अमित आनन्द, महिषीधाम, सहरसा। सेप्टेम्बर १, २०१५.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बिहार लेल देल गेल विशेष आर्थिक पैकेज मे कुल सवा-लाख करोड़क राशि सँ बहुल्य भाग राष्ट्रीय उच्चपथ (राजमार्ग) आ रेलवे ओवरब्रीज आदिक निर्माण मे खर्चाक योजना पहिने स्पष्ट कय देल गेल अछि।
आब एहि अन्तर्गत कोन-कोन सड़क आदिक नवनिर्माण कैल जायत सेहो समाचार सब क्रमश: विभिन्न स्रोत सँ भेटय लागल अछि। सड़क परिवहन तथा राष्ट्रीय मार्ग मंत्रालयक विज्ञापन सँ भान लागल अछि जे मिथिलाक धार्मिक स्थल सबकेँ एकीकरण वास्ते केंद्र सरकार एकटा महत्वाकांक्षी परियोजना अन्तर्गत उच्चैठ भगवतीस्थान, मधुबनी और उग्रतारास्थान, महिषीक बीच लगभग १६० किलोमीटर केर लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग कोशी पर अलग सेतुक संग स्वीकृत केलक अछि।
उमगांव, बासोपट्टी, बेनीपट्टी, रहुआ, मधुबनी, अवाम, लौफा, भेजा, सुपौल, महिषी, सहरसा धरि एहि राजमार्ग केँ निर्माण कैल जायत। कोसी पर अलग सेतुक संग कहबाक तात्पर्य भेजा आ नवहट्ट बीच पूलक निर्माण सँ लेल जा रहल अछि, हलाँकि एकर स्पष्ट प्रारूप प्रकाशित होयब एखन बाकी अछि। परञ्च विशेषज्ञ द्वारा कोसी पर ६० किमी केर रेन्ज मे ३-३ टा पूलक निर्माण सँ एहि क्षेत्रक विपन्नता दूर करबाक दीर्घकालिक नीति रहबाक बात कैल जा रहल अछि।
तहिना सिवान सँ सीतामढी आ मधुबनी होइत भारत-नेपाल सीमा धरि राम-जानकी मार्ग जेकर लंबाई लगभग २०० किलोमीटर होयत, ईहो राजमार्ग निर्माण करबाक योजना अछि। निश्चित रूप सँ एहि तरहें सड़क संचार बढला सँ क्षेत्रक विपन्नता मे उल्लेखनीय कमी आओत।