अपील
– आरती झा, बीरगंज, नेपाल
मित्र लोकनि,
मिथिला/मैथिलीमे बहुत कियो लागल छी, किछु सार्थक काजो भ’ रहल अछि। मिथिला/मैथिलीसँ संबंधित सब काज आवश्यक आ प्रशंसनीय अछि। हमर अनुभव कहैत अछि अहि काज सबमे संसाधनक(खास क’ अर्थ) अभाव प्रमुख बाधक तत्व बुझायत अछि। कोनो राजनीतिक दल अथवा व्यक्तिक आर्थिक सहयोग रहैत छैक त’ अक्सरहां देखल गेल छैक राजनीतिक दलक एजेंडा अथवा व्यक्तिक गुणगानमे कखनो कखनो मिथिला/मैथिली हेरा जायत छैक। इहो सत्य जे मिथिला/मैथिली के किछु त’ प्राप्त होयत छैक।
जे सक्षम छथि (दल/संस्था/व्यक्ति) हुनका सबसँ अपेक्षा जे किछु एहनो काज करथि-
- जनगणनामे मैथिल अपन मातृभाषा मैथिली लिखबथि इ प्रयास।
- अपन घरमे मैथिलीक प्रयोग करथि, यदि नहि करैत होथि त’ शनै-शनै मैथिली प्रयोगक वातावरण बनबथि।
- मित्र-मण्डली अथवा आयोजन(विवाह/जन्मदिन…..)मे मैथिली पुस्तकक आदान-प्रदान करथि।
- अपन घरमे किछु मैथिली पोथी अवश्य राखथि।
- मैथिलीमे शिक्षा आ शिक्षामे मैथिली के लेल सहयोग करथि।
- जत्ते धरि संभव हुए मैथिलीमे होडिंग/बैनर….आदिमे आर्थिक सहयोग पहुँचाबथि।
- मैथिली कोनो जातिके नहि अछि, इ हमर सभक भाषा थिक एकर प्रचार-प्रसारमे योगदान दथि।
जेना ऊपरमे कहल गेल अछि मैथिलीक कोनो काज व्यर्थ नहि मुदा इ कार्य सबसँ वातावरण बनत तथा मैथिलीक प्रभाव क्षेत्र बढ़त। माँ मैथिली सभक कल्याण करथि।