विद्यार्थी परिषद केर जिला संयोजक मुरारी मयंक केर अध्यक्षता मे अभाविप सहरसा कालेज सहरसा केर प्रधानाचार्य केँ अपन मांग पत्र सौंपलक। ई ज्ञापन पत्र कालेज केर प्राचार्य डा के पी यादव केँ सौंपल गेल। एहि ज्ञापन द्वारा कैल गेल माँग केँ वाजिब माँग कहैत प्राचार्य आवश्यक सुधार करबाक आश्वासन सेहो देलनि।
ज्ञापन द्वारा उठायल गेल माँग निम्न प्रकार सँ छल:
महाविद्यालय मे व्याप्त खामी केँ जल्द सँ जल्द दूर करबाक संबंध मे, प्रधानाचार्य केँ संबोधित करैत एम एल टी कालेज सहरसा अपन स्थापना कालहि सँ संपूर्ण कोसी क्षेत्र मे शिक्षा केर सर्वोच्च संस्थान मे पहिल स्थान पर स्थापित छल, लेकिन किछु बर्ष सँ महाविद्यालयकर्मी केर लचर स्थितीक कारण आइ महाविद्यालय अपन स्तिथि पर कानि रहल अछि – ई मूल भावना राखल गेल छल।
“अभाविप अपने सँ उम्मीद करैत अछि जे अपने सहरसा केँ हेरायल शक्ति पुनः प्रदान करैत गौरव दियायब। विद्यार्थी परिषद सहरसा अपने सँ निम्न मांग करैत अछि
1. छात्र केर उपस्थिती महाविद्यालय मे केना हो एहि पर जल्द सँ जल्द निर्णय ली अन्यथा हम नामांकन रोकबाक आन्दोलन लेल बाध्य होयब
2. बी एड मे नामांकन लेल जाबत धरि विश्वविद्यालय ठोस रणनीति नहि बनाओत ताबत तक कालेज नामांकन केर प्रक्रिया शुरू नहि करय
3. विश्वविद्यालय द्वारा छात्रहित केँ नजरंदाज करैतो नामांकन शुल्क वृद्धि कैल गेल अछि जाहिपर महाविद्यालय अपन स्थिति स्पष्ट करत
4. छात्रावास केर बदहाल स्थिती केँ सुधारल जाय
5. कालेजकर्मी केर उपस्थिती कालेज केर समय अनिवार्य हो
6. लेटेस्ट वर्जन केर पुस्तक पुस्तकालय मे उपलब्ध कराओल जाय, किताब हिंदी और अंग्रेजी दुनू भाषा मे उपलब्ध हो
7. लैब केर स्तिथिक सुधार करैत आधुनिक बनाओल जाय
8. काउंटर केर सामने शेड केर निर्माण कैल जाय
9. महाविद्यालय केर खाली पड़ल जमीन पर छायादार वृक्ष लगाओल जाय
10. कालेज केर दुनु गेट केँ सुदृढ कैल जाय अन्यथा विद्यार्थी परिषद महाविद्यालयक सब शैक्षणिक कार्य केँ अनिश्चित काल तक रोकबाक लेल आ तालाबंदी आन्दोलन करबाक लेल मजबूर होयत।”
जिला संयोजक मुरारी मयंक केर नेतृत्व मे अभाविप कार्यकर्ता महाविद्यालय प्राचार्य डा के पी यादव केँ अपन ज्ञापन देलक जेकरा प्रधानाचार्य द्वारा सब मांग केँ जायज करार दैत आरो किछु समय देबाक लेल कहैत प्रधानाचार्य जिला संयोजक सँ कालेज केर बदलाव कार्य केँ सेहो देखबैत सहयोग करबाक अपील केलनि। बदला मे संयोजक सेहो कालेज प्राचार्य केँ सहयोग देबाक वादा केलनि।