यथार्थ पर आधारित एकटा एकांकी – समाचार पठेबाक एकटा नव आयाम
– मुम्बई सँ प्रकाश कमती, २२ जनबरी, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद लेल खास!!
शीर्षक :- “व्हाट्सऐप सँ गाम धैर”
(गुलटन काका अपन भातिज फुलचनमा सँ कहैत)
गुलटन काका – धुर परेशान भय गेलौं…।
फुलचनमा – कि भेल काका यौ..?
गुलटन काका – बौआ इ फेसबुक, व्हाट्सऐप आ ट्विटर सन सोशल दालान पर चिकड़ला-भोकड़ला आ मिथिला-मैथिली केला सँ किछु नै हेत्अ, हँ से कान खोलिके सुनि लै। करबाक छः त धरातल पर उतरि किछु समाजिक काज कय लै तखन बुझब्अ जे सत्ते में तू सब मिथिला, मैथिलक चिंतन मनन केनिहार छ्अ।
फुलचनमा – काका बाजल भ गेल आ कि और अईछ किछु…?
गुलटन काका – हौ कि बाजब..! तोरा सबके, के बुझायत, जे करबाक छ्अ करै जाय जै।
फुलचनमा – काका आब हमहूँ किछु बाजि कि…?
गुलटन काका – अच्छा तुहूँ बाजब्ह…?
फुलचनमा – हँ काका।
गुलटन काका – अच्छा ठीक छै बाजह्अ।
फुलचनमा – हाँ त काका ध्यान सँ सुनबैक। किछु मास पहिने व्हाट्सऐप पर एकटा समूह बनल जेकर नाम अईछ “एक्सलेंट सिक्स” जहिना नाम तहिना अहि समूह सँ जूड़ल सदस्य आ ठीक तहिना काजो करैक मानसिकता। अहि समूह केर उत्तप्ति व्हाट्सऐप सँ जरूर भेल मुदा काज तहिना धरातल पर मानव सेवा, दीनहीन केर सहयोग लेल अतेक प्रतिबद्ध अतेक शीघ्रता रूपेण भय जायत एकर अंदाज नै छल हमरा।
टीम सँ जुरल लोक जिनकर परिचय ऐना अईछ, जटाशंकर मिश्र जे हरियाणा के शैक्षणिक संस्था में डायरेक्टर के पद पर छैथ। कार्तिकेय मैथिल जे कॉन्टिनेंटल टायर के जर्मन एमएनसी में आई टी हेड थिकाह। मनोज पाण्डे जी जे मैलोरंग मिथिला आ हिंदी सिनेमा के अभिनेता छैथ, सागर झा जी जे लेखक सह अभिनेता हिंदी आ मैथिली सिनेमा सँ जुड़ल छैथ, रमानाथ झा जी जे प्रोड्यूसर हिंदी आ मैथिली सिनेमा आ साक्षी एंटरटेनमेंट, साईंचरण एंटरटेनमेंट के मालिक सेहो छथि, अमित पाठक जी जे मैथिली लेखक आ पटना में रोजगार करैत छैथ, वीणा झा जी जे शिक्षिका छैथ आ गया, बिहार सँ छैथ, मनीष झा जी जे कविता लेखन में नित्य प्रतिदिन अग्रसर छैथ अंत में एकटा और सदस्य नीरज मिश्रा जी छैथ जे गुजरात के वापी में “आलोक इंडस्ट्रीज” कपड़ा कंपनी में नीक पद पर कार्यरत छैथ। एखन धैर हिनका सब द्वारा कैल गेल प्रयास सर्वप्रथम मधुबनी समेत झारखण्ड के बाढ़ि पीड़ित तक मदद जे पछिला साल पहुँचल छल, जाहि में कम्बल, कपड़ा, खाद्य सामिग्री एकटा छोट-छीन सहयोग रुपे छल। तथापि बच्चा सब तक निःशुल्क स्लेट पेंसिल आ नोट बुक के वितरण, बेरोजगारी मुक्त मिथिलाक निर्माण, पुनः कम्बल वितरण आ एकटा कैंसर पीड़ित बच्चा के लेल अभियान सन प्रयास अहि टीम द्वारा प्रगति पर अईछ। टीम सँ जुड़ल नीरज जीक कहब छैन्ह जे हमर सबकेर किछु उद्देश्य नै अईछ कारण जे हम सब दिनभैर अपना रोजगार में व्यस्त रहैत छी आ यदि कोनो एहेन कार्य सामने अबैत अछि त सब मिल ओकर निष्पादन करैक प्रयास करैत छी। मिथिला में अहि टीमक सहयोगी श्री प्रफुल्ल चंद्र झाजी छैथ जे एकटा शशक्त भूमिका में सदैव संग रहैत छथि। ओ भयंकर जार में वा भीषण गर्मी में आराम के त्यागि दिन राति लागल रहैत छथि। श्री प्रफुल्ल चंद्र जी मूलतः मधुबनी जिलाक पचाढ़ी गाम केर बसिन्दा छैथ। समाज सेवा ओहो में दीनहीन, दलित सेवा हिनक प्राथमिकता छैन्ह।
फुलचनमा – काका सुनैत छी आ कि नीन आबै लागल यौ…?
गुलटन काका – धुर तू बजैत रहै हमर कान एम्हरे छौ रे।
फुलचनमा – हँ त काका आय कैथिनिया जे झंझारपुर में पड़ैत अईछ ओहि ठामक दलित समाज में 100 कम्बल आय सेहो बाँटल गेलै यौ। आ 26 जनवरी के दिन झारखंड में सेहो बाँटल जेतै। इ त छोरु एखन धैर फुलपरास, झंझारपुर, मधुबनी आ झारखंड में कहिया ने बँटा गेलैक, हरियाणा में सेहो जटाशंकर जीक सहयोग सँ कतेक ईंट भट्टा पर गरीब, दलितक बीच ढ़ेरों कम्बल बाँटल गेलैक।
गुलटन काका – बौआ फुलचन हमरा त विश्वाशे नै होईत छल जे आखिर सोशल सँ जमीनों पर इ काज सब हेतैक, खैर जखन शुरु भैये गेल छैक त देखा – देखि अहि में बढ़ोतरिये हेतैक बुझलह ने। आ ढकपोचिया सब जे झूठों के जय मिथिला आ जय जानकी करैय तकरा सबके सीधा गाले तका लागतै आ होली नजदीके छैक त संभवतः मलपुआ सन नै फुलि जाय।
गुलटन काका – बौआ त आब सुतै दे।
फुलचनमा – हँ काका आब सुतु ताबत हम कने फेसबुक देख लैत छी एकबेर।।।
टीमक नाम “एक्सलेंट सिक्स-मानव सेवा” छैक।