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मैथिली फिल्म ‘लेबर’ के तैयारी जोर पर

मैथिली फिल्म ‘लेबर’ – जबरदस्त तैयारी संग टीम निर्माण भ’ रहल अछि

मैथिली फिल्म जगत सँ एकटा आर बड पैघ खुशखबरी अछि। कौलीवुड (काठमांडू) सँ फिल्म निर्देशक पूर्णेन्दु के. झा द्वारा ‘लेबर’ सिनेमाक आधारभूत तैयारी लगभग पूरा कय लेल जेबाक जनतब भेटल अछि। बहुत जल्द पात्र चयन लेल अडिसन आ सूटिंग सब आरम्भ होयत। तदनुसार ‘न भूतो न भविष्यति’ वला फिल्म लेबर रिलीज होयत। विगत किछु समय सँ मैथिली फिल्म केना १०.१० रिक्टर स्केल के भूकम्प दर्शक दीर्घा मे अनने अछि से देखिये रहल छी, लेबर सँ आर बेसी अपेक्षा हेबाक बात चारूकात चर्चा मे अछि।

काज करय लेल ५ गो ‘क’ पर ध्यान दियौक

१. कार्यक्रम

२. कार्यकर्ता

३. केन्द्र

४. कोष

५. क्रियान्वयन

मैथिली फिल्म ‘लेबर’ एखन एहि पाँचो विन्दु पर खुब बढियाँ सँ संयोजन करैत आगू बढ़ि रहल अछि।

फिल्म निर्देशक पूर्णेन्दु के. झा हरेक विन्दु पर सावधानीपूर्वक ध्यान दैत बढ़ि रहल छथि। फिल्मक नाम छैक ‘लेबर’। आइ सम्पूर्ण मिथिलाक्षेत्र, चाहे भारत दिशक हो अथवा नेपाल दिशक, दुनू कात मिथिलाक्षेत्र के लोक ‘लेबर’ बनि प्रवासक स्थान सब मे मेहनत-मजदूरी कय रहल अछि।

अहाँ जानिकय हरान-परेशान भ’ जायब जे अही मिथिला (राज्यप्रदत्त नाम मधेश प्रदेश) के लोक लेबरगिरि कय केँ सब सँ बेसी ‘रेमिटेन्स’ (नेपाली मे रेमिट्यान्स) सब सँ बेसी अनैत छैक। हमहुँ पहिल बेर सुनलहुँ त एकदम बताहे भ’ गेल रही बुझू। लेकिन सच्चाई यैह छैक, तथ्यांक एतबे बात कहि रहल छैक। नेपाल राष्ट्र बैंक मे उपलब्ध विदेशी मुद्रा आर्जन मे सर्वाधिक विदेशी मुद्रा यैह मिथिलाक लोक अनैत रेकर्ड छैक।

भारतहु दिश के मिथिलाक ‘लेबर’ जे अपन परिवार आ लोक-वेदक खातिर परदेश जा कय टका कमाइत अछि, वैह सब सँ बेसी टका अनैत हेतैक। कारण मिथिलाक लोक मे अपन परिवारजनक सब आवश्यकताक पूर्ति लेल टका कमेबाक एकटा ‘जुनून’ रहल करैत छैक। गोटेक ‘लेबर’ बेटा अपने पर खर्च करैत हो, लेकिन ९९.९९% अपन परिवार लेल कमायल करैत अछि।

अपर क्लास लेबर सब भले घरवाली आ परिवार लयकय परदेशे मे ‘आशियाना’ ठाढ़ कय लेलक, लेकिन जनसामान्य (बहुल्य लोक) जे ‘लेबर’ अछि से सब गाम-ठाम नहि छोड़लक। गाम मे परिवार सब गाय-महींस, बकरी-छकरी, खेत-पथार आ दलान-मचान, बथान-खरिहान आदिक ओहि मौलिक स्वरूप संग चलि रहल छैक।

श्री पूर्णेन्दु के. झा फिल्म निर्देशक त छथिये, फिल्म क्राफ्ट के विज्ञ लोक सब मे रमेश रंजन झा आ धीरेन्द्र प्रेमर्षि जेहेन नामी‍-हसामी निर्माता सभक संग बालीवुड के प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक प्रकाश झा आ संगीत निर्देशक प्रवेश मल्लिक सहित प्रस्तुत ‘तस्वीर’ सब मे पूर्व राजदूत सूर्यनाथ मिश्र सेहो ‘लेबर’ फिल्म के एक मुख्य स्रोत व्यक्ति बनल छथि।

विचार करियौक त? ई फिल्म केहेन बनतैक? बहुत जल्द पूर्णेन्दु के. झा विराटनगर आबि रहल छथि। एक दिन अपने सब स्टेकहोल्डर्स सब सँ भेंट करता, किछु कहता, किछु पुछता आ किछु अहाँ सब सेहो पुछबनि – सम्बन्ध बढ़त। सब कियो मिलिजुलि अपन भाषा-संस्कृति आ पहिचान केँ आगू बढ़ायब।

अहाँ सब लजाइत रहैत छी ‘टका के बात मे’, से लजाउ जुनि। स्वयं लक्ष्मी ‘सीता’ अहाँ सभक घर मे बेटी बनिकय आयल छथिन। खुलिकय जीवन जियय जाउ। अपन अस्मिताक रक्षार्थ सब केँ तैयार रहय पड़त, खाली कलाकार (लेबर) बनय लेल मात्र नहि, निर्देशक-निर्माता (मालिक) बनय लेल सेहो तैयार रहू।

हरिः हरः!!

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