विश्व विरासत स्थल अथवा विश्व धरोहर एहेन ख़ास स्थान, वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन या शहर इत्यादि केँ कहल जाइत छैक, जे ‘विश्व विरासत स्थल समिति’ द्वारा चयनित कैल गेल हो और यैह समिति एहि स्थल केर देखरेख यूनेस्को केर तत्वाधान मे करैत छैक। विश्व केर सांस्कृतिक-ऐतिहासिक स्थल केँ विरासत केर रूप मे संरक्षित रखबाक लेल यूनेस्को द्वारा प्रति वर्ष 18 अप्रैल केँ ‘विश्व विरासत दिवस‘ सेहो मनाओल जाइत छैक। भारत केर ऐतिहासिक महत्वक कुल 32 स्थल, विश्व विरासत स्थल सूची मे दर्ज अछि। एहि मे 25 सांस्कृतिक, जखन कि 7 प्राकृतिक श्रेणी मे शामिल अछि।
उद्देश्य
विश्व संस्कृति केर दृष्टि सँ मानवताक लेल जे स्थल महत्त्वपूर्ण अछि, ‘विश्व विरासत स्थल समिति’ केर उद्देश्य विश्वक एहेन स्थल केँ चयनित एवं संरक्षित करनाय होइत छैक। एहि समिति द्वारा एहेन स्थल केर किछु ख़ास परिस्थिति मे आर्थिक सहायता सेहो देल जाइत छैक। वर्ष 2006 तक पूरा दुनिया मे लगभग 830 स्थल केँ ‘विश्व विरासत स्थल’ घोषित कैल जा चुकल छैक, जाहि मे 644 सांस्कृतिक, 24 मिलक-जुलल और 138 अन्य स्थल अछि।
विश्व विरासत दिवस केर शुरुआत
संरक्षित स्थल पर जागरूकताक लेल सांस्कृतिक-ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक विरासत केर विविधता और रक्षाक लेल 18 अप्रैल केँ ‘विश्व विरासत दिवस‘ मनेबाक शुरुआत भेल। ट्यूनीशिया मे ‘इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ़ माउंटेंस ऐंड साइट’ द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी मे 18 अप्रैल, 1982 केँ ‘विश्व धरोहर दिवस’ मनेबाक सुझाव देल गेल, जेकरा कार्यकारी समिति द्वारा मानि लेल गेल। नवम्बर, 1983 मे यूनेस्को केर सम्मेलनक 22वाँ सत्र मे हर 18 अप्रैल केँ ‘विश्व विरासत दिवस’ मनेबाक प्रस्ताव पारित कय देल गेल।
धरोहर संरक्षण केर कार्य
प्रत्येक विरासत स्थल ओहि देश विशेष केर संपत्ति होइत छैक, जाहि देश मे ओ स्थल स्थित हो। आवयवला पीढ़ीक लेल और मानवताक हितक लेल अंतर्राष्ट्रीय समुदाय केर हित सेहो यैह मे होइत छैक जे एकर संरक्षण कैल जाय। एकर संरक्षण केर ज़िम्मेदारी पूरा विश्व समुदाय केर होइत छैक। कोनो भी धरोहर केँ संरक्षित करबाक लेल दुइ संगठन ‘अंतरराष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल परिषद’ और ‘विश्व संरक्षण संघ’ द्वारा आकलन कैल जाइत छैक। पुन: विश्व धरोहर समिति सँ सिफारिश कैल जाइत छैक। समिति वर्ष मे एक बेर बैठकी करैत अछि आ यैह निर्णय लैत अछि जे कोनो नामांकित संपदा केँ विश्व धरोहर सूची मे सम्मिलित करबाक अछि वा नहि। ‘विश्व विरासत स्थल समिति’ चयनित ख़ास स्थान, जेना- वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन या शहर इत्यादि केर देखरेख यूनेस्कोक तत्वावधान मे करैत अछि।
