१४ जनवरी २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!
अखिल भारतीय एकता मंच केर तत्त्वावधान मे आयोजित महाकवि कोकिल विद्यापतिक स्मृति महापर्व समारोह मे आमंत्रित बिहारक मुख्यमंत्री अपन पूर्वनिर्धारित व्यस्तताक कारण नहि पहुँचि सकलाह, परन्तु अपन आडियो सन्देश मे ओ आयोजनकर्ता केँ बहुत सारगर्भित सन्देश दैत धन्यवाद ज्ञापन कयलनि जे अहाँ सब अपन भूमि सँ गहराई मे जुड़ाव रखैत मिथिलाक कला आ संस्कृति केँ देश-विदेश सर्वत्र प्रचार-प्रसार कय रहल छी। आगामी समय मे मिथिला चित्रकला केर प्रशिक्षण आ दरभंगा मे आरम्भ होमयवला हवाईअड्डा सेहो एहि सब कार्य मे बड पैघ भूमिका खेलायत। पढू हुनक सम्पूर्ण सन्देशः
बंगलुरू मे आयोजित विद्यापति स्मृति महापर्व लेल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केर सन्देश
मुझे ये जानकर प्रसन्नता हो रही है कि अखिल भारतीय एकता मंच के तत्त्वावधान में विद्यापति महापर्व समारोह दिनांक १२ जनवरी २०१९ को आयोजित किया जा रहा है। इस महापर्व में भाग लेने हेतु मुझे आपका निमंत्रण प्राप्त हुआ, मैं निमंत्रण के लिये आयोजकों को धन्यवाद देता हूँ।
किसी राज्य क्षेत्र अथवा देश की उन्नति और विकास को मापने का पैमाना मात्र उसकी भौतिक समृद्धि नहीं होती, बल्कि उसकी सांस्कृतिक समृद्धि भी होती है। इस तरह हमारा देश पूरे विश्व में अपने आधारभूत संरचना और भौतिक समृद्धि के कारण नहीं बल्कि अपनी गौरवपूर्ण इतिहास और अपनी सभ्यता और संस्कृति की विलक्षणता के कारण अलग पहचान रखता है, उसी तरह राज्य की सांस्कृतिक और वैचारिक धरोहर को समृद्ध करने में मिथिलांचल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वर्षों से चली आ रही समृद्ध संगीतकला, लोककला, तथा साहित्य और सांस्कृतिक परम्पराओं से सुसज्जित मिथिलांचल बिहार का सांस्कृतिक केन्द्र है।
मिथिला क्षेत्र मधुबनी पेन्टिंग के लिये देश-विदेश में प्रसिद्ध है तथा राज्य सरकार के प्रयास से मधुबनी पेन्टिंग को जियोगरफीकल इन्डिकेटर टैग भी प्रदान किया गया है, तथा इसके लिये मिथिला चित्रकला संस्थान की स्थापना की जा रही है, जिसका कार्यारम्भ दिनांक १० जनवरी २०१९ को सौराठ, मधुबनी में किया गया।
मुझे आपको ये बताते हुए खुशी हो रही है कि शीघ्र ही दरभंगा से बंगलुरू हवाईमार्ग से जुड़ जायेगा। दिनांक २४ दिसम्बर २०१८ को दरभंगा हवाईअड्डे के सिविल एवियेशन इन्क्लेव के निर्माण का शिलान्यास हुआ। यह सम्पूर्ण उत्तरी भारत के लोगों के लिये एवं विशेष रूप से मिथिलांचल के लिये यह अत्यन्त महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस हवाईअड्डे का परिचालन जून २०१९ में प्रारंभ होने का लक्ष्य है। इससे मिथिलांचल सीधे बंगलुरू से जुड़ जायेगा। मुझे आपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि इस एयरपोर्ट का नाम भी कवि कोकिल विद्यापति के नाम पर रखा जा रहा है। मिथिलांचल को हवाईमार्ग से जोड़े जाने के बाद मिथिला कला एवं संस्कृति का प्रचार-प्रसार अधिक प्रभावी तरीके से हो सकेगा।
आपलोग वहाँ रहकर मिथिला एवं बिहार का नाम रौशन कर रहे हैं यह अत्यन्त संतोष की बात है। इस समारोह के आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि आपलोग अपनी भूमि से गहराई से जुड़े हुए हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस महापर्व का आयोजन न सिर्फ भावनात्मक रूप से हमें पास लायेगा अपितु इससे इस विशिष्ट क्षेत्र की महत्ता का प्रचार-प्रसार देश-विदेश में हो सकेगा।
यद्यपि मैं अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तताओं के कारण इस समारोह में सम्मिलित नहीं हो पा रहा हूँ परन्तु मेरी शुभेच्छाएं हमेशा आपलोगों के साथ है। इस अवसर पर मैं आप सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ तथा इस महापर्व की सफलता की कामना करता हूँ। आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!
– नीतीश कुमार, माननीय मुख्यमंत्री, बिहार
एहि सुन्दर आ सम्भ्रान्त सन्देश संग मुख्यमंत्री बिहार मिथिलाक लोक मे रहल सांस्कृतिक चेतनाक भरपूर सराहना करबाक संग ईहो सन्देश देलनि अछि जे आगामी समय मे दरभंगा एयरपोर्ट देशक सामरिक क्षमताक संग लोकाचार मे कतेक पैघ भूमिका अदा करत। हरेक आयोजनकर्ता केँ एहि तरहें राज्य आ राज्यक निकाय मे रहल जिम्मेवार व्यक्ति धरि ढंग सऽ अपन योजना आ आयोजनक सम्बन्ध मे जनतब पहुँचाबैत अपेक्षित काज – यानि मांगपत्र सेहो पहुँचेबाक चाही।
हरिः हरः!!