एखन किछु काल पहिने मैलोरंग केर निर्देशक सँ सम्पर्क स्थापित केला पर ज्ञात भेल जे ओ मात्र फेसबुक केँ आमंत्रण करबाक मिडियाक रूप मे प्रयोग केने छलाह। व्यक्तिगत रूप सँ मिथिला नाट्यकला परिषद्, जनकपुर केर बहुतो कलाकार संग सम्पर्क मे छलाह। हुनकर कहब छलनि जे रमेश रंजन सहित धीरेन्द्र प्रेमर्षि व अन्य वरिष्ठ मैथिलीसेवी केँ सम्पर्क करबाक प्रयास केलहुँ। कूसंयोगवश किनको सँ दुतर्फी बात नहि भऽ सकल। आयोजन करबाक शब्द देलाक बावजूद एहेन कतेको घटना-परिघटना होइत छैक जाहि कारण सँ सम्पर्क स्थापित करब हुनक नियंत्रण मे नहि रहल। एकरा कोनो तरहें यदि कियो अन्यथाक रूप मे कूप्रचार कय रहल अछि ताहि लेल ओ जिम्मेवार नहि छथि। ध्येय मैथिलीक एहि महत्त्वपूर्ण विधाक संरक्षण करब अछि। ताहि लेल यथासंभव संपर्क मे जँ कियो अपना केँ वंचित या उपेक्षित मानि रहला अछि ताहि लेल मैलोरंग कोनो हिसाबे जिम्मेवार नहि मानल जा सकैत अछि। भविष्य मे अहु सँ बेहतर तौर-तरीका अपनबैत ओ सब सम्पर्क करता। एतेक विश्वास दियबैत एहि प्रकरण सँ दुइ देशक बीच बँटल मैथिल केँ आरो बँटवाक कोनो इच्छा नहि रहि जेबाक जानकारी करबैत मैथिली जिन्दाबाद द्वारा एहि तरहक समाचार केँ प्रकाशित करबा सँ पूर्व हुनक राय लैत समाचाय प्रकाशित करबाक भावना रखैत बन्द करबाक आग्रह कएलनि।
मैथिली जिन्दाबाद, संपूर्ण मिथिलाक समग्र समाचार एहि लेल प्रकरण उठेबाक बात कहलकैन जे व्यवहारिक त्रुटि फेर सँ भविष्य मे नहि दोहरायल जाय। एहि लेल अपन संस्था पूर्ण प्रतिबद्ध रहबाक जानकारी करबैत ई प्रकरण केँ एतहि विराम देबाक निर्णय कैल गेल।