संजय कुमार झा एवं राहुल बनगाँव – चैनपुर, सहरसा। अक्टुबर १२, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
एहि तस्वीर मे चैनपुर (सहरसा) केर आदिकाली भवानीक मंदिर अछि। करीब २५० वर्ष सँ बेसी समय सँ एहि ठाम काली माँ केर पूजा कैल जाएत अछि। हरेक बरखक जेकाँ अहु बेर काली पूजा एवं मेला केर आयोजन भव्य स्तर पर कैल जा रहल अछि।
विदित हो जे चैनपुर गाम मे कुल दुइ ठाम दिवाली मेला केर आयोजन कैल जाएछ। काली माता केर भव्य प्रतिमा बनेबाक संग-संग समारोह मे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम केर आयोजन एतुका विशेषता रहैत अछि। दूर-दूर सँ आस्थावान् एतय काली माँ केर दर्शन करबाक लेल लोक सब अबैत अछि। मान्यता अछि जे माताजी हर मनोकामना केँ पूर्ण करयवाली छथि।
चैनपुर गाम केर सबसँ प्रमुख धार्मिक अनुष्ठानक रूप मे काली पूजा केर आयोजन समारोहपूर्वक कैल जाएछ। लगभग २५० बर्ष सँ एहि गामक काली पूजा आयोजनक इतिहास अछि। कलकत्ता केर दक्षिणेश्वर सँ काली माँ केँ मृतिका स्वरुप मे आनल गेल कहल जाइछ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम केर रूप मे गामक कलाकार द्वारा नाटकादिक मंचन करबाक संग-संग विभिन्न अन्य मनोरंजनात्मक कार्य कैल जाएछ। एहि बेर गामक युवा सब द्वारा ‘चैनपुर आइडल’ केर आयोजन सेहो कैल गेल काफी लोकप्रियता बटोरलक।