
अजय भाय केर कनियां जिनका दिअर सब चौल करैत ‘पहलवान भौउजी’ कहैत छलाह, ओ भौउजी बुझबैत हुनका कहलखीन, “पूजा कएल करू! बड़का सॅ बड़का झंझटि हंटि जाएत छैक।”
अजय भाय: अहुँक बाप बहुत केने हैत, तैँ हुनकर माथ पर सॅ हैंटकय आइ हमरा माथ पर पैड़ गेल छी। 😜😜😜😜😜
पहलवान भौउजी चाय-नाश्ता पूछैय लेल ऐलखिन तऽ कहलखीन बना लियऽ आइ। फेर कनीकाल रुकिकय पूछय लागलखिन, “यौ! ई अटल बिहारी वाजपेयी केँ भारत रत्न भेट रहल छैन। ओ ऐहन कोन बड़का काज केने छैथ से?”
अजय भाय कहलखीन:- “ओ विवाह नै केने छैथ।”
आब तऽ भौउजी हुनका चायो नाश्ता पर आफद कय देलखिन।
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जखन ऑफिस लेल निकलि रहल छलैथ तखन पहलवान भौउजी कहलखिन, “भगवान् केँ प्रणाम कय केँ घर सॅ निकलल करु… सब काज नीक सॅ हैत।”
अजय भाय कहलखीन, “हम नै मानैत छी ई सब… बियाहोवला दिन हम हाथ जोड़िकय भगवाने केँ गोर लागिकय घर सॅ निकलल छलौ।”😜😜
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सासु कहलखिन : “हाँ पाहुन! तैँ तऽ ओकरा नीक लड़का नहि भेटलैय।”
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Solid Insult….!!!
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आब अही सब सोचू! साँझ जखन अजय भाय घर आयल हेता तऽ की हाल भेल हेतैन।