अभियान
कुटमैती आजुक युगक चुनौतीपूर्ण कार्य
– विचार मंथन, प्रवीण नारायण चौधरी
गये दिन हमरा मैसेज द्वारा ‘वर चाही’ वा ‘कन्या चाही’ कहि अनेकों मैथिल सहयात्री मित्र, भाइ, श्रेष्ठ जन लोकनि सम्पर्क करैत छथि। ई स्वाभाविके छैक जे फेसबुक पर अधिक सक्रिय रहनिहार आ ताहू मे अपन संस्कार आ संस्कृति प्रति बेसी जागरुक लोक पर सामान्यजन केँ बेसी उम्मीद बनैत छन्हि, ताहि क्रम मे ओ सब हमरा स्मृति मे अनैत छथि, एहि लेल हम ईश्वर केँ बहुत धन्यवाद करैत छी। मुदा, हम ओतेक सक्षम नहि छी जे समुचित जोड़ी मिलान करबाक लेल माथा लगा सकी। यथार्थ जीवन, गृहस्थ परिवारक एकटा सदस्यक रूप मे सेहो हम ओतेक गार्हस्थ कार्य मे दक्ष नहि बनि सकलहुँ, ई हमर एकटा पैघ कमजोरी कहि सकैत छी। तथापि, एहि तकनीकी युग मे कोनो समस्या एतेक चुनौतीपूर्ण नहि जेकरा चुटकी बजबैत हम सब समाधान नहि कय सकैत छी। आउ, एकर निराकरण लेल हमर निम्न विचार मुताबिक कनेक स्फुरणा जगाउ।
कुटमैती नितान्त व्यक्तिगत विषय होइत छैक, कारण एहि मे रिस्क बहुत बातक छैक। विवाह लेल उपयुक्त जोड़ी ताकब एकटा चुनौतीपूर्ण विषय छैक। मुदा हम सब एकरा समाधान करबाक लेल एकटा मंचक स्थापना कएने छी, जतय बहुत रास लड़का छथि आ ओ दहेज मुक्त विवाह करबाक लेल तत्पर रहितो समुचित लड़की पक्षक अभाव मे जोड़ी मिलानक कार्य नहि भऽ पबैत छैक। ऊपर सँ, मैथिल ब्राह्मण मे तऽ समस्या एतेक गंभीर छैक जेकर परावार नहि। न आब ओ सब सौराठ सभा मे अबैत छथि, न सौराठ सभाक तर्ज पर वैवाहिक परिचय सभा अपन-अपन प्रवासक शहर मे लगबैत छथि। जाहि कारण कोनो तेसर व्यक्ति द्वारा दुइ पक्ष केँ मिलेनाय, ठगी आ धोखाक संभावना बेसी रहबाक कारणे ओतेक उचित नहि होइत अछि। तथापि, दहेज मुक्त मिथिला एहि लेल मंच उपलब्ध करबैत अछि जेकर दावी छैक जे अहाँ आइ अपन ‘आवश्यकता’ केर विज्ञापन दियौक, आ देख लियौक जे कतेक शीघ्र अहाँ लंग दोसर पक्षक सम्पर्क शुरु भऽ जाइत अछि।
आब, एकटा आरो सशक्त मंच अहाँ सबहक सामने प्रस्तुत अछि ‘मैथिली जिन्दाबाद’। एकर वेबसाइट, जतय औसत ५०० व्यक्ति प्रतिदिन सब्सक्राइब विजिट कय रहला अछि, तिनकर नजरि मे अहाँ विज्ञापन करू आ तेकर सुखद परिणाम सँ स्वयं अवगत होउ। ई गारंटी छैक जे अहाँक प्रयास निष्फल नहि जायत। विज्ञापन मे बेसी नहि, बस आवश्यकताक प्रारूप मे ‘वर चाही’ या ‘कन्या चाही’ शीर्षक मे अपन परिचय जेना ‘गोत्र, वर्ण, जन्मदिन, शिक्षा, व्यवसाय, परिवारक वर्णन आ इच्छित वर वा कन्याक वांछित वर्णन’ एतेक लिखिकय पठाउ। अपना केँ सदस्य रूप मे निबंधित कराउ। एतेक भेला सऽ ओ सुविधा अपने लोकनि तक जरुर पहुँचत जे अहाँ सब केँ चाही।
एहि सन्दर्भ मे आरो कोनो तरहक प्रयास जे हम सब सामूहिक रूप सँ कय सकी, कारण हमरा लोकनि लगभग हरेक शहर आ नगर मे सक्रिय छी, जरुर अपन इच्छा बताउ आ हम सब ओहो सहयोग देबाक प्रयास करब।
दहेज मुक्त मिथिला ग्रुप पर जाय स्वयं विज्ञापन करबाक लेल लिंक अछि: https://www.facebook.com/groups/dahejmuktmithila/
मैथिली जिन्दाबाद केर लिंक अछि:
www.maithilijindabaad.com
फेसबुक पर जे हमरा सँ जुड़ल छी ओ अपन हर तरहक संवाद इन्बाक्स मे सेहो पठा सकैत छी। नहि तऽ हमर ईमेल अछि: [email protected]
मैथिली जिन्दाबाद! मिथिला जिन्दाबाद!!
हरि: हर:!!