संजय मिश्रा, मुजफ्फरपुर। अगस्त ३१, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
मधुबनी केर मिथिला समागम मे हम काल्हि पहुँचल रही जाही मे लगभग १८ से २० टा समाजीक संस्था केर प्रतिनिधि सेहो छलाह, आ दुइ टा राजनीतिक पार्टी केर प्रतिनिधि लोकनि सेहो उपस्थित छलाह।
बहुत रास बात सब आपसी चर्चाक मार्फत भेल। लेकिन कहबी कोनो गलत नहि छैक, मजाक नहि बुझू मैथिल केँ एक मंच पर अननाय, समझा लेनाय। एकटा अभियानीक रूप मे हमहु आइ काल्हि थुथुर भऽ गेल छी तैँ हमहु सब गोटा केँ बिना हरदी चुना बजेने नहि छोड़लियनि।
मैथिल मंथन करैत-करैत हम ई कहलियैन जे मैथिल आ मिथिला आंदोलन दिशाहीन भऽ चलि रहल अछि। अपने सब जँ सब मैथिल संस्था केर एक्के टा लक्ष्य अछि जे मिथिला राज्य बनबाक चाही आर मिथिलाक विकास हेबाक चाही तऽ रास्ता अलग-अलग कियैक। यैह बात मोट मे सब वक्ता अपन भावना मे प्रस्तुत केने छलाह। आपस मे बात केँ मनन केला आ बुझला।
मिथिला समागम केर उपलब्धि ई निकलल जे “२०१५ केर विधानसभा चुनाव मे अखिल भारतीय मिथिला पार्टी आ श्री धनाकर ठाकुर जी केर आदर्श मिथिला पार्टी तत्काल गठबंधन कय सकल आ सब सहभागी समाजिक संस्था एहि दुनू पार्टी केर गठबंधन द्वारा उतारल गेल उम्मीदवार केँ तन, मन आ धन सँ सहयोग करता एहि बातक सहमति बनल।
एहि सहमति पत्र पर सब कियो हस्ताक्षर केलनि आ एहि लेल उचित समय पर वरिष्ठ मैथिली साहित्यकार, गीतकार आ अभियानी – मिथिला चिन्तक श्री उमा कान्त झा बक्सी एहि समागम केर आयोजन कैलनि, सब गोटा केँ एकठाम बैसबाक लेल प्रेरित केलनि आ निरंतर अपन प्रयास सँ आगुओ एहि तरहक एकजुटता अनैत रहबाक वचनबद्धता प्रकट केलनि। एह एहि सकारात्मक डेग लेल तहे दिल सँ धन्यवाद दैत छियनि।