बनारस यात्रा सँ घुरिकय मैथिली जिन्दाबादक समाचार संपादक किसलय कृष्ण
यात्रा संस्मरण मे ‘मंडन मिश्र’
कतेको विद्वानक शोधपूर्ण व्याख्यासँ ई सम्पूर्ण सिद्ध भऽ चुकल अछि जे प्रख्यात विद्वान आ दार्शनिक मण्डन मिश्र मिथिलाक सहरसा जिलाक महिषी (प्राचीन माहिष्मति)क निवासी छलाह ।
शांकरमठक अनुयायी दक्षिण भारतीय लेखक माधवाचार्यक शंकरद्विगविजयमे वर्णित सभटा भ्रमक निवारण अंधराठाढ़ीक प्रकाण्ड शास्त्रज्ञाता पं. सहदेव झा कय चुकल छथि अपन विभिन्न पोथी आ आलेख सभमे । शंकराचार्य मण्डनक शाश्त्रार्थक दन्तकथाक शास्त्रीय अन्त भ चुकल अछि । हालहिमे आयल डा तारानन्द वियोगीक पोथी मण्डन मिश्र: मिथक आ यथार्थ एहि तथ्यकेँ आओर बेसि बेकछा क’ स्पष्ट रुपे प्रमाणित कय चुकल अछि जे मण्डन आ सुरेश्वराचार्य भिन्न-भिन्न व्यक्ति छलाह ।
एहि तथ्यकेँ आओर नीक जकाँ स्थापित करैत अछि बनारस । एहि पवित्र नगरीमे बाबा विश्वनाथ मन्दिर परिसरमे अवस्थित अछि मन्डण मिश्रक कुटी जे आब मकानक रुप लय चुकल अछि, मुदा जीर्ण-शीर्ण अवस्थामे अछि ।
भीतरमे बैसल ध्यान मुद्रामे मण्डनक प्रतिमा सेहो स्थापित अछि। ई कुटी बाबाक मन्दिर आ ज्ञानवापी मस्जिदसँ एकदम सटल अछि । जीर्णताक कारण एहि दिस कोनो भक्त वा पर्यटक केर ध्यान नहि जाइत अछि । हालहिमे विश्वनाथ मन्दिर परिसर सौन्दर्यीकरण लेल उक्त मकानकेँ तोड़बाक शासकीय आदेश भ’ गेल छल, जकर संज्ञान लैत बनारस मैथिल समाज कोर्टमे हलफनामा दायर करैत उक्त आदेश पर तत्काल रोक लगबेलनि ।
संस्थाक अध्यक्ष निरसन झा कहलनि जे ई स्थान बनारसमे मिथिलाक गौरवक प्रतीक थीक, एकर संरक्षण हेबाक चाही । मन्डण मिश्रक उक्त मकान मे रहि रहल वृद्ध केदारनाथ व्यास अपनाकेँ मण्डन मिश्रक वंशज मैथिल कहैत छथि आ जानकारी दैत छथि जे मण्डन अपन जिनगीक उतरार्द्ध मे महिषी सँ काशी चलि आयल छलाह आ एतहि देह त्याग केलनि ।
ई सभ विन्दु पर विद्वान लोकनि शोध करताह, मुदा सम्प्रति एहि धरोहरक संरक्षण ओ संवर्धन प्रति हमरा सभकेँ सचेत हेबाक चाही।