विराटनगर मे ऐतिहासिक पारंपरिक रथयात्रा प्रारंभ

विराटनगर, सितम्बर ६, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!

rathyatra biratnagar
रथयात्रा पूर्व सजायल गेल रथ: फोटो – नवीन कर्ण

जन्माष्टमीक प्रात दिन तिनपैनी (विराटनगर) स्थित अति प्राचीन राधाकृष्ण मन्दिर सँ शुरु करैत विराटनगर बजार आ धरान रोड होइत कुल १० किमी जतेक परिक्रमा यात्रा केर रथयात्रा ससमय ३ बजे सँ प्रारंभ भऽ गेल अछि। एहि बेर आयोजक समिति द्वारा अत्यन्त वृहत् आयोजन कैल गेल अछि। जुलूस-झाँकी मे विभिन्न भाषा-भाषी आ सांस्कृतिक सामुदायिक झाँकी केर अद्भुद् मिश्रण सँ एहि बेरुक यात्राक विहंगम दृश्य अपार भीड़ केँ देखय लेल भेटि रहल अछि।

सुरक्षाक ओतबे इन्तजाम आ विगत कतेको दिन सँ पूर्ण बन्दीक आन्दोलनक चपेट मे रहल विराटनगर मे अनिश्चितताक दौर मे ई समारोह मे उत्कर्ष मुदा घटल देखा रहल अछि। बहुते लोक एहि अनिश्चितताक आशंका सँ एहि समारोह मे प्रत्यक्ष सहभागिता नहि दैत घरे मे बैसि टेलिविजन मार्फत देखबाक निर्णय केलनि तेना प्रतीत भऽ रहल अछि। मकालू टेलिविजन द्वारा प्रत्यक्ष प्रसारण कैल जा रहल अछि।

एहि वर्ष जाहि रथ मे भगवान् केँ बैसायल गेल अछि तेकर सजावट सेहो बहुचर्चित अछि। पैगोडा परंपराक गुम्बद आ ताहि मे मयूर केर पाँखि सँ कैल गेल सजाबट, भारत सँ आमंत्रित सजावट केर विशिष्ट विज्ञ द्वारा कैल गेल अछि। सैकड़ों संस्थागत सहभागिता आ सजावट कैल झाँकीक प्रस्तुति अत्यन्त आकर्षक रहितो भीड़ कम जुटबाक चलते थोड़ेक उदासी जेकाँ बुझाइत अछि। तथापि आयोजक केर व्यवस्थाक जतेक प्रशंसा करब ओ कम होयत। अनेको समिति आ उपसमिति सँ आयोजनक उत्कर्ष भव्यतम् अछि।

वि.सं. १९८८ सँ प्रारंभ एहि परंपरा मे पहिने भगवान् केँ खाट मे बैसाकय लोक सब भजन-कीर्तन करैत नगर-परिक्रमा करैत छल। २०४२ साल सँ एकर भव्यता मे बढोत्तरी करैत रथक रूप देल गेल। रथक दुनू भाग मे लंबा-मोट रस्सी लागल रहैत अछि जेकरा पकड़िकय सड़कक दु-बगली लोक रथ केँ तानैत यात्रा पूरा करैत अछि। एहि रथकेँ तानबाक लेल भक्तगणक अपार भीड़ उमैड़ पड़ैत अछि। मानल जाइछ जे भगवान् केर रथ केँ तानला सँ संपूर्ण पापक समूह नष्ट होइत अछि।