मैथिली मे बनय कार्टून फिल्म

विचार

– प्रवीण नारायण चौधरी

बहुत जरूरी काज – मैथिली मे कार्टून कैरेक्टर आधारित फिल्म धारावाहिक के निर्माण आ प्रदर्शन
 
मिथिला ब्वाइज द्वारा मैथिली मे नीक-नीक कार्टून फिल्म सब बनायल जाइत अछि, लेकिन हिनका सभक काज बेसी रास एकरंगा आ एक्के आयुवर्ग (एडल्ट) लेल बेसी भेल करैत अछि।
 
आइ जरूरत अछि जे बालोपयोगी, बाल-मनोरंजन योग्य, मिथिलाक बाल्यकालक मौलिकता सब केँ देखबयवला, कबड्डी, चैत-चिक्का, झुटका-बघन्डो, बच्चा-बच्चा द्वारा पानि मे चुभकनाय आ पानि मे हेलय सँ लैत गुरकुनियाँ छनबाक आ विभिन्न खेल सब यथा टाइल-गुल्ली, गोलीक अनेकों खेल गैया-पार, ठोक्का, ढेमफुल, आदि, आदि… ई सब पर आधारित ‘कार्टून फिल्म’ सब बना-बना यूट्यूब व सोशल मीडिया मार्फत परसल जाय।
 
आजुक धियापुता केँ स्पाइडरमैन, शक्तिमान, मोटू-पतलू, विभिन्न कौमिक्स आ कौमिक्स कैरेक्टर संग परी आ पंचतंत्र सभक कथा पर आधारित लघुफिल्म, सीरियल आदि काफी आकर्षित कय रहल छैक। यथार्थतः ‘हिन्दी’ भाषा केँ बच्चा-बच्चा के जीन मे प्रवेश करेबाक कार्य एहि सब तरहक सामग्री केँ जाइत छैक। मैथिली भाषा मे ‘मीडिया हाउस’ खुजि रहल अछि लेकिन एहि सब तरहक प्रोडक्शन पर शायद कम ध्यान जाइत छैक। अगबे डीजे आ फूहड़-अश्लील गीत सँ बेसी व्यूज पेबाक दीवानगी मे बहुल्यजन ओझरायल अछि। हम त आग्रह करब जे विश्व परिवेशक बढैत डेग संग मैथिलियो के डेग बढय। एहि सँ मैथिलीक भविष्यक सन्तति सुरक्षित रहत।
 
हरिः हरः!!