई मैथिल समाज सबकेर बिच रक्तदान करैक अपील केलनि जाहि सँ आशाक किरण जागल बुझा रहल अछि। सिनेमंच सँ जुड़ल कुणाल जीक सहयोगी हरियाणा केर गैरमैथिल श्री गौरव जी आ दक्षिण भारतीय सिनेकर्मी श्री सदानंद जी अपन अमूल्य रक्त ललन जी लेल दान केलनि। महाराष्ट्र केर उपनगर नालासोपारा सँ श्री रमेश झा जी आ विरार सँ श्री राकेश झा संगहि कुणाल जी स्वतः सेहो रक्तदान केलनि।
एखन धरि श्री ललन जीक मदैतक लेल जे मुम्बई मैथिल समाजक एकजुटता देखबा में आबि रहल अछि ओकर शब्द में जवाब नहि। श्री कुणाल जी डॉक्टर केर विशेष टीम संग ब्लड केर व्यवस्था में लागल छथि। ललन जी केर किछु सरकारी अनुदान भेटैक ताहि लेल जरूरी कागजात केर व्यवस्था नगरसेविका श्रीमती पुतुल रविन्द्र झा जी स्वतः कए रहला अछि आ तत्काल राशनकार्ड सेहो बनिकए तैयार अछि।

ललन जीक ब्लड केर ग्रुप बी पॉजिटिव (B+) छन्हि। दान सँ प्राप्त कतेको रक्त ललन जीक ब्लड ग्रुप सँ मेल नहि खाएत छन्हि ऐना में श्री कुणाल जी धन्यवादक पात्र छथि जे डॉक्टर सबके हाथ पैर जोड़ि ओहि अनमेल रक्त केर ललन जीक मेलक ग्रुप में बदलबाबै में प्रयत्नशील छथि।
ललन जीक मदैत लेल हिंदी सिनेकर्मी आ बॉलीवुड केर सुपरहिट नायक सलमान खान जीक NGO ‘बीइंग ह्यूमन’ संग गपशप सेहो श्री कुणाल जी द्वारा कएल गेल जाहि में सलमान जी पहिने रोगी अर्थात ललन जी सँ भेंट करबाक इच्छा जतौलनि आ अहि लेल जतेक शीघ्र होयत सलमान जीक समयानुसार ललन जी के हुनकर घर बांद्रा पश्चिम के पाली हिल जा भेंट करबायल जाओत। ठीक अहिना बालाजी टेलीफिल्म्स आ प्रजापति ब्रम्हकुमारी फाउंडेशन सेहो मदैत करबाक अस्वाशन देलनि अछि।
अपील :- संपूर्ण महाराष्ट्रक मैथिल समाज आ मिथिला हितैषी सँ सविनय आग्रह कएल जाएत अछि जे अहाँ सब अपन अनमोल रक्तदान करबाक लेल एकबेर अवश्य पधारी।
संपर्क करु :- श्री कुणाल ठाकुर, सरला ब्लड बैंक, वसई।
मोबाइल नंबर :- 09702594226, 09987850262
नोट :- ब्लड कुनो ग्रुप केर दान कए सकैत छी खाली कुनो रोगमुक्त हो, 24 घंटा पहिने मदिरा सेवन कएल नहि हो।
1 Comment
बहुत नीक pk भाई आई बुझा रहल अइछ जें हम सब अनेक में एक छी हमरा गर्व अइछ हम मैथिल छी हे मैथिल पुत्र सब ऐनाहे हम सब आगु आइब क एक दोसर के हाथ पकड़ी ओर आगु होइत मिथिला के नाम रोशन करी आब बुझा रहल अइछ जें बेसी दूर नै अप्पन मिथिला राज्य बस धेर्ज रखाबक संग आगु बढ़ैत चलु हे मैथिल पुत्र जय मिथिला जय मैथिली जय मैथिल