मिथिलापुत्र ‘सेठजी’ द्वारा मुम्बई मे कुम्भयात्री मैथिल लेल सेवा-शिविरक संचालन

ललन दरभंगावाला, मुम्बई। जुन २५, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद

benipur vikash manch“नासिक कुम्भ मे अपेक्षित हजारों मैथिलक सहभागिता – सेवाधर्म लेल समुचित व्यवस्था संग सेठजीक तैयारी”

दरभंगा जिलाक बेनीपुर क्षेत्रक मैथिल गाम सँ मुम्बई – पालघर (जिला वसइ आ तालुका विरार) निवासी कमल झा उर्फ सेठजी अपना मातृभूमि मिथिलाक सेवा लेल संकल्प ग्रहण केने छथि। राजनीति केर क्षेत्र मे सेहो प्रवेश करब हिनकर सपना छन्हि आ निकम्मा-ढोंगी तथा भ्रष्ट राजनेता केँ सार्थक पाठ सिखबैत यथार्थ विकास लेल कोना काज कैल जाय ई सिखेबाक लेल राजनीति मे प्रवेश करब यैह हिनकर धारणा छन्हि। गाम हो वा मुम्बई – सेठजी सदैव अपन समर्पण मैथिली-मिथिलाक संग धार्मिक कार्य मे आगाँ बढिकय सहयोग करबा मे रखिते टा छथि। यैह कारण सँ हिनक लोकप्रियता होयब स्वाभाविके अछि।

एहि बेर नासिक मे कुम्भ लागि रहल अछि। सेठजी एहि लेल तैयारी मे एखनहि सँ लागि गेलाह अछि। सालों-साल सँ कय रहल समाजसेवा सँ सदिखन आनन्द भेटैत रहल अछि, एहि बेर अपन मातृभूमि सँ हजारों-हजार मैथिल जनमानस कुम्भ स्नान लेल औता, हुनका लोकनिक सेवा कोना कय सकब एहि लेल योजना बना रहलौं अछि, ई जानकारी करबैत अपन उद्गार प्रकट करैत छथि कमल झा उर्फ सेठजी।

nasik kumbhबारह बरखक बाद एहि बेर नसिक में कुम्भ लागि रहल छैक। तीर्थयात्रीक सेवा मे तत्परतापूर्वक तन, मन आ धन सँ सेवा करबाक लेल शिविर निर्माण कय रहल छी, जे कियो मिथिलावासी एहि कुम्भ मे अबैत छि ओ सब कियो एहि सेवाक लाभ उठाबी – ई आह्वान करैत छथि सेठजी। शिविर मे निवासक संग भोजनक इन्तजाम आ औषधि-उपचारक संग समुचित सूचना केन्द्र आदिक व्यवस्था कैल जेबाक जानकारी सेहो करौलनि अछि। “एहि पंडाल मे सब तरहक सुविधा छैक, कुम्भ मे अबैवला जे कियो बुजुर्ग सब उत्सुक छथि से कृपाकय पोस्टर मे देल नंबर पर संपर्क करैथ और एहि सेवाक लाभ उठाबैथ, और ई सब सुविधा निःशुल्क उपलब्ध होयत।” जानकारी करबैत मैथिली जिन्दाबादक मार्फत जनमानस धरि बात पहुँचेबाक अनुरोध करैत सेठजी अपन कार्य मे लागि जाइत छथि।

विदित हो जे परमार्थक कार्य करब मैथिलक रोम-रोम मे बसैत छैक। यैह कारण सँ कहलो जाइत छैक जे यदि वेद संसार सँ विलुप्तो भऽ जायत तऽ मिथिलाक मानुसिक व्यवहार केँ अनुकरण एकरा स्वत: जीवित कय देतैक। अतिथि सेवा हो, तीर्थयात्री प्रति श्रद्धाक संग सेवा हो, दान हो, धर्म हो, पुण्य हो – हर कार्य मे मिथिलावासी आत्मीयता सँ अपन योगदान दैत आयल छथि। इतिहास गवाह अछि आ आइयो संपूर्ण भारत मे मिथिलाक एहि परंपराक उपस्थिति देखल जा सकैत छैक। मैथिली जिन्दाबादक तरफ सँ सेठजीक भावना केँ नमन करैत नासिक कुम्भ लेल तैयारी कय रहला समस्त धर्मयात्रीक सुखद यात्रा हेतु शुभकामना ज्ञापन अछि।