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“दहेज : कतेक विनाशक”

शिव कुमार सिंह।                       
नय लेब दहेज लिय संकल्प
बस एकेटा राखू विकल्प
लाउ समाज में एहन जागरूकता
जे दहेज के बुझै कुप्रथा।
दय छी बेटीक लक्ष्मी के ओहदा
तखन फेर केहन ई सौदा
कऽ रहल छी नव जीवनक आगाज
अय में दहज के कोन काज।
बनू निर्लोभी और निःस्वार्थ
अबियौ किछ समाजक काज
समाप्त करय लेल ई प्रथा के
अपने सँ करु शुरूआत।
कतेक सहत अपमान आब बेटी
कतेक दिन आब चुप ओ रहती
सीता स्वरुप पर जँ करबै प्रताड़ित
मजबूरन काली बनि जेति।
नवयुवक सब आगू आउ
समाज में एकटा अलख जगाउ
कियो जबरदस्ती नय कऽ सकएत
जँ अछि आहाँक नय कोनो भाव।
छी आहाँ जँ अनमोल
के लगा सकै छै बोल
राखू बचा कऽ आत्मसम्मान
दियौ समाज में आदर्शक पहचान।।
–शिव कुमार सिंह

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