कानपुर मे होयत मिथिला महोत्सव आ दोसर अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली कवि सम्मेलन नवम्बर मे

कानपुर, जुलाई १०, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!

adhikaarकाल्हि 9 जुलाई 2015क साँझ स्थानीय होटल रिलेशनमे मिथिलांचल महासभा केर बैसार भेल जाहिमे आगामी 1 नवम्बर 2015 केँ आयोजित हुअवला ‘मिथिला महोत्सव’क संदर्भमे विस्तृत योजना बनल ।

एहि अवसर पर विभिन्न मिथिला विभूतिक सम्मान, परिचर्चा, द्वितीय अन्तर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रमक विस्तृत प्रस्तुति होयत । एहि अवसर पर आकर्षक ओ विषयमूलक स्मारिकाक प्रकाशन सेहो सुनिश्चित अछि । ज्ञात हो जे एहि लेल अन्तराष्ट्रीय मैथिली अभियानी प्रवीण नारायण चौधरी द्वारा चयनित शीर्षक “अधिकार” नाम सँ कवर पृष्ठक डिजायन संस्कृतिकर्मी किसलय कृष्णक परिकल्पना मे कैल गेल अछि जे उक्त समाचार संग संलग्न अछि। बैसारमे संस्थापक अध्यक्ष रविनाथ मिश्र, अध्यक्ष अमित झा, संयोजक अनिल झा, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष राजकुमार जी सहित अन्य महत्त्वपूर्ण पदाधिकारी लोकनि सब उपस्थित छलाह ।

वर्तमान मिथिलायुगक अग्रणी अभियानी लोकनि देश-विदेश सँ आमंत्रित कैल जेता आ ई कार्यक्रम अभूतपूर्व होयत – रविनाथ मिश्रा अपन भावोद्गार प्रकट करैत अपन चीर-परिचित आत्मविश्वास सँ भरल मुस्कान संग कहला जे ‘न भूतो न भविष्यति’। एखन धरि दुइ बेर बैसार कैल जा चुकल अछि। पिछला रवि दिन आ काल्हि ९ जुलाई केर बैसार सँ कार्यक्रमक रूपरेखा तय कय लेल गेल अछि। संस्थाक संरक्षक भाजपाक वरिष्ठ नेता तथा कानपुर सँ सांसद डा. मुरली मनोहर जोशीक सहभागिता लेल आमंत्रण पत्रक संग विशेष प्रतिनिधिदल एहि सप्ताह हुनका सँ भेटघाँट करत। ई जानकारी संस्थाक अध्यक्ष अमित झा करौलनि। तहिना विशिष्ट अतिथिक रूप मे भाजपाक सुप्रसिद्ध मैथिलीभाषी नेता प्रभात झा सहित हुकुमदेव नारायण यादव, विरेन्द्र भगत, रालोसपा केर उपेन्द्र कुशवाहा, लोजपाक रामचन्द्र पासवान सहित समाजवादी पार्टी केर वरिष्ठ नेता सबहक भागीदारी सुनिश्चित कैल जायत। तहिना एहि भव्य महोत्सव मे मैथिलीक संग-संग भोजपुरी भाषाक आइकानिक आइडोल तथा नेतृत्वकर्ता सबहक सेहो भागीदारी रहत। एहि लेल सांसद मनोज तिवारी केर नाम पर विचार कैल गेल अछि। 

एहि कार्यक्रम मे मैथिली भाषा तथा मिथिला संस्कृति प्रति विशेष अभियान संचालन करैत चौतरफा मैथिल पहिचान केँ सुरक्षित रखबाक लेल कैल गेल प्रयास केँ सराहना करैत सामाजिक कार्यकर्ता आदि केँ सम्मान सेहो देल जायत। विराटनगर मे सम्पन्न प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली कवि सम्मेलन उपरान्त दोसर अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली कवि सम्मेलन लेल कानपुर मे आयोजन कैल जेबाक निर्णय कैल गेल अछि। एहि अन्तर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन मे मैथिली संग भोजपुरी, हिन्दी आ उर्दू भाषाक कवि सबहक सेहो सहभागिता सुनिश्चित कैल जायत। 

