आइसक्रीमः आकर्षक पैकिंग मे बिकाएत मीठ जहर

आलेखः मानव स्वास्थ्य आ सामाजिक सरोकार

– राम बाबु सिंह, मधेपुर (कलुआही), मधुबनी

poisonous icecreamडुगडुगी के ध्वनि सुनैत जरल दुपहरिया किये नै हुए ध्वनि के दिशा में तेज दौड़ लगबैत छलहुँ कि कहिं दूध बाला बरफ ख़तम नहि भ जाए। पाय जेबी नै रहय तखन कोठीक धान चाउर गहुमें अंगा में बान्हि ओतय पहुँचबाक प्रयास करैत छलहुँ आ कतेक बेर कम पाय के कारण ललका पियरका बरफ सँ काज चलाब पड़ैत छल मुदा खसल मोन सँ।

कतेको बेर अहि लेल मारि धरि खए पड़य छल मुदा डुगडुगी बाला बरफ कोनो कारण नै भेटल तखन पूरा घर के बुझु सिर पर उठेंने रहै छलहुँ। आई हम अहि सँ सम्बंधित किछु विशेष जानकारी साझा करय जा रहल छी।

आइसक्रीम एखुनका जमाना में खूबे ट्रेन्ड मार्केट करैत अछि। कोनो निक आयोजन जेना शादी विवाह जन्मदिन वा कोनो शुभ काज के शुरुआत के पार्टी में आइसक्रीम केर अपन विशेष स्थान होएत छैक। मुदा आई एकर गुणवत्ता, शुद्धता आर पौष्टिकता केर लऽ कऽ बहुत पैघ प्रश्नचिह्न उठि गेल अछि ताहि परिपेक्ष्य में पाठकक ध्यान आकर्षित करय चाहैत छी। साफ शब्द में हमर ई उद्देश्य अछि कि ब्रांडेड आइसक्रीम केर नाम पर कोना ठंढा मीठ जहर परोसि रहल अछि ? कोना आइसक्रीम खेलाक बाद बच्चा बीमार भऽ रहल अछि। जे एखन जांच पड़ताल में जानकारी भेटल अछि एहन आइसक्रीम खएब तखन निसन्देह अस्पताल जाए पड़त। कारण असली पैकिंग वा रैपर में नकली आइसक्रीम भरल अछि जे सभक घर केँ अस्वस्थ कय रहल अछि। जरुरी नहि कि जे ब्रांड केर पैकिंग बाला खा रहल छी वैह भितरो अछि ?

दिल्ली में दू जगह, एकटा नरेला आर दोसर त्रिलोक पूरी केर इलाका में एकर पड़ताल कएल गेल। दुनु जगह कमो बेस एकहि जेकाँ व्यवस्था सोझाँ धरायल। फैक्टरी में गन्दगी केर अम्बार, दुर्गन्ध अतेक कि किछु समय लेल साँसो रुकि जाएछ आ बातो करय में दिक्कत भ रहल छल जाँच-परख कएनिहार खाद्य निरीक्षक लोकनि केर।

रिपोर्टर ग्राहक बनिकय मालिक सँ कहलनि कि घर में शादी के लेल आर्डर देबाक अछि से कोण कोण ब्रांड केर आइसक्रीम भेट सकैछ ? फैक्टरी मालिक कहलनि कि कोनो ब्रांड ल सकए छी हमरा अहिठाम सबटा ब्रांड भेट जाएत। से कोना? त जबाब भेटलनि जे सब ब्रांडक असली रैपर वा पैकिंग मेटेरियल हमरा लग उपलब्ध अछि। अपने जे कहबै वैह में हम पैक कय देब। मुदा आइसक्रीम हमर अपन रहत आर अहिना हम सब पूरा दिल्ली में बेचैत छी। आब अहाँ बूझि सकए छि जे एहन गन्दगी आ नकली आइसक्रीम सेहत केर लेल कतेक खतरनाक भ सकैछ ?

