मैथिली जिन्दाबाद विशेष प्रस्तुति – किसलय कृष्ण, समाचार संपादक
जुन ८, २०१५. सहरसा!
(एखन सँ विधान सभाक चुनाव केर चौखटि धरि एहि मचान माध्यमे समाचार सम्पादक किसलय कृष्ण लाइव उपस्थिति दर्ज करैत रहताह।)
साँझुक पहर रिफ्यूजी कालोनीक सुरेन्द्रक चाह दोकान पर छी, चाह त एखने अरविन्द जीक आफिसमे पीने छलहुँ, पसेना सँ लथपथ होइतो सुरेन्द्रक दोकान पर एहि लेल आयल छी जे एतय विभिन्न राजनीतिक कार्यकर्ता सभक जमावड़ा अछि आ सहरसा विधानसभाक भविष्य केर वाणी मे सभ व्यस्त छथि आ सुरेन्द्र चखल्हाक गर्मी सँ पस्त । पहिने चारिगो किंगफिशर मंगाओ,तखने बताएगे जे ऐ बेर एतय सँ बीजेपी ककरा टिकट देगा । खादीक अधमैल सन कुर्ता पहिरने आ अधजरि सिकरेटकेँ धुकैत ओ युवक दोसर सँ बाजल । कि दोसर टपकि पड़ल: रे बहिच्चो……एहि बेर जँ संजीव झाके टिकट नइ देलकै त बुझ कोनो मोदी फेक्टर काज नइ करतै सहरसामे , सोझे दिनेश यादव बाजी मारि लेतै तिर सँ । से लालटेमोके सपोर्ट रहतै । नै मानबौ । चारिम बाजल जे लालू आ नीतीश के गेंठबन्हन नै चलतै । सुरेन्द्र चाहमे पहिने सँ। छनलहा पत्तीके दैत कहलकै यौ एहिठाम पप्पू यादवके चलतै दोसरके नइ आ ओनाहु एखनिक विधायक सँ नीक बरु केओ तेसरे , ता मैथिली सेवी समाज जी आबिके धनाकरजी आदर्शवादी समाद सुनबय लगलाह । हुनका टिकट लेल उम्मीदवार केर ताक छन्हि । हम समाज जजी के कहलियन्हि जे अहीँ ठाढ़ ने भ जाउ, ता हमर मोबाइल सँ रंजजना जीक सखी हे हमर दुखक नहि ओर बाजि उठल,देखलहुँ जे महामना महासचिव रत्नेश्वर झाजी छथि लाइन पर । हम फोन रिसीव करैत कहलिअनि जे की विचार? ओ कहलनि जे अगिला हफ्ता सहरसा आबि रहल छी । हम राजनीतिक समीकरण पर गपियाबैत समाज जी सँ पुछैत छिअनि जे भाइ वास्तवमे मिथिला चुनावी मुद्दा कहिया बनत ???