‘अंतराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ’ केर 1968 केर प्रस्ताव पर 1972 मे संयुक्त राष्ट्र द्वारा मानवीय पर्यावरण पर स्टॉकहोम, अवीडन मे सम्मेलन पर बनल सहमति उपरान्त विश्व केर प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर पर सम्मेलन केँ यूनेस्कोक सामान्य सभा द्वारा 16 नवंबर, 1972 केँ स्वीकृति देल गेल। ‘विश्व विरासत समिति’ केर बैठक केर शुरुआत जून, 1977 मे भेल। वर्ष 2014 मे समितिक बैठक दोहा मे 15 जून सँ 25 जून केर बीच भेल। समिति केर ई 38वाँ बैठक छल।
विश्व विरासत स्थल
लाल क़िला, आगरा |
अजंता की गुफ़ाएं, औरंगाबाद |
एलोरा की गुफ़ाएं, औरंगाबाद |
ताजमहल, आगरा |
पंचरथ, महाबलीपुरम |
यूनेस्को द्वारा भारत केर कतेको ऐतिहासिक स्थल केँ विश्व विरासत सूची मे शामिल कैल गेल अछि। यूनेस्को द्वारा घोषित ई विश्व विरासत स्थल निम्न अछि –
क्रम | विश्व विरासत स्थल | सन |
---|---|---|
1 | आगरा का लालक़िला | 1983 |
2 | अजन्ता की गुफाएं | 1983 |
3 | एलोरा गुफाएं | 1983 |
4 | ताजमहल | 1983 |
5 | महाबलीपुरम के स्मारक | 1984 |
6 | कोणार्क का सूर्य मंदिर | 1984 |
7 | काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान | 1985 |
8 | केवलादेव नेशनल पार्क | 1985 |
9 | मानस अभयारण्य | 1985 |
10 | गोवा के चर्च | 1986 |
11 | फ़तेहपुर सीकरी | 1986 |
12 | हम्पी के अवशेष | 1986 |
13 | खजुराहो मंदिर | 1986 |
14 | एलिफेंटा की गुफाएँ | 1987 |
15 | चोल मंदिर | 1987–2004 |
16 | पट्टाडकल के स्मारक | 1987 |
17 | सुन्दरवन नेशनल पार्क | 1987 |
18 | नंदा देवी और फूलों की घाटी | 1988–2005 |
19 | सांची का स्तूप | 1989 |
20 | हुमायूं का मक़बरा | 1993 |
21 | क़ुतुब मीनार | 1993 |
22 | माउन्टेन रेलवे | 1999–2005 |
23 | बोधगया का महाबोधि मंदिर | 2002 |
24 | भीमबेटका की गुफाएं | 2003 |
25 | चम्पानेर पावागढ़ पुरातात्विक उद्यान | 2004 |
26 | छत्रपति शिवाजी टर्मिनस | 2004 |
27 | दिल्ली का लाल क़िला | 2007 |
28 | जन्तर मन्तर जयपुर | |
29 | पश्चिमी घाट (भारत के पश्चिमी तट पर स्थित पर्वत शृंखला) | 2012 |
30 | राजस्थान के पहाड़ी क़िले | 2013 |
31 | रानी की वाव | 2014 |
32 | ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क | 2014 |
भारत केर दावेदारी
काशी (वर्तमान बनारस) केँ प्राचीन धरोहर केँ सहेजबाक लेल ओतुका विकास प्राधिकरण द्वारा 71 ऐतिहासिक और पुरातात्विक धरोहर केर सूची तैयार कैल गेल अछि। मध्य प्रदेश केर चंदेरी और उत्तराखंड केर दून केँ विश्व विरासत लेल सजेनाय-संवारनाय शुरु कैल जा चुकल अछि। दिल्ली केँ हेरिटेज सिटी केर दर्जा दियेबाक लेल रोडमैप 2010 मे तैयार कय लेल गेल छल। दिल्ली और अहमदाबाद केँ 2013 मे हेरिटेज सिटी केर दर्जा दियेबाक लेल दावेदारी शुरू भऽ गेल। पंजाब केर चंडीगढ़ केँ सेहो हेरिटेज सिटी केर दर्जा देबाक लेल आवेदन देल गेल अछि।
स्रोत: भारत डिस्कवरी