विराटनगर मे काल्हि भेल ‘सखी-बहिनपा’ मिलन-समारोह
मैथिल महिला समाज केर अन्तर्शक्ति केँ जगेबाक क्रान्तिसूत्र थिक ‘सखी-बहिनपा’ द्वारा धरातलीय आयोजन
काल्हि ६ अक्टूबर २०१८ शनि दिन विराटनगर केर तीनटोलिया स्थित चित्रगुप्त भवन सभागार मे ऐतिहासिक नगरी विराटनगर केर मैथिली भाषी ‘सखी-बहिनपा समूह’ केर सखी-बहिन लोकनि एकटा मिलन समारोह केर आयोजन कयलनि। एहि समारोह मे कुल २५ गोट सदस्या उपस्थित भेलीह। जानकीजी केँ सर्वोपरि सखी मानिकय एहि मिथिलाक समस्त धी-बेटी-पुतोहु आ महिला शक्ति आपस मे सखी-बहिन बनिकय अपन मिथिला सभ्यता प्रति जागरुक होइत वर्तमान समाजक विद्यमान् स्थिति मे मिलिजुलिकय कार्य करथि ई एकर मुख्य उद्देश्य छल कहैत छथि कार्यक्रम संयोजिका एवं संचालिका वंदना चौधरी। राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, हरेक क्षेत्र मे मैथिलीभाषी महिला केँ आगू बढबाक अवसर अछि परञ्च परम्परा सँ पर्दाप्रथा आ महिलाक पहुँच घोघक भीतर रहि जेबाक कारण एकटा दब्बूपन केर शिकार मैथिल महिला केँ आगाँ अनबाक लेल ई ‘सखी-बहिनपा’ अभियान बड कारगर अछि आर एहि लेल विराटनगर मे हम सब जुड़िकय किछु नीक कार्य कय सकब ईहो उद्देश्य अछि – कहलनि महिला नेत्री एवं नेपाली काँग्रेस केर एक सक्रिय महिला कार्यकर्ता विभा दास।
सखी-बहिनपा केर संस्थापक श्रीमती आरती झा केर आह्वान छन्हि जे फेसबुक पर संचालित ‘सखी-बहिनपा’ ग्रुप केर सदस्या लोकनि जतय-जतय छी ओतय-ओतय एहि मैत्री एवं भाईचाराक ध्वजावाहक सन्देश संग आपस मे जुड़िकय धरातलीय परिवर्तन लेल सेहो किछु कार्य करू। वास्तव मे मिथिलाक नारी पड़ि गेली पछाड़ी – जखन कि विद्या, वैभव, कौशल, कला, कोनो विधा मे ई सब नहि छथि बेचारी – तखन अन्य महिला समाजक तुलना मे पाछाँ पड़ब आब मिथिलानी लोकनि केँ अखैड़ रहल छन्हि। आर, एहि पिछड़ापण केर कारण ई देखल जाइत अछि जे मिथिला-मैथिलीक कोनो कार्यक्रम कतहु होइत अछि तऽ हिनका लोकनिक सहभागिता अत्यन्त न्यून रहैत छन्हि। एहि न्यूनता केँ समाप्त करबाक लेल सिर्फ महिला-महिला केँ जोड़िकय फेसबुक पर आरम्भ कयल गेल छल एकटा विशेष ग्रुप ‘सखी-बहिनपा’, जतय महिला सभ अपनहि सँ जुड़ल विभिन्न मुद्दा पर पहिने तऽ वैचारिक विमर्श मे जुटलीह आ फेर अपना-अपना भीतर मे रहल कला आ शैली सँ आरो केँ लाभ पहुँचेबाक लेल फेसबुक लाइव मार्फत सन्देशक आदान-प्रदान करब शुरू केलीह। प्रकारान्तर सँ ई लोकनि आब भारत आ नेपालक संग अमेरिका, आस्ट्रेलिया व अन्य देश मे रहि रहल प्रवासी मैथिल महिला लोकनि केँ जोड़ि धरातल पर सेहो परिवर्तन आनय लेल, समाजक विकास आ महिला नेतृत्व विकास लेल ई आयोजन कयल जाइत अछि।
विराटनगर मे आयोजित एहि मिलन समारोहरूपी प्रथम कार्यक्रम मे आपसी परिचय-पातीक उपरान्त भगवती वन्दना सँ शुरू करैत मैथिल महिलाक वर्तमान अवस्था पर राखी झा, रीना झा, वसुन्धरा झा, मंजू दत्त, प्रमीला कर्ण, ममता दास, विभा दास, आभा अनुपमा, सुधा दास, सरिता झा, रिंकी झा, अनिता झा, रूपा झा, रोजी झा, रम्भा झा, मुन्नी झा, वन्दना चौधरी व अन्य सहभागी लोकनि अपन-अपन विचार देलनि। तदोपरान्त सब सखी-बहिन मिलिकय गीत, नृत्य, कविता वाचन, हास्य-प्रहसन आदि कहैत-सुनैत आपस मे मेलजोल-हँसी-सिनेह बढबैत रहलीह। कार्यक्रमक अन्त मे विराटनगर केर सखी-बहिनपा समूह केँ एक समितिक रूप मे परिणति देबाक विन्दु पर सेहो चर्चा भेल। आगामी समय मे आरो सुसंगठित भऽ सामाजिक-सांस्कृतिक-राजनीतिक विषय पर कार्यक्रम आयोजनाक संकल्प एवं अल्पाहार चाह-नाश्ता संग समापन कयल गेल।