mithilanchal mahasabha kislayहरेक वर्ष कैल जा रहल महोत्सव द्वारा मैथिल जनमानस केँ अपन संवैधानिक अधिकार प्रति सचेतनाक प्रसार ‘मिथिलांचल महासभा उत्तरप्रदेश’क मुख्य लक्ष्य रहल अछि। एहि महासभाक मानब अछि जे मैथिल अपन कर्तब्य प्रति जतबा ईमानदार, लगनशील, स्वाभिमानी, समर्पित आ सभ्य नागरिक बनैत छथि, ततबा हुनका सबकेँ राष्ट्रीय आ राज्य हर स्तर पर ‘अधिकार’ सँ वंचित राखल जाइत अछि। सहिष्णु प्रजातिक मैथिल प्रवासी बनि अपन घर-द्वारि सँ दूर आन-आन प्रदेश मे अपन रोजी-रोटी कमेबा लेल बाध्य होयबाक कारणे केवल ‘वोट-बैंक फैक्टर’ बनिकय रहि जाइत छथि, ओ अपन अधिकार लेल लड़बाक सामर्थ्य विकास करय सँ हिचकिचाइत छथि आ चाकरी-गुलामी करबाक प्रवृत्ति मे खूँटेसल जाइत छथि। अत: मिथिलाँचल महासभा उत्तर प्रदेश एहि बेर अपन विशेष ‘स्मारिका’ केर प्रकाशन करत जाहि मे जन-जन केँ अपन अधिकार प्रति सचेतनशील बनबाक प्रेरणाक संचरण कैल जायत। – संस्थाक प्रवक्ता तथा कार्यक्रम संयोजक अनिल झा मैथिली जिन्दाबाद सँ ई जानकारी साझा केलनि। 

संस्थाक उपाध्यक्ष राजकुमार मिश्र अपन भावना रखैत कहला जे सामाजिक दायित्व संग-संग राजनैतिक अधिकार प्रति लक्षित मिथिला महोत्सव २०१५ केर परिकल्पना बहुमूखी अछि, एकर सफलता लेल हमरा लोकनि प्रतिबद्ध छी। तहिना महासचिव नित्यानंद झा “मुन्ना” अपन पूर्व-परिचित जोश भरल आवाज मे बतेलनि जे पूर्वक भाँति अहू बेर समाजक कम सँ कम ५० विकलांग व्यक्ति लेल ट्राई साइकल आ बैसाखी उपलब्ध कराओल जायत, संगहि-संग कानपुर सहित आसपड़ोसक मैथिल जनमानस केँ आत्मगौरवक बोध हो आ हमरा लोकनि एकजुट बनी ताहि लेल भरपूर प्रयास कैल जायत। 

बैठक मे महासभाक अध्यक्ष अमित झा, उपाध्यक्ष राजकुमार मिश्रा आ देवेन्द्र झा, महासचिव नित्यानंद झा “मुन्ना”, कोषाध्यक्ष अमरकांत चौधरी, सचिव – विरेन्द्र झा, संतोष झा, मनोज कर्ण, दया ठाकुर, भारत झा, कमलेश झा, शैलेन्द्र सिंह, नवीन झा, लीलाकांत झा, नागेन्द्र राय, गुल्लू झा, सुजीत झा, विनय झा, आ कम स कम २५ टा आरो सक्रिय सदस्य सहभागी छलाह। युवा कार्यकर्ता सब अपन भावना रखैत कहला जे एहि कार्यक्रम केर प्रथम दिवस ‘मिथिला सांस्कृतिक झाँकी’ सहित केर प्रभात फेरी कैल जायत जाहि मे हजारों मैथिल महिला-पुरुख-बाल-बच्चा-युवा सब अपन पहिचान ओ अधिकार हेतु शक्ति-प्रदर्शन करता।