थाईलैन्ड राज परिवार संग मिथिला नरेश जनक केर सम्बन्ध केँ स्पष्ट उजागर करबाक लेल पत्राचार

१७ अक्टूबर २०१९, मैथिली जिन्दाबाद!!

मैथिली साहित्यकार सभा – जनकपुर द्वारा थाईलैन्ड राज परिवार सँ पत्राचार करैत प्राचीन मिथिलाक सुप्रसिद्ध नरेश जनक संग पारिवारिक सम्बन्ध केँ उजागर व स्पष्ट कय देबाक लेल वंशावली उपलब्ध करेबाक मांग कयल गेल अछि। ई जनतब मैथिली साहित्यकार सभाक सभापाल प्रेम विदेह ‘ललन’ मैथिली जिन्दाबाद केँ करौलनि, संगहि ओ बतेलनि जे इतिहासकार लोकनिक दावी केँ सुदृढ रूप सँ स्थापित करबाक लेल ई डेग महत्वपूर्ण अछि, एहि सँ मिथिलाक इतिहास मे एकटा नव आयाम जुड़ि जायत।

उपरोक्त सम्बन्ध मे मैथिली जिन्दाबाद सभापाल ललन संग आरो जिज्ञासा राखलक – थाईलैन्ड केर राजा मिथिला नरेश जनकक वंशज थिकाह, एहि जनतबक मूल आधार की? एहि पर कोन विद्वान केर केहेन दावी रहलनि अछि? ई पत्र केहेन पोस्ट सँ पठायल गेल अछि? कि एकर प्रति नेपालक राजदूतावास केँ सेहो देल गेल अछि जे राजपरिवार सँ सम्पर्क कय आगाँ सेहो मदति करता? एहि पत्र सँ जानकारी मांगि आगाँ एहि इतिहासक उपयोगिता केँ आरो स्थापित करबाक लेल मैथिली साहित्य सभाक कि योजना अछि?
श्री ललन एहि जिज्ञासाक सम्बन्ध मे बतेलनि जे ई सुविज्ञ इतिहासकार आ विद्वान् डा. राजेन्द्र विमल जीक शोध सँ प्राप्त जानकारी सँ ज्ञात भेल जे राजा जनकवंश आ वर्तमान थाईलैन्ड राजवंश बीच पारिवारिक सम्बन्ध अछि। ओ ईहो बतेलनि जे ई पत्र सेहो हुनके द्वारा तैयार कएल पत्र अछि। पहिनहुँ तीन साल पहिने थाई दुतावासमे पठाओल गेल छल मुदा ओतुका अनमूला कर्मचारी सब जानि-बुझिकय काज बिगाड़ि देलक। ओसभ नै चाहैत अछि जे हमरासभक इतिहास गौरवान्वित होए। तएँ निजी भ्रमणमे गेल अपन सम्बन्धी समीर कुमार दत्त केर हाथे ई पत्र सोझे थाई दरबार मे पठाओल गेल अछि। हुकासभक वंशावली प्राप्त भेलापर मिथिलाक इतिहासमे नव अध्याय जुड़ि जाएत। संगहि एकर अन्य फायदा सेहो भ सकैए।