ई एहन मकड़जाल अछि जाहि में आइसक्रीम खेबाक सौख राखय बाला फंसिते टा अछि आ बीमार हेबे टा करैत अछि।

मथुरा केर शेरगढ़ में जतय 30 बच्चा आइसक्रीम खाकय बीमार भय सोझे अस्पताल पहुँच गेल, ओतय सब कियो दहसैत में अछि। जखन सँ पता चललैक जे आइसक्रीम खेलाक बाद बच्चा अस्पताल पहुँच गेल, ओ सब कियो विस्मित भऽ गेल अछि। ई सबटा करामाती नकली आइसक्रीम केर अछि।

नकली आइसक्रीम कोना बनैत अछि से कनि बुझबाक प्रयास करू:

सबस पहिने तँ आइसक्रीम केर मुख्य तत्व जे दूध अछि वैह नकली। मतलब मिलाबटी कृत्रिम दूध होएत अछि। फेर जिलेटिन, गस्टेड पाउडर, मैदा आओर बूझि ने कतेको रंगक हानिकारक रासायनिक रँग केर प्रयोग करैत अछि। वाशिंग पॉवडर सेहो फेंटल जाएत अछि। मिठगर रहय ताहि हेतु निम्न स्तर केर घटिया आर्टिफिशियल चीनी सेहो फेंटल जाएत अछि, जेना सैकरीन जे कि मानव स्वास्थ्य लेल बहुत खतरनाक होयत अछि। एही सँ कैंसर जेकाँ लाइलाज बीमारी भ सकैत अछि।

ई गोरखधंधा मात्र दिल्लीये टा में नहि अछि किंवा पँजाब, हरियाणा, बिहार में सेहो पसरल अछि आ पड़ताल सँ पता चलल कि दूध सँ बनय बाला आइसक्रीम सँ दूधे बिलाएल अछि। बिहार केर फैक्ट्री में माफिया सब लागल अछि। बिहार केर शेखपुरा जिला में अहि ठंढा मिठगर जहर बाला आइसक्रीम केर अबैध फैक्ट्री चलि रहल अछि। अहि फैक्ट्री सँ बनल आइसक्रीम पटना केर सड़क सँ लऽ कऽ सगरो दिश अपन काज पसारने अछि, खूबे बेच रहल अछि। मुदा फैक्ट्री केर स्थिति जँ एक बेर देख लेब तखन एहन आइसक्रीम खाए सँ पहिने कान पकड़ि कय उठक बैठक कर लेब मुदा हाथो नहि लगाएब, खाए के तऽ बाते छोड़ि दिय ?

जे पानि सँ आइसक्रीम बनबैत देखल गेल, ओ गन्हा रहल छल। चारु कात भयंकर गंध, नाको नहि देल जा रहल छल। बिहार केर मुंगेर में सेहो खूब फैक्ट्री अछि मुदा सभक निचोड़ एतबा बुझु कि अहि फैक्ट्री सब सँ बनल माल बड़का-बड़का ब्रांड केर नाम पर मात्र लोकक स्वास्थक संग खतरनाक खेल खेलैत अछि।

लिखबाक उद्देश्य आइसक्रीम उपभोक्ता केँ डरेबाक नहि अछि। अपने सब केँ स्वास्थ्य प्रति संवेदना सँ भरबाक लेल वास्तविकता सँ परिचय करेबाक उद्देश्य अछि। ई मुनाफाखोड़ओ अपन स्वार्थसिद्धि आ किछू रुपैयाक फायदा वास्ते धियापुताक स्वास्थ संग खेलबाड़ करय मे सेहो परहेज नै करैत अछि, ई बुझबाक आवश्यक अछि।

जरूरत अछि हमरा सब केँ सावधान रहबाक, आइसक्रीम तँ स्वयं में इन्फेक्शन अछि मुदा खेलाक बाद जे इन्फेक्शन होयत अछि ई चिंताजनक अछि। कहबाक तातपर्य हमर अछि कि जे अहाँ खा रहल छि से वास्तव में वैह अछि आ की ठंढाक नाम पर मीठ जहर? सोचबाक विषय यैह अछि।

संलग्न गोरखधंधा करय बाला व्यक्ति केर प्रति सरकार कतेक जल्दी आ सख्त होयत ई त बादक बात अछि, मुदा एहि विषय दिस ध्यानाकर्षण करेला पर सम्बन्धित निकाय केँ दिल्ली, हरियाणा आर बिहार केर स्वास्थ मंत्री त्वरित कार्रवाई करबाक भरोसा देलाह अछि। अपन स्वास्थ केर रखबारि अपने करय पड़त। अपन सेहत केर मालिक स्वयं अपने छी। दुर्घटना तखने घटित हएत, जखन सावधानी हटत। अपने सब चुस्त दुरुस्त स्वस्थ मस्त रहि ताहि लेल अशेष आकांक्